आज मैं बहुत दुःख के साथ बता रही हूँ मेरे बाबा की तबियत बहुत ख़राब हुई यहाँ आकर...कल से हॉस्पिटल के ही चक्कर लगा रही हूँ ..आज पता चला है उन्हें ब्रेन ट्यूमर है..आपलोगों की प्रार्थना की बहुत ही आवश्यकता है मेरे परिवार को..ओट्टावा सिविक हॉस्पिटल में admit हैं वो...सारा दिन वहाँ रह कर अभी लौटी हूँ...सोचा आपलोगों को भी बता दूँ....
कहते हैं दवाओं से ज्यादा असर दुआओं में होता है ..और आप सबकी दुआ का इंतज़ार कर रहे हैं मेरे बाबा....!
कहीं ग़ुरबत का माहौल है,
कहीं लालच का समां,
बेच कर अपना ज़मीर,
खा रहे हैं
रोटी
बस दो वक्त की...
सलवटों के नीचे
सब एक सा लगता है,
बेच कर अपना ज़मीर,
खा रहे हैं
रोटी
बस दो वक्त की...
सलवटों के नीचे
सब एक सा लगता है,
फिर भी
ऊपर कितना फ़र्क है,
ऊपर कितना फ़र्क है,
जाने क्यूँ ?
ओह ! सूचना अति पीड़ादायी है .......ईश्वर पर भरोसा रखे निश्चिततौर पर अच्छे से अच्छे इलाज़ से सब कुछ ठीक हो जाएगा . आप यह भी तो सोचिये वहाँ राची में ऐसी तबियत में अकेले होते तो कितनी परेशानी होती उन्हें भी और आपको भी. यहाँ अपने बच्चों के पास बहुत अच्छी सेवा होगी और इलाज भी सब कुछ ठीक हो जाएगा .
ReplyDeleteईश्वर से प्रार्थना है इस कठीन रोग पर विजय प्राप्त कर बाबूजी जल्द से जल्द स्वस्थ हो जावे ...हम सबकी दुआएँ और प्रार्थना उनके साथ है .
दीदी,
ReplyDeleteये जान कर मन व्यथित है
मेरी ईश्वर से कामना है कि हमारे बाबा शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करें
हम सबकी प्रार्थनायें आपके साथ हैं। बाबूजी शीघ्र स्वस्थ हों।
ReplyDeleteहमारी दुआए सदा ही आपके परिवार के साथ हैं मैडम अदा...
ReplyDeleteआपकी ही एक पोस्ट पर देखा आपके बाबा का हंसता हुआ बादामी लाल चेहरा याद आ रहा है...एकदम आपकी ही कापी...हाफ बाजू की शर्त पहने एक खुशनुमा और गंभीर आदमी...
इश्वेर उन्हें जल्दी ही एकदम स्वस्थ...हंसता खेलता वापस घर भेजे आपके पास...ऐसी प्रार्थना भगवान् जी से हाथ जोड़कर करते हैं...
हम किसी काबिल नहीं ..पर किसी तरह की कोई दरकार हो तो कहिएगा...
अल्लाह आपके बाबा को जल्द तन्दुरुस्त करे...आमीन...
ReplyDeleteआप फ़िक्र न करें...दुआओं में बहुत असर होता है और जिनकी आप जैसी प्यारी बिटिया हो उनके बाबा को तो जल्द ठीक होना ही है...
आशा है सब ठीक हो जाएगा, उपरवाला सब अच्छा ही करता है .... हौसला रखिये ....
ReplyDeleteहमार दुआएं बाबा के साथ है .. जल्द ही सब ठीक हो जाएगा !!
ReplyDeletejaane kyun?? lekin fir bhi meri dil se ye aawaj aa rahi hai ki aapke baba jald swasth honge........:)
ReplyDeletebhagwan unhe salamat rakhe!!
बाबा के लिए शुभकामनायें ....प्रार्थना है कि शीघ्र स्वस्थ हों
ReplyDeleteishwar se dua hai ki unke saath rahe, apko shakti de , unki taklif ko raahat de
ReplyDeleteMay your father get well soon!!!
ReplyDeleteआपके बाबा के लिए मई दिल से दुआ करती हूँ
ReplyDeleteवो जल्दी अच्छे हो जाये ...
ishwar aapki madat karen...humari duwaye pure dil se aapke sath hai.
ReplyDeleteआपके बाबा शीघ्र ही स्वस्थ हो ...दुआ करता हूँ
ReplyDelete3/10
कविता में जिस फर्क की बात कही है, वो फर्क ही दुनिया को चला रहा है. बड़े-बड़े दो ठो चित्र देकर क्या कहना चाहती हैं ? ये ख़ुशी से नाचने-गाने वाले ग़ुरबत के माहौल में आ जाएँ ?
Anginat duayen aapke baba ke liye!
ReplyDeleteबाबा जल्द ही स्वस्थ हो जायेंगें।
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनायें
प्रणाम
सब ठीक होगा, निश्चिंत रहिये, हिम्मत रखिये। इतने लोगों की दुआयें आपके साथ है, कुछ दिन में ही फ़िर से सब इकट्ठे होंगे, मां, बाबा और कनाडा का आपका परिवार।
ReplyDeleteहम सब ईश्वर से सकुशलता और शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की कामना कर रहे हैं।
Ap k Father ki beemari ka parh ker bahut afsos huwa, duwa hai k Khuda un ko jald se jald sehat de .........
ReplyDeleteAap ki yeh Nazam/Kaweeta bahut shandar hai main ise urdu alphabets main apne Blog per Share kiya hai ........
ReplyDeletehttp://abuwarda786.blogspot.com/2010/10/hypocrisy.html
दुख हुआ जानकर। बाबूजी शीघ्र स्वस्थ हों। ईश्वर से यही प्रार्थना है।
ReplyDeleteआपके बाबा के लिये अनन्त अशेष शुभकामनायें / दुआएं !
ReplyDeleteवे शीघ्र ही स्वस्थ हों और घर लौटें !
@ उस्ताद जी:
ReplyDeleteहमारा विरोध दर्ज करें। आपकी बात ठीक है भी तो ऐसा कौन सा कानून है जिसके अनुसार कविता में सिर्फ़ उसी फ़र्क की बातें कही जायें जो दुनिया को नहीं चला रहीं?
बड़े बड़े दो ठो चित्रों के साथ एगो छोटा चित्र और भी है, जिसपर आपका ध्यान नहीं गया। खुशी से नाचने वाले गुरबत में न आयें, लेकिन गरीब गुरबों को खुशी के माहौल में लाने की सोच बुरी है क्या?
एक अदना से पाठक होते हुये हम यह अंदाजा लगा रहे थे कि कुछ न कुछ बात है कि इस ब्लॉग पर नई रचनायें पहले की तरह नहीं आ रहीं, और आप उस्ताद्जी होकर भी आज जब इन्होंने अपनी तकलीफ़ थोड़ी सी जाहिर की तो सख्ती बरत रहे हैं? शायद इसीलिये आप उस्ताद्जी हैं।
ईश्वर करे कि वे जल्दी ठीक हों।
ReplyDeleteईश्वर आपके पिता जी को लम्बी उम्र दें और वे शीथ्र अस्पताल से स्वस्थ होकर लौट आएं।
ReplyDeletebabaji ke jald swasth hone ki dua karti hun.
ReplyDeleteaapke baba jaroor se bahut jaldee theek honge. dukh kee is ghadee ko sewa ka ek awsar maankar jee laga kar sewa kare.
ReplyDeleteजमील साहेब,
ReplyDeleteबहुत शुक्रिया आपका..आपने इस क़ाबिल समझा..
सविनय...
'अदा'