कौन है श्रेष्ठ ब्लागरिन
पुरूषों की कैटेगिरी में श्रेष्ठ ब्लागर का चयन हो चुका है। हालांकि अनूप शुक्ला पैनल यह मानने को तैयार ही नहीं था कि उनका सुपड़ा साफ हो चुका है लेकिन फिर भी देशभर के ब्लागरों ने एकमत से जिसे श्रेष्ठ ब्लागर घोषित किया है वह है- समीरलाल समीर। चुनाव अधिकारी थे ज्ञानदत्त पांडे। श्री पांडे पर काफी गंभीर आरोप लगे फलस्वरूप वे समीरलाल समीर को प्रमाण पत्र दिए बगैर अज्ञातवाश में चले गए हैं। अब श्रेष्ठ ब्लागरिन का चुनाव होना है। आपको पांच विकल्प दिए जा रहे हैं। कृपया अपनी पसन्द के हिसाब से इनका चयन करें। महिला वोटरों को सबसे पहले वोट डालने का अवसर मिलेगा। पुरूष वोटर भी अपने कीमती मत का उपयोग कर सकेंगे.
1-फिरदौस
2- रचना
3 वंदना
4. संगीता पुरी
5.अल्पना वर्मा
6 शैल मंजूषा
पुरूषों की कैटेगिरी में श्रेष्ठ ब्लागर का चयन हो चुका है। हालांकि अनूप शुक्ला पैनल यह मानने को तैयार ही नहीं था कि उनका सुपड़ा साफ हो चुका है लेकिन फिर भी देशभर के ब्लागरों ने एकमत से जिसे श्रेष्ठ ब्लागर घोषित किया है वह है- समीरलाल समीर। चुनाव अधिकारी थे ज्ञानदत्त पांडे। श्री पांडे पर काफी गंभीर आरोप लगे फलस्वरूप वे समीरलाल समीर को प्रमाण पत्र दिए बगैर अज्ञातवाश में चले गए हैं। अब श्रेष्ठ ब्लागरिन का चुनाव होना है। आपको पांच विकल्प दिए जा रहे हैं। कृपया अपनी पसन्द के हिसाब से इनका चयन करें। महिला वोटरों को सबसे पहले वोट डालने का अवसर मिलेगा। पुरूष वोटर भी अपने कीमती मत का उपयोग कर सकेंगे.
1-फिरदौस
2- रचना
3 वंदना
4. संगीता पुरी
5.अल्पना वर्मा
6 शैल मंजूषा
आज कल यह टिप्पणी गली गली में दिखाई दे रही है... .परन्तु अभी तक हैरान हूँ कि नामांकन पत्र कब दाखिल हुआ था...?
और ईमानदारी की बात यह है कि इनमें से श्रेष्ठ ब्लागारिन चुनना बहुतों के साथ अन्याय है..जहाँ तक मेरा व्यक्तिगत मत है ...आपने जिन महिला ब्लोग्गर्स का नाम चुना है ...उनमें से कोई भी श्रेष्ठ ब्लोग्गर नहीं है....लगता है महिला ब्लाग्गर चुनने का काम सही तरीके से नहीं किया जा रहा है...
श्रेष्ठ महिला ब्लाग्गर का अगर चयन ही करना है तो.....इन नामों को भी डालिए..
१. सुजाता जी (चोखेर बाली)
२. पूर्णिमा बर्मन
३. कविता वाचक्नवी
४. रश्मि प्रभा
५. घुघूती बासूती
६. कंचन बाला
७. शेफाली पाण्डेय
८. रंजना [रंजू भाटिया]
९. श्रधा जैन
१०. रंजना
११. लावण्यम जी
१२. पारूलजी
१३. निर्मला कपिला जी
१४. शोभना चौरे जी
१५. सीमा गुप्ता
१६. वाणी गीत
१७. संगीता स्वरुप
१८. शिखा वार्ष्णेय
१९. रश्मि रविजा
२०. पूजा
२१.पारुल पुखराज
२२. अर्चना जी
२३. अनामिका कि सदायें
२४. डिम्पल मल्होत्रा
२५. डिम्पल
२६. डॉ. अजित गुप्ता
२७. श्रीमती कुमार
२१.पारुल पुखराज
२२. अर्चना जी
२३. अनामिका कि सदायें
२४. डिम्पल मल्होत्रा
२५. डिम्पल
२६. डॉ. अजित गुप्ता
२७. श्रीमती कुमार
इत्यादि....और भी बहुत सारे नाम हैं....मुझे जो याद थे आपको बता दिया....जिनका नाम भूल गई हूँ...मेरे बुढ़ापे पर तरस खाइएगा ...आगे का काम आपका....और हाँ मुझे नहीं लगता महिलाओं में पुरुषों कि तरह ..'मठाधीश' बनने की होड़ है....इसलिए ब्लाग्गर का चयन सिर्फ़ उसके लेखन से ही हो सकेगा....गुटबाजी से नहीं..क्योंकि यहाँ कोई गुट नहीं है...
