Wednesday, April 21, 2010

या तो ब्लॉग वाणी इनपर कार्यवाही करे नहीं तो ब्लॉग वाणी का ही बहिष्कार होना चाहिए....

किसी महिला की बेईज्ज़ती करना, किसी धर्म की खिल्ली उड़ाना, बिना बात के ब्लॉग जगत में तहलका मचाना, ऐसे जितने भी ब्लॉग है उनपर अंकुश लगना बहुत ज़रूरी है.....

या तो ब्लॉग वाणी इनपर कार्यवाही करे नहीं तो ब्लॉग वाणी का ही बहिष्कार होना चाहिए....आखिर क्या वजह है कि ब्लॉग वाणी इन ब्लॉग पर प्रतिबन्ध नहीं लगा रही है....क्या तकनीकि तौर पर वो कुछ नहीं कर पा रहे हैं या फिर उनको इससे आर्थिक नुक्सान पहुँच रहा है या फिर वो करना ही नहीं चाहते हैं....
हम कारण जानना चाहते हैं....

आइये ब्लोग्वाणी  और चिटठा जगत को मिलकर एक विज्ञप्ति दी जाए कि इस तरह की बात करने वाले ब्लॉग को अविलम्ब ख़ारिज किया जाए ... 
सबलोग मिलकर करते हैं आह्वान ...आवाज़ बुलंद हो ...ब्लोगवाणी ऐसे ब्लॉग को तुरंत हटाये ...और अगर वो ऐसा नहीं करते हैं ...तो ब्लोग्वाणी का ही बहिष्कार होना चाहिए.....
अब ये मुहीम शुरू होनी ही चाहिए....
 

इस पोस्ट पर अपना एतराज़ दर्ज कीजिये....अब इस तरह की फ़ालतू बातें बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं की जायेगी...चाहे कुछ भी हो जाए.....



43 comments:

  1. मै आप के साथ हुं, मेरा नाम भी इस मुहिम मै लिख ले

    ReplyDelete
  2. आपने सही कहा है, ऐसे ब्लॉग जो धार्मिक उन्मादना का प्रचार कर रहे हैं, इनका बहिष्कार होना ही चाहिए ।

    ReplyDelete
  3. एक सार्थक मुहीम के लिए आपका बहुत बहुत आभार और हार्दिक शुभकामनाएं !
    मैं भी आपकी इस मुहीम में साथ हूँ !

    ReplyDelete
  4. ब्लॉगवाणी पहले "भड़ास" और "भड़ास4U" तथा खुर्शीद नाम के एक लफ़ंगे के ब्लॉग पर प्रतिबन्ध लगा चुका है। चिठ्ठाजगत ने तब भी उस समय की शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया था… इस समय क्या होगा, कहना मुश्किल है।

    फ़िर भी मेरी व्यक्तिगत राय में किसी तरह का "प्रतिबन्ध" ठीक नहीं है, जब पाकिस्तान जैसे "खजेले" देश को इतने बम विस्फ़ोटों के बावजूद हम झेल रहे हैं, तब इन मुठ्ठी भर लोगों का मुँह बन्द करने का कोई औचित्य नहीं है। सामाजिक "बहिष्कार" करना…, इस कुत्सित "गैंग" की सभी पूर्व टिप्पणियाँ सभी ब्लॉगरों द्वारा अपने-अपने ब्लॉग्स से डिलीट करना, भविष्य में न इनके ब्लॉग पर जाना न इनकी टिप्पणी लेना… जैसे कई उपाय हैं जो किये जा सकते हैं, बहुमत की राय हो तो।

    ReplyDelete
  5. किसी विचारक ने कहा है कि जब विरोधी अनाप-शनाप बोल कर आसमान सर पर उठा लें तो समझिए कि आप सफल हुई हैं....वास्तव में फिरदौस जिस गंगा-जमुनी संस्कृति की राजदूत बन कर उभरी हैं,उसकी जितनी तारीफ की जाय कम है...! चुकी लफंगों की प्रतिक्रया पोस्ट नहीं करती हैं ये सो पता नहीं है कि असामाजिक तत्त्व लिख क्या रहे हैं..लेकिन पता करने की ज़रूरत भी नहीं है...अगर ये प्रतिक्रया पढ़ रहे हो वे अभागे तो उनको इतना ही कहना चाहूँगा कि ये भारत है इरान नहीं जो तुम्हारे फतवा से कोई डर जाएगा ना ही ये बांग्लादेश है जहां से किसी लेखिका को जान बचा कर भागना पडेगा...! यह भारत है और संविधान की मर्यादा में रहते हुए सबको अभिव्यक्ति की आजादी है...फिरदौस भी इसी आजादी का उपयोग कर सर्व-पंथ समभाव का झंडा बुलंद कर रही है...समर्थन..पूरा समर्थन...सौ करोड भारतीयों के तरफ से समर्थन.
    पंकज झा.

