यह एक छोटी सी कोशिश है ब्लोगवाणी में पसंद के हिसाब से आये हुए प्रविष्टियों की बात करने की...हालांकि मैं स्वयं इस तरीके के पक्ष में नहीं हूँ, परन्तु ये मेरी पहली कोशिश थी इसलिए इस रास्ते को इख्तियार किया है....अगली बार से चुनिन्दा पोस्ट्स की ही बात करुँगी साथ ही ज्वलंत मुद्दों को भी उठाने कि कोशिश करुँगी....फिलहाल आज इस कोशिश में कुछ पोस्ट्स के बारे में बात की है ...बहुत जल्दी में ....
अजय झा जी आपसे माफ़ी चाहती हूँ देखा ही नहीं कि आपने भी ऐसा कुछ सोचा है..में तो बस बैठ गई रिकॉर्ड करने..जब आपकी पोस्ट पर आई तो नज़र आया..कि आपने भी ऐसी ही कोई बात कही है शायद...
ख़ैर..मेरी छोटी सी कोशिश है..आज कल हर रविवार रेडियो प्रोग्राम करती हूँ शायद इसलिए नहीं रुक पाई...एकदम से ये बात आ गई जहन में...
आप सबसे अनुरोध है सुनिए और बताइए कैसी लगी...(शुरू में दो जगहों पर gap है कृपा करके उसे नज़रअंदाज़ कर दीजियेगा...)
अच्छा आइडिया है , पर कोशिश रहे कि यह रचनात्मक
ReplyDeleteस्वरूप ले ! सकारात्मक स्वरुप ले !
अरे वाह!
ReplyDeleteयह आइडिया तो बहुत बढ़िया रहा!
आपका स्वर सुनकर तो तबस्सुम और अमीन सयानी की याद आ गई!
बहुत-बहुत बधाई!
बहुत बढिया-अच्छा आईडिया
ReplyDeleteबहुत पसंद आया।
आभार
व्हाट एन आईडिया, मैडम जी।
ReplyDeleteआभार।
ये बेहतरीन तरीका रहा, इसे जारी रखा जाये.
ReplyDeleteअच्छी आवाज में ब्लॉग समाचार सुनना किसे अच्छा न लगेगा। जारी रखियेगा। बधाई
ReplyDeleteबहुत बढ़िया प्रयास .....इसे निरंतर बनाये रखिये ..
ReplyDeleteबहुत बढ़िया आवाज़ । बहुत बढ़िया अंदाज़। बहुत बढ़िया प्रस्तुतिकरण ।
ReplyDeleteलेकिन अदा जी ३८ मिनट्स कहाँ से लायें ।
बहुत ही उम्दा प्रस्तुती / उम्दा इसलिए की 39 मिनट के इस प्रस्तुती में कहीं भी बोरियत महसूस नहीं हुई / आपका प्रयास ब्लॉग और ब्लोगिंग को सार्थकता की और ले जाने वाला साथ ही इसे प्रभावी आयाम देने वाला है / इसके लिए आपको हार्दिक धन्यवाद /
ReplyDeletewaah mam pehli baar aapki awaaz sun raha hun...aapka fan ho gaya...
ReplyDeleteबहुत बढ़िया आवाज़ । बहुत बढ़िया
ReplyDeleteआपकी इस प्रस्तुति ने तो अमीन सयानी और बिनाका गीतमाला की याद दिला दी।
ReplyDeleteबहुत खूब , बहुत ही उम्दा प्रयास है इसे जारी रखें ।
ReplyDeleteबाअदब, बामुलाहिजा, होशियार...
ReplyDeleteमल्लिका-ए-ब्लॉग अदा-ए-तरन्नुम लेडी अमीन सयानी जलवा-ए-अफ़रोज़ हो चुकी हैं...
जय हिंद...
abhi sun nahi payee hoon ...vaise prayaas achha hai ...
ReplyDeleteबहुत बढ़िया प्रयास .....
ReplyDeleteबहुत बढ़िया प्रयास....आवाज़ और कहने का अंदाज़ लाजवाब....शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत नवीन आईडिया है जी. आज शाम को समय मिलते ही इसे सुनने की प्रबल उत्कंठा है. बहुत शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
आईडिया बढ़िया रहा
ReplyDeleteपहल हेतु बधाई
पूरा तो नहीं सुन पाया किन्तु प्रस्तुतिकरण शानदार है
बेहतरीन
ReplyDeleteसुन्दर आवाज में उम्दा प्रस्तुति
बहुत दिन बाद रेडियो सुनने जैसा मजा आया।
प्रणाम स्वीकार करें
pasand aai aapki shailee
ReplyDeleteव्हाट एन आईडिया, मैडम जी।
ReplyDeleteआभार।
bahut badhiya lagi post mala.. aapki madhur aavaz mai sunkar aanand aa gaya.. bahut bahut badhaayee ho..
ReplyDeleteबेहतरीन तरीका रहा,
ReplyDeleteवाह ! बहुत पसंद आया...यह एक नया तरीका है ब्लोगिंग का
ReplyDeleteगुड आइडिया
ReplyDeletebahut badhiya....
ReplyDeleteउम्दा प्रयास ............सार्थक पहल के लिए बहुत धन्यवाद....
ReplyDeleteबहुत ख़ूब...
ReplyDeleteउम्दा प्रयास...
ReplyDeleteअदा जी
ReplyDeleteआपकी आवाज में भी आपके नाम की तरह एक अदा है। नई शुरूआत अच्छी लगी ........
वाह वाह ये भी खूब रही ..हा हा हा . बहुत ही खूबसूरत संयोग रहा ये हां नहीं तो ....बहुत खूब जी । बहुत ही बढिया ...ब्लोग जगत को अपनी पहली उद्घघोषिका मिलने पर बधाई हो ।
ReplyDeleteअदा जी आपकी आवाज के तो सब दीवाने हैं ही , आप मंजी हुई उद्घघोषिका हैं ये भी साबित हो गया है । अब कुछ सलाह । पहली बात तो ये कि इस कार्यक्रम को समय के बंधन में बांधिए ..मेरे ख्याल से दस मिनट या पंद्रह । और इसे ध्यान में रखते हुए ही समाचार तैयार हो । दूसरी बात ये कि सिर्फ़ पोस्ट में लिखी गई बातों की चर्चा हो , टिप्पणी भी दिलचस्प हो तो ठीक है , पसंद नापसंद और पाठकों की संख्या कोई मायने नहीं रखती ।आगे इंतजार रहेगा
बहुत बढिया.......अदा जी....पूरा नही सुन पाई....पर आपकी आवाज....बहुत मीठी....... बहुत सीखने के लिए मिलता है आपसे धन्यवाद...
ReplyDeleteसुबह आपकी आवाज सुन ली थी। इसके पहले जब एक बार मैं अपने कुछ मित्रों के साथ भिलाई गया था तब आपका गाना भी सुना था। ईश्वर ने आपको उम्दा आवाज दी है। आपने मेरी पोस्ट का जिक्र किया उसके लिए आपको धन्यवाद।
ReplyDeleteवाह बहुत खूब
ReplyDeleteइस समाचार वार्ता के लिये आभार
यानी आप अब मिसफ़िट पे शायद न आयें
ReplyDeleteहा हा हा
सोम्वार मेरा चलेगा
:) इसे कहते है प्रयोग... अच्छा प्रयोग है.. और आपकी आवाज काफ़ी दिन बाद सुनी.. दी, थोडा डेडली कोम्बो हो गया :)
ReplyDeletePD ne kaha hai....
ReplyDeleteदीदी. आपकी आवाज बहुत अच्छी है.. बोलने का तरीका भी शानदार है.. मैंने १०-१२ मिनट तक सुना.. अगर मैं अपनी बात कहूँ तो सुनने से अधिक पढ़ना पसंद करूँगा.. पढ़ने में सुनने से कम समय लगता है, सिर्फ यही एक कारण है. :)
अदा जी
ReplyDeleteरेडियो प्रोग्राम की यह निराली अदा
तो कानों को भा गई
मानस को सहला गई
सच कहूं
ब्लॉग समाचार ... पोस्ट माला का
दीवाना बना गई
अगला कार्यक्रम कब पेश हो रहा है
इतनी देरी ...
यदि यह कार्यक्रम
प्रति चार घंटे के अंतराल पर प्रसारित होता रहे तो आंखों को राहत मिले।
सबसे पहले तो शुक्रिया की आपने ये पहल की ......आपकी आवाज में तो जादू है ..हमें विविध भारती के उदघोषक याद आगये ...और हां अगर आप इसकी समय सीमा तय करे तो ..कम से कम अवधि ३० मिनट की अवश्य रखे ..और अधिक ध्यान रचना पर दिया जाए ,,,,टिपण्णी अगर दिलचस्प हो तो उसे भी अवश्य शामिल करे ......और आप यह भी बताएं की किस समय के बीच के रचनाए शामिल की जायेंगी .....जैसे रात आठ बजे से अगले दिन रात के आठ बजे तक ......वैसे आपको मशवरा देना आपकी शान में गुस्ताखी है ..पर इसे सलाह ना समझकर ...विनती समझे तो मुझे भी ख़ुशी होगी ....समय अवधि कम से कम तीस मिनट ही रखे ....और एक बात फिर से आवाज आपकी ही हो ..किसी कवि भाई को शामिल ना करे ...{ ये भी विनती ही है }
ReplyDeleteहमेशा कुछ नया करते रहने की आपकी आदत है दी ये तो पता है लेकिन ये भी सच है की आप जो भी नया करती हैं वो अनूठा भी होता है और कीर्तिमान भी बनाता है.... बहुत खुश हूँ अपनी दी का ये नया अंदाज़ देख.. :)
ReplyDeletenice
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