इनदिनों भारत में हूँ और बच्चे या तो अमेरिका में या कनाडा में।
जिउतिया का त्यौहार है और मुझे मेरे बच्चे बहुत याद आ रहे हैं।
जिउतिया का व्रत सिर्फ पुत्रों के लिए किया जाए, ऐसा मैं नहीं मानती। यह व्रत अपने बच्चों (पुत्रों-पुत्रियों) के दीर्घायु होने की कामना करती हुई हर माँ करती है, मेरा ऐसा मानना है।
आज-कल बहुत कम ऐसा अवसर मिलता है जब हमारा पूरा परिवार साथ हो, १५ दिन पहले ऐसा ही एक सुअवसर कनाडा में प्राप्त हुआ, बस फिर क्या था तसवीरें खिंच गयीं :)
आप सभी को जिउतिया की असीम शुभकामनाएँ !!!