    ReplyDelete
  6. किसी विचारक ने कहा है कि जब विरोधी अनाप-शनाप बोल कर आसमान सर पर उठा लें तो समझिए कि आप सफल हुई हैं....वास्तव में फिरदौस जिस गंगा-जमुनी संस्कृति की राजदूत बन कर उभरी हैं,उसकी जितनी तारीफ की जाय कम है...! चुकी लफंगों की प्रतिक्रया पोस्ट नहीं करती हैं ये सो पता नहीं है कि असामाजिक तत्त्व लिख क्या रहे हैं..लेकिन पता करने की ज़रूरत भी नहीं है...अगर ये प्रतिक्रया पढ़ रहे हो वे अभागे तो उनको इतना ही कहना चाहूँगा कि ये भारत है इरान नहीं जो तुम्हारे फतवा से कोई डर जाएगा ना ही ये बांग्लादेश है जहां से किसी लेखिका को जान बचा कर भागना पडेगा...! यह भारत है और संविधान की मर्यादा में रहते हुए सबको अभिव्यक्ति की आजादी है...फिरदौस भी इसी आजादी का उपयोग कर सर्व-पंथ समभाव का झंडा बुलंद कर रही है...समर्थन..पूरा समर्थन...सौ करोड भारतीयों के तरफ से समर्थन.
    पंकज झा.

    ReplyDelete
  7. प्रिय बहन,
    हमने भी यही कहा था...
    किसी बात पर मतभेद हो सकते हैं... लेकिन इसका यह मतलब तो नहीं होना चाहिए कि 'लोग' नीचता पर ही उतर आएं...
    बेहूदा कमेन्ट करें...
    कमेन्ट प्रकाशित न करने पर असभ्य भाषा में लेख लिखें...भद्दे कमेंट्स करें... जिसे निशाना बना रहे हैं... उसी के नाम पर फ़र्ज़ी आईडी बनाकर अपने ही ब्लॉग पर उसके नाम से वाहियात कमेंट्स लिखें... यह तो बहुत ही 'नीचता' का काम है... ऐसे काम करने वालों और उनका समर्थन करने वालों का बहिष्कार किया जाना चाहिए...
    हमारा नाम भी शामिल करिएगा...
    अब पानी सर से ऊपर हो चुका है...

    ReplyDelete
  8. हमारा एतराज दरज कर लो, वैसे ब्‍लागवाणी मैं कभी हमें सदस्‍यता देने की हिम्‍मत नहीं थी, कोशिश कर के देख लो अब उसमें रद्द करने की हिम्‍मत है या नहीं?

    ब्‍लागवाणी को लिस्‍ट तो बताओ कौन-कौन से ब्‍लाग हटवाने हैं,
    सबसे पहले यह हटवाया जाये
    vedquran.blogspot.com

    ReplyDelete
  9. aapki baat vicharniiy hai

    aapki najar mein aise jo blog hai unka pata bhi dete to accha hota ...

    buddhijivi varg unpe apni rai de or fir yathochit kadam uthaya jaye

    ReplyDelete
  10. मै आप के साथ हूँ मेरा नाम भी इस मुहिम में लिख लें।

    ReplyDelete
  11. आप से पूरी तरह सहमत! इस मुहीम में हम आपके साथ हैं|
    रत्नेश त्रिपाठी

    ReplyDelete
  12. bilkul sahi baat .aapki baato se main bhi sahamat hun.
    poonam

    ReplyDelete
  13. इस मामले में हम तो पहले से बोलते आये हैं... खैर ब्लोग्वानी के प्रतिबन्ध लगाने से कुछ ख़ास फर्क नहीं पड़ता... पाठक सचेत रहें.
    जो गलत कर रहे हैं, जल्द ही साइबर अपराध के शिकंजे में आने वाले हैं. अन्वेषण शुरू है.

    ReplyDelete
  14. जी बिलकुल सही, बहुत से ऐसे लोग हैं तो खुद को धर्म का सबसे बड़ा जानकार समझते हैं| उन्हें लगता है के किसी की बेईजत्ति करना उनका हक है.
    ऐसे लोगो पर तो प्रतिबन्ध लगाना ही चाहिए, बिना देर.

    Please include my name as well

    ReplyDelete
  15. हम मज़हब की नहीं इंसानियत की बात करते हैं...
    यह भारत की गौरवशाली परंपरा का ही हिस्सा है, जब किसी अल्पसंख्यक पर कोई मुसीबत आती है तो बहुसंख्यक वर्ग के लोग ही सबसे पहले मदद के लिए आते हैं...जबकि मज़हब का ढोल पीटने वाले आग लगाकर दूर से तमाशा देखते हैं...

    एक लड़की (जिसे बहन कहते हैं) के ख़िलाफ़ इतनी घृणित साज़िश करके ये 'लोग' इस्लाम का सर ऊंचा कर रहे हैं या नीचा...???

    ReplyDelete
  16. ada
    no post against firdaus on any blog is showing on bogvani
    Blogvani removes the post and still the blog is not removed . The post can be read ont he blog but not thru blogvani

    ReplyDelete
  17. हमने तो पहले से ही बहिष्‍कार कर रखा है। बन्‍द हो जाए तो हम आपके साथ हैं।

    ReplyDelete
  18. अदा जी,
    इस विषय को सिर्फ़ ब्लॉग जगत तक ही सीमित करके न देखें। धार्मिक, सामजिक, लैंगिक विद्वेष फ़ैलाना कानूनन भी अपराध है। ये अपने विचार रखें, स्वतंत्र हैं, लेकिन शालीनता का पालन होना चाहिये।
    मेरे हिसाब से तो ब्लाग पर भी किसी की मानहानि करना व उपरोक्त सब बातें भी साईबर क्राईम में शामिल होंगी। सुरेश चिपलूनकर जी की बातों से सहमत हूं कि ऐसे ब्लाग्स का बहिष्कार करना व अपने ब्लाग पर इनकी टिप्पणियां न छापना और पुरानी टिप्पणियों को डिलीट करना सर्वोत्तम उपाय है।
    यह कहने की कोई आवश्यकता नहीं है कि हम सब यही चाहते हैं, हम सब आपके साथ हैं।

    ReplyDelete
  19. क्या इन लोगों पर कोई कानूनी कार्यवाही नही‌ हो सकती| इन लोगों को ब्लागवाणी क्या सीधे समाज से निकालकर जेल में डाल देना चाहिए

    ReplyDelete
  20. vandanaa ke in svaron mey ek svar meraa bhi milaalen..

    ReplyDelete
  21. ब्लोगवाणी करे या ना करे , ब्लोगर्स को तो बहिष्कार करना ही चाहिए । जब कोई तबज्जो ही नहीं देगा तो अपने आप चुप हो कर बैठ जायेंगे । यदि बच्चा बिना बात रो रहा हो और उसकी तरफ ध्यान न दो तो वो अपने आप चुप हो जाता है ।
    जो जिंदगी प्यार के लिए ही छोटी हो , उसे कोई लड़कर क्यों जाया करता है ?

    ReplyDelete
  22. kyon nahin yahan saare log Shree Mansoor Ali Hashmee ji ki tarah hote.

    ReplyDelete
  23. आखिर क्या वजह आप लोग ऐसी बाते अब तक कर रहे है जबकि सक्सेना साहब की मध्यस्ता के बाद ये प्रकरण समाप्त हो चुका है आप लोग भी अपनी मानसिकता बदले और शान्ति बनाए रखेँ

    ReplyDelete
  24. आईये... दो कदम हमारे साथ भी चलिए. आपको भी अच्छा लगेगा. तो चलिए न....

    ReplyDelete
  25. अब सहिष्णुता के नाम पर और बर्दाश्त नहीं किया जायेगा इन बेनामी bloggers की बदतमीजियों को !!!

    ReplyDelete
  26. कुछ लोगों ने ब्लॉग को अपनी कुंठा जाहिर करने का माध्यम बना रखा है ,पाठको का काउंटर बढ़ने के साथ इनकी हिम्मत बढती है,मैंने बहुत पहले ही ऐसे ब्लोग्स पर जाना छोड़ रखा है .
    आप के साथ हूँ इस मुहीम में

    ReplyDelete
  27. अयं गुरु जी ! ये क्या आप ने मेरा ब्लॉग कैंसल करने की सिफारिश कर डाली . ब्लोग्वानी जी मैं भी एक ब्लॉग बताता हूँ इससे भी बहुत इस्लाम की शिक्षा आम हो रही है इसे भी तुरंत बंद किया जाये . islaminhindi.blogspot.com
    और लगे हाथों इन की हमारी अंजुमन भी बंद कर दो . इसे पढ़ कर भी बहुत लोगों को इस्लाम के बारे में सही जानकारी मिल रही है .

    ReplyDelete
  28. मैं इस विषय पर अपना मत जग जाहिर कर चुका हूं और खुले आम आज की पोस्ट में लिख भी चुका हूं और यकीनन वही करना जा रहा हूं । अब संकंलकों को ही ये निर्णय करना है कि हम जैसे अदने पदने ब्लोग्गर रहें उनकी सूची में या फ़िर सुपर स्टार्स ब्लोग्गर जिन्होