ईश्वर से कामना करते हैं कि ये गिरफ़्तारी बहुत बहुत लंबी चले। अन्यथा मत लीजियेगा, ये कमेंट लिखते समय एकदम से ध्यान में, आपके स्वास्थ्य से संबंधित आपकी एक पुरानी पोस्ट आ गई। टिप्पणी अगर पोस्ट के मिजाज से मेल न खाती हो तो कृपया दबा दीजियेगा। प्लीज़। सदैव आभारी।
इस गीत का दूसरा वर्जन मुझे ज्यादा पसंद आता है ...पूरे बोल तो याद नहीं आ रहे अभी ...मगर शायद ऐसा कुछ hai ..
न यूं बुझे बुझे रहो, जो दिल कि बात है कहो... जो मुझे से भी छुपाओगे, तो फिर किसे बताओगे मैं कोई गैर तो नहीं, दिलाऊं किस तरह यकीन... कोई तुमसे मैं जुदा नहीं, मुझे से तुम जुदा नहीं. ...
ईश्वर से कामना करते हैं कि ये गिरफ़्तारी बहुत बहुत लंबी चले। अन्यथा मत लीजियेगा, ये कमेंट लिखते समय एकदम से ध्यान में, आपके स्वास्थ्य से संबंधित आपकी एक पुरानी पोस्ट आ गई। टिप्पणी अगर पोस्ट के मिजाज से मेल न खाती हो तो कृपया दबा दीजियेगा। प्लीज़।
ReplyDeleteसदैव आभारी।
उम्दा शे'र
ReplyDeleteउम्दा शे'र
ReplyDeleteसाँस और धड़कन का तो चोली दामन का साथ है ।
ReplyDeleteशायद दोनों एक दूसरे को यही कहती होंगी --अभी ना जाओ छोड़कर ---।
सुन्दर शेर ।
बहुत ही सुन्दर शेर और बेहतरीन गीत..हमेशा की तरह...
ReplyDeleteबेहतरीन। लाजवाब।
ReplyDeleteपता नहीं कैसे धडकनों की गिरफ्तारियों के मसले पर ये टीप बन गई...
ReplyDeleteधडकनें जब उदास हो जायें
उनसे कह दो कि आसपास हूं मैं !
बाकी आपका शेर लाजबाब है !
saanso ki kaid ka hi dusra naam jindgi hai..
ReplyDeleteacchha sher.
बहुत सुन्दर..................
ReplyDeleteह्म्म्म...अजीब बात तो है ...
ReplyDeleteइस गीत का दूसरा वर्जन मुझे ज्यादा पसंद आता है ...पूरे बोल तो याद नहीं आ रहे अभी ...मगर शायद ऐसा कुछ hai ..
न यूं बुझे बुझे रहो, जो दिल कि बात है कहो...
जो मुझे से भी छुपाओगे, तो फिर किसे बताओगे
मैं कोई गैर तो नहीं, दिलाऊं किस तरह यकीन...
कोई तुमसे मैं जुदा नहीं, मुझे से तुम जुदा नहीं. ...
गिरफ्तारी और रिहाई,
ReplyDeleteमेला और तनहाई।