अंत में यही कहूँगी....इस चुनाव प्रक्रिया से दूर रहा जाए तो ठीक होगा..बाकी, आगे आप लोगों की मर्ज़ी...
जो भी हमें ये चुनाव का मामला सही नहीं लगा ....जहा 'चुनाव' शब्द आ गया मैं नहीं मान सकता वाह कोई सही और साफ़ निर्णय हो पाएगा ..बाकी मेरे कहने से क्या होता है जो भी होगा सभी के अनुसार होगा ....
ReplyDeleteऔर अगर कोई चुनाव ही करना है तो उसमे हर किसी का नाम होना चाहिए ..जो भी इसमे उम्मीदवार होना चाहे ,,,,अपनी तरफ से नाम घोषित करना कहीं -कुछ थोड़ा सा ...पारदर्शिता और गोपनीयता का उलंघन करता है .....मैं नहीं मान सकता की इस चुनाव प्रकरण में कहीं कोई सही और विवाद रहित परिणाम आ पायेगा ....बल्कि कोई और नयी वाद-विवाद की समस्या उत्पन्न हो सकती है ....मेरी सबसे विनती है की ब्लॉगजगत को राजनीती से दूर रखने का प्रयास करे ....बस ये मेरे अपने विचार थे जो कह दिए बाकी जो भी हो ...मैं जरुर उस पर गौर करूंगा .....हो सकता है इसका परिणाम कुछ अच्छा भी हो
ReplyDeleteजिनलोगों के पास कोई विषय नहीं बचा है वो हमारे दिलोदिमाग में आये भूचाल को समझने की कोशिश कर तर्कपूर्ण समाधान समझाने की कोशिश करें हमारे बलाग पर आकर।
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteइस प्रकार के फालतू के पंगें वही लोग खडे करते हैं, जिनके लिए ब्लागिंग सिर्फ टाईम पास करने का एक साधन भर है.. ये लोग अपनी उर्जा और समय तो नष्ट कर ही रहे हैं, साथ ही दूसरों के समय की भी इन्हे कोई कद्र नहीं....
ReplyDeleteसुना है ब्लागजगत में चुनाव होने वाले हैं!!
एक नाम और जोडिये, विनीता यशस्वी।
ReplyDeleteनैनीताल की घुमक्कड हैं ये।
इत्ते सारे नाम में से तो बड़ी मुश्किल है. :)
ReplyDeleteada ji
ReplyDeleteye kaun sa naya panga chalu ho gaya hai.........are chodiye sab hum to kahte hain aap hain sabse shreshth............mujhe to lagta hai yahan logon ko chain se rahna hi nahiaata.........kam se kam ek jagah to saaf rahne dete.
पहले बताओ कोन कितने नोट देगा, हम अपना किमती वोट मुफ़त मै क्यो दे:)
ReplyDeleteमैं ऐसे चुनावों में यकीन नहीं रखता. सब लिखें. सब पढ़ें. सब उत्साह बढायें. एक दूसरे को क्या सुधारना है वो बताएं. एक दूसरे का मार्गदर्शन करें. बस यही होना चाहिये. हो सकता है कुछ अजीब लगे मेरी टिप्पणी लेकिन स्वस्थ साहित्य की यही पहचान होनी चाहिये.
ReplyDelete:)
ReplyDeleteमैं ऐसे चुनावों में यकीन नहीं रखता. सब लिखें. सब पढ़ें. सब उत्साह बढायें. एक दूसरे को क्या सुधारना है वो बताएं. एक दूसरे का मार्गदर्शन करें. बस यही होना चाहिये. हो सकता है कुछ अजीब लगे मेरी टिप्पणी लेकिन स्वस्थ साहित्य की यही पहचान होनी चाहिये.
ReplyDeleteअदा जी सावधान। यह आपस में सबको लड़ाने आए हैं। आप सब श्रेष्ठ हैं। कौन हैं ये, जिनकी पहचान ही नहीं है और ब्लॉग जगत के निर्वाचन आयोग बन बैठे हैं। इन धूर्तों से सभी सतर्क रहें।
ReplyDeleteअविनाशजी; आप क्या मेरी बात कर रहे हैं?
ReplyDeleteबहुत ही अच्छा जवाब ,शायद इससे भी उन लोगों को थोरी अक्ल आ जाये जो बिला वजह किसी विवाद को जन्म देने में लगे रहते हैं / देश और समाज में अच्छे,सच्चे और इमानदार लोग सहायता के लिए तरस रहें हैं ,उनको सहायता के लिए तथ्यों पे आधारित पोस्ट लिखें तो इंसानियत को थोरी मदद मिलेगी /
ReplyDeleteदेखिये, यहाँ बहुत से लोग खाली बैठे हैं. ये सज्जन भी उनमें से एक हैं इसीलिए उनको भी अपने समय का अपने हिसाब से सदुपयोग करने की छूट हमें अवश्य देना चाहिए.
ReplyDeleteऔर जहाँ तक बात उनके मतपत्र में दिए गए नामों की है, अभी शायद उन्होंने अपनी समझ से इतना ही पढ़ा है. जैसे-जैसे उनका अध्ययन बढ़ता जायेगा वे अपनी सूची संशोधित करते जायेंगे.
बुढापे की बातें काहे करतीं हैं (वैसे तो हमें आपकी उम्र का पता नहीं है), व्यक्ति हमेशा दिल से जवान रहना चाहिए, कभी-कभार बचपना और सठियापा भी चलता है.
हां नहीं तो!
@ नरेश चन्द्र बोहरा
ReplyDeleteजी नहीं नरेश जी
आपकी तो पूरी पहचान है
परंतु कुछ नामों के चयन को लेकर
कल या परसों मेरी पोस्ट
क्या अंग्रेजी बन गयी है राष्ट्रभाषा ? http://nukkadh.blogspot.com/2010/05/blog-post_102.html
पर
एक टिप्पणी दो बार लगाई गई थी
जिसे मैंने हटा दिया है
और उसमें दिए गए नाम का न तो प्रोफाइल
ही मौजूद था और न ब्लॉग पर ही कोई पोस्ट
जो शायद बनाया ही
हिन्दी ब्लॉगरों के बीच सद्भाव को खत्म करने के आशय से यानी सूनामी पैदा करने के लिए लगाई गई थी।
इग्नोर कीजिए, अपनी मौत आप मर जाएगी ये टिप्पणी।
ReplyDeleteसोचने में भी अपव्यय है, समय का। आप की सूची बड़ी अच्छी है, मेरे जैसों के काम आएगी जो अच्छे ब्लॉगों पर जाना चाहते हैं। अगर आप लिंक डाल दें इन सबका, तो वह आपके स्तर का कृत्य है। यह फ़र्जी खेल…
अदाजी ,
ReplyDeleteक्या सच में ऐसा कोई चुनाव चल रहा है !
हमें तो यह सब तब से अब तक मजाक ही लग रहा है !
मारिये गोली इन सब बातों को !
अदा जी
ReplyDeleteसादर वन्दे !
अभी अगले चुनाव दूर है सो कुछ चुनावी लोग खाली बैठे होंगे, यही सोचकर कूद पड़े !
अब क्या है कि गन्दगी तो फैलानी है सो ये फैला रहे हैं, हमें इस गन्दगी पैर पटकने कि जरुरत नहीं है, हमें अपनी सार्थक पोस्टों कि बारिशजारी रखनी चाहिए ये गन्दगी अपनेआप साफ हो जाएगी | येसा मेरा मानना है!
रत्नेश त्रिपाठी
चयन मे गुण या संख्या ?
ReplyDeleteअदा जी,
ReplyDeleteबेनामी भाई कुमार जलजला ने ये टिप्पणी मेरी पोस्ट पर भी की थी...मैंने उसी वक्त जवाब दिया था...उसी को यहां
रिपीट कर रहा हूं...
यार जो भी हो तुम हो पहुंची हुई चीज़, अभी एक बखेड़ा ही शांत नहीं हुआ है कि तुम ये महिलाओं में श्रेष्ठ ब्लॉगर चुनने का शोशा और ले आए हो...अरे चुनना ही होगा तो महिलाओं को अलग क्यों किया जाएगा भला...क्या पुरुषों और महिलाओं को मिलाकर कोई महिला श्रेष्ठ ब्लॉगर नहीं हो सकती....मुझे लगता है वाकई पॉलिटिक्स की ब्रीड से कोई न कोई तुम्हारा नाता ज़रूर है...
जय हिंद...
चलिये इस बहाने इतने नाम एकसाथ पढ़े ।
ReplyDelete@ इस चुनाव प्रक्रिया से दूर रहा जाए तो ठीक होगा..बाकी, आगे आप लोगों की मर्ज़ी...
ReplyDelete--- आपने सही कहा है
मुहब्बत करने वालों में ये झगड़ा डाल देती है,
सियासत दोस्ती की जड़ में मट्ठा डाल देती है।
श्रेष्ठता कि पहचान जिन्हें खुद नहीं है ...वो दूसरों कि पहचान क्या करेंगे .
ReplyDeleteअदा जी , प्रणाम,
ReplyDeleteमेरे ख्याल से ब्लॉगजगत में आप का बहुत सम्मानजनक स्थान है, आप ने जो लिखा है उसमे विरोधाभास है, पढ़कर मुझे लगा की आप दर्शा तो रही हैं की इस तरह का चुनाव ठीक नहीं है लेकिन आप के शब्दों से झलकता है की आप खुद चाहती हैं की श्रेष्ठ ब्लोगारिन का चुनाव हो, और मैं राजेंद्र मीना जी ने जो लिखा है उसका समर्थन करता हु, इसलिए कृपया किसी के लिए इस तरह की भाषा और इस तरह की पोस्ट लिख कर अपनी इमेज ख़राब ना करें.....आपका शुभचिंतक!
गोलमाल है सब गोलमाल है .......... किसी फंदेबाज की नयी चाल है............गोलमाल है सब गोलमाल है !!
ReplyDeleteअपना तो सबको प्रणाम सबको राम राम राम.. भाई किसे अच्छा कहें पार्वती को, लक्ष्मी को या सरस्वती को? क्यों ये जबरदस्ती तीसरे विश्व युद्ध की पटकथा लिख रहा है अनामी बलबला ऊप्स जलजला.. मुझे तो ये डोगा, नागराज, बांकेलाल या भोकाल की कॉमिक्स का कोई खलनायक लगता है जो कॉमिक्स की दुनिया से बाहर आकर यहाँ सब तबाह करना चाहता है.
ReplyDeleteमो सम कौन ...:):)
ReplyDeleteइतनी महिला ब्लोगर्स के नाम एक साथ देखकर बहुत ख़ुशी हुई ....
@ मुझे नहीं लगता महिलाओं में पुरुषों कि तरह ..'मठाधीश' बनने की होड़ है...
क्या सचमुच ...
@स चुनाव प्रक्रिया से दूर रहा जाए तो ठीक होगा...
यही ठीक लग रहा है ...
@ वाणी गीत:
ReplyDelete----------
महोदया, मुझे लगता है कि शायद कुछ कन्फ़्यूज़न है।
स्पष्ट करने की कृपा करेंगी क्या?
hamaar vote aa[ko...
ReplyDeletepakkkaa..pakkkaa...
har haal mein..
ये कौन श्रेष्ठ है, कौन बड़ा है, कौन छोटा है जैसे प्रश्न तो विकृत मस्तिष्क वाले करते हैं। ऐसे लोगों का काम ही है दूसरों को उलझा कर मजा लेना।
ReplyDeleteमतलब अब यहाँ ब्लोगिंग जगत में भी नेता छाप राजनीति होगी. कमाल है! वैसे नेतागण चुनने के पहले कदम से ही साफ़ हो गया कि दाल काली है.
ReplyDeleteमहिलाओं में श्रेष्ठ ब्लागर कौन- जीतिए 21 हजार के इनाम
ReplyDeleteपोस्ट लिखने वाले को भी मिलेगी 11 हजार की नगद राशि
आप सबने श्रेष्ठ महिला ब्लागर कौन है, जैसे विषय को लेकर गंभीरता दिखाई है. उसका शुक्रिया. आप सबको जलजला की तरफ से एक फिर आदाब. नमस्कार.
मैं अपने बारे में बता दूं कि मैं कुमार जलजला के नाम से लिखता-पढ़ता हूं. खुदा की इनायत है कि शायरी का शौक है. यह प्रतियोगिता इसलिए नहीं रखी जा रही है कि किसी की अवमानना हो. इसका मुख्य लक्ष्य ही यही है कि किसी भी श्रेष्ठ ब्लागर का चयन उसकी रचना के आधार पर ही हो. पुऱूषों की कैटेगिरी में यह चयन हो चुका है. आप सबने मिलकर समीरलाल समीर को श्रेष्ठ पुरूष ब्लागर घोषित कर दिया है. अब महिला ब्लागरों की बारी है. यदि आपको यह प्रतियोगिता ठीक नहीं लगती है तो किसी भी क्षण इसे बंद किया जा सकता है. और यदि आपमें से कुछ लोग इसमें रूचि दिखाते हैं तो यह प्रतियोगिता प्रारंभ रहेगी.
सुश्री शैल मंजूषा अदा जी ने इस प्रतियोगिता को लेकर एक पोस्ट लगाई है. उन्होंने कुछ नाम भी सुझाए हैं। वयोवृद्ध अवस्था की वजह से उन्होंने अपने आपको प्रतियोगिता से दूर रखना भी चाहा है. उनके आग्रह को मानते हुए सभी नाम शामिल कर लिए हैं। जो नाम शामिल किए गए हैं उनकी सूची नीचे दी गई है.
आपको सिर्फ इतना करना है कि अपने-अपने ब्लाग पर निम्नलिखित महिला ब्लागरों किसी एक पोस्ट पर लगभग ढाई सौ शब्दों में अपने विचार प्रकट करने हैं। रचना के गुण क्या है। रचना क्यों अच्छी लगी और उसकी शैली-कसावट कैसी है जैसा उल्लेख करें तो सोने में सुहागा.
नियम व शर्ते-
1 प्रतियोगिता में किसी भी महिला ब्लागर की कविता-कहानी, लेख, गीत, गजल पर संक्षिप्त विचार प्रकट किए जा सकते हैं
2- कोई भी विचार किसी की अवमानना के नजरिए से लिखा जाएगा तो उसे प्रतियोगिता में शामिल नहीं किया जाएगा
3- प्रतियोगिता में पुरूष एवं महिला ब्लागर सामान रूप से हिस्सा ले सकते हैं
4-किस महिला ब्लागर ने श्रेष्ठ लेखन किया है इसका आंकलन करने के लिए ब्लागरों की एक कमेटी का गठन किया जा चुका है. नियमों व शर्तों के कारण नाम फिलहाल गोपनीय रखा गया है.
5-जिस ब्लागर पर अच्छी पोस्ट लिखी जाएगी, पोस्ट लिखने वाले को 11 हजार रूपए का नगद इनाम दिया जाएगा
6-निर्णायकों की राय व पोस्ट लेखकों की राय को महत्व देने के बाद श्रेष्ठ महिला ब्लागर को 21 हजार का नगद इनाम व शाल श्रीफल दिया जाएगा.
7-निर्णायकों का निर्णय अंतिम होगा.
8-किसी भी विवाद की दशा में न्याय क्षेत्र कानपुर होगा.
9- सर्वश्रेष्ठ महिला ब्लागर एवं पोस्ट लेखक को आयोजित समारोह में भाग लेने के लिए आने-जाने का मार्ग व्यय भी दिया जाएगा.
10-पोस्ट लेखकों को अपनी पोस्ट के ऊपर- मेरी नजर में सर्वश्रेष्ठ ब्लागर अनिवार्य रूप से लिखना होगा
ब्लागरों की सुविधा के लिए जिन महिला ब्लागरों का नाम शामिल किया गया है उनके नाम इस प्रकार है-
1-फिरदौस 2- रचना 3-वंदना 4-संगीता पुरी 5-अल्पना वर्मा- 6 –सुजाता चोखेर 7- पूर्णिमा बर्मन 8-कविता वाचक्वनी 9-रशिम प्रभा 10- घुघूती बासूती 11-कंचनबाला 12-शेफाली पांडेय 13- रंजना भाटिया 14 श्रद्धा जैन 15- रंजना 16- लावण्यम 17- पारूल 18- निर्मला कपिला 19 शोभना चौरे 20- सीमा गुप्ता 21-वाणी गीत 21- संगीता स्वरूप 22-शिखाजी 23 –रशिम रविजा 24- पारूल पुखराज 25- अर्चना 26- डिम्पल मल्होत्रा, 27-अजीत गुप्ता 28-श्रीमती कुमार.
तो फिर देर किस बात की. प्रतियोगिता में हिस्सेदारी दर्ज कीजिए और बता दीजिए नारी किसी से कम नहीं है। प्रतियोगिता में भाग लेने की अंतिम तारीख 30 मई तय की गई है.
और हां निर्णायकों की घोषणा आयोजन के एक दिन पहले कर दी जाएगी.
इसी दिन कुमार जलजला का नया ब्लाग भी प्रकट होगा. भाले की नोंक पर.
आप सबको शुभकामनाएं.
आशा है आप सब विषय को सकारात्मक रूप देते हुए अपनी ऊर्जा सही दिशा में लगाएंगे.
सबका हमदर्द
कुमार जलजला
लो अब तो भैय्या ईनाम की भी घोषणा हो गई ..अब तो भूकंप के बाद जलजला आ कर ही रहेगा लगता है । मगर यार एक बात नहीं समझ आई , भैय्या जलजले यदि आपने ठीक उस दिन जिस दिन कि आपके हिसाब से आप ईनाम शिनाम बांटने वाल हो उस दिन यदि आप कहीं भ्रमण पर निकल लिए तो ..........
ReplyDeleteतो गोया ये कहो न कि आप चलते फ़िरते हुए मोबाईल इंडी ब्लोग्गर अमंग लेडी ब्लोग्गर्स टाईप का आयोजन करवा रहे हो । मगर भैय्ये उनका क्या जो बहुत सी हमारी महिला ब्लोग्गर्स अनाम होकर लिख रही हैं ये पता भी कैसे चले ....
यार छोडो ये सब , बस एक ब्लोग बनाओ और जलजले लाओ उसके बाद ...क्यों ठीक है न
अदा जी ,
एक और ब्लोग्गर हैं स्वाति भलोटिया ..कम लिखती है मगर बेहतरीन लिखती हैं कुछ नाम और भी है रुकिए देखता हूं
इस प्रकार की फ़ालतू-फ़ुरसती बातें फ़ैलाने वालों…
ReplyDeleteइस बकवास बहस से काफ़ी पहले ऐसी ही एक बकवास बात तय होना पहले से पेण्डिंग है कि -
1) महिला ब्लॉगर कहा जाये?
2) या महिला ब्लॉगरा?
3) या महिला ब्लॉगरिन?
4) या महिला चिठेरी?
और भी बहुत हैं… हा हा हा हा हा
तो भाईयों (और बहनों) पहले खिताब का नाम तो तय कीजिये फ़िर आगे की आगे सोचेंगे… :) :)
@ मो सम कौन ...मतलब मेरे जैसा कौन ...ब्लॉग जगत में हम सब खुद को ही तो सबसे अच्छा मानते हैं ...मेरे कमेन्ट का आपसे कोई सम्बन्ध नहीं है ...इसलिए आप परेशां नहीं हो ...
ReplyDeleteटी. वी. के शोज देखते-देखते हर कोई आजकल सबसे बड़ा कौन वाला गेम खेल रहा है. ब्लॉग में भी राजनीति घुस आई है....इसे बचाएं !!
ReplyDeleteसबसे पहले तो इस "ब्लोगरिन" शब्द पर मुझे सख्त ऐतराज है....ये कौन सा शब्द है??? कहाँ से आया??..किसने बनाया??...इसे तो सिरे से खारिज कर देना चाहिए ....और श्रेष्ठता का पैमाना क्या है?..कौन हैं जज??...कैसा चुनाव.??..यहाँ सब अपने हिस्से की जमीन पर खड़े हैं ...और समानांतर हैं ...ना कोई श्रेष्ठ हो सकता है..ना ही कमतर.
ReplyDeleteशिखा जी दो हैं ,
ReplyDeleteशिखा दीप
शिखा वार्ष्णेय
इसके अलावा मिनाक्षी जी "प्रेम ही सत्य है " वाली भी छूट गई हैं ।
अभी मिस्टर जलजला के कमेन्ट पढ़े...मेरा नाम तो ना शामिल करें आप...plzzzzzzzz
ReplyDeleteतवा गरम है बस रोटी सेक ही देना चाहिये,
ReplyDeleteऑफ़कोर्स बहन फ़िरदौस !!!
ReplyDeleteमुझे तो ये सिर्फ एक भड़काऊ पोस्ट लगती है और कुछ नहीं...किसी कुंठाग्रस्त इंसान कि भड़ास निकलने का माध्यम ....
ReplyDeleteपहले तो ये शब्द "ब्लोगारिन " बहुत ही बह्यात है...इसके पक्ष में मैं बिलकुल नहीं..
दूसरा इस तरह के किसी भी चुनाव कि यहाँ कोई जरुरत नहीं है...हम सब यहाँ स्वतंत्र रूप से लिखते हैं और सब अपने अपने ब्लॉग के राजा /रानी हैं...
मैं इस चुनाव के हक़ में बिलकुल नहीं और इसका बहिष्कार करती हूँ.
Am i the only female voter?
ReplyDeleteada i distinctly remember your post where you had said that you will take action against any perosn who sends comments that are in bad taste . you said you will take some sort of legal action
ReplyDeletemy question to you is that why was that action not taken against this person
instead of promoting him thru his idea it would have been better had you initiated some action against him
अगर आपका नाम फ़िरदौस जी के स्थान पर होता. क्या तब भी आप ऐसी पोस्ट लिखती. बिलकुल नहीं. आपने कहा-"जहाँ तक मेरा व्यक्तिगत मत है ...आपने जिन महिला ब्लोग्गर्स का नाम चुना है ...उनमें से कोई भी श्रेष्ठ ब्लोग्गर नहीं है" इससे तो यही लगता है की आपको प्रथम स्थान पर लिखे नाम से ईर्ष्या हो रही है.
ReplyDeleteसाथ ही अन्य (रचना, वंदना, संगीता पुरी, अल्पना वर्मा, शैल मंजूषा ) नामों से भी जलन हो रही है.
Shah Nawaz said...
ReplyDeleteअंजुम जी, यह कोई नई बात नहीं है, दर-असल, यही घिनौनी राजनीति का सच है. जहाँ तक नकारात्मक वोट की बात है, तो यह पोल खोलती है इन तथाकथित राष्ट्रवादियों की. अभी अगर यही पोस्ट किसी और मुस्लिम महिमा लेखक ने मुसलमानों के विरोध में बनाई होती, तब आप देखती की कमेंट्स की बाड़ आजाती. इस सब के बाद भी यह लोग अपने आप को सही साबित करने में लगे रहते हैं. दरअसल इस तालाब की कोई मछली नहीं बल्कि पूरा तालाब ही गन्दा है. सब के सब मुखौटा लगा कर बैठे हुए हैं. बाहर से दूसरों को हमेशा गलत ठहराते हैं, और अन्दर से सब के सब खुद गलत हैं.
'दंगे के धंधे की कंपनी' श्रीराम सेना पैसे पर कराती है हिंसा?
http://anjumsheikh.blogspot.com
@zeal- और मै अकेला पुरुष वोटर , बाकि सब तो ब्लॉगर है.
ReplyDeletesvpn ki mnjushaa ki yeh likhne ki ada sch likhne i is ada ne hi aapko adaa bnaa diyaa bdhaai svikaar kren behn ji. akhtar khan akela kota rajasthan my hindi blog akhtarkhanakea.blogspot.com
ReplyDelete@ सरस्वती जी,
ReplyDelete'शैल मंजूषा' नाम मेरा ही है....
यह टिप्पणी जिसने भी की है, उसका मक़सद सिर्फ़ हंगामा खड़ा करना है, इसलिए इन्हें तूल देने की ज़रूरत नहीं है...
ReplyDeleteआपकी बात से मैं पूर्ण सहमत हूँ....
ReplyDeleteब्लॉग में भी लगता है राजनीति जैसा खेल हावी होता दिख रहा है .. कम से कम हमें इससे दूर ही रहकर मिल जुलकर अच्छा प्रयास करते रहना होगा.....इसी से ब्लॉग की सार्थकता बनी रहेगी ...
सामयिक चर्चा और उत्तम विचारों के लिए आभार
जलजला ने माफी मांगी http://nukkadh.blogspot.com/2010/05/blog-post_601.htmlजलजला ने माफी मांगी http://nukkadh.blogspot.com/2010/05/blog-post_601.html
ReplyDelete@ Ashish-
ReplyDeleteThen we both are in safe zone. No stress ! No tension !
Let's party !