सुबह के नाश्ते में
मसालेदार पराठा,
मसालेवाली चाय,
हाथ में मसालेदार अख़बार में
मसालेदार ख़बरों की चुस्की,
मसालेदार लंच का डब्बा,
स्कूटर को,
मसालेदार किक लगा कर,
मसालेदार ट्राफिक में,
मसालेदार झड़प में ख़ुद को झोंकता,
मसालेदार ऑफिस
में मसालेदार नौकरी,
बॉस
और मसालेदार सेक्रेटरी,
और कई मसालेदार प्रेम-प्रसंगों की चटकार लेता,
मसालेदार सेक्सुअल हरासमेंट (यौन उत्पीड़न)
की बातों में उलझता,
देश की मसालेदार राजनीति की
मसालेदार उठा-पटक,
मसालेदार प्रांतवाद, जातिवाद
में डूबता-उतराता,
दिन में कई बार फोन पर बीवी की मसालेदार झिड़की
और अपने माँ-बाप के मसालेदार उलाहने झेलता,
बच्चों की मसालेदार फ़रमाईश
पूरी करने के लिए,
मालों की सीढियां फलांगता,
फिर हांफता भागता घर आता,
और शाम को टी.वी. पर
हिंदी मसाला फिल्म,
एकता कपूर के मसालेदार सिरिअल,
की मसालेदार सास-बहुओं में
अपनी माँ-बीवी तलाशता,
डांस इंडिया डांस के मसालेदार बच्चों में
अपना बचपन ढूंढता,
और मसालेदार एंकरों की मसालेदार ख़बरों
में सिर खपाता,
सुबह से शाम तक
मसालों में लिथड़ी ज़िन्दगी
और मसालों से गमकते बदन
से बाहर झाँकता,
एक आम हिन्दुस्तानी
अपने अन्दर,
मसालों के कितने सुगंध लिए रहता है
तभी तो जीवन इतना spicy हो जाता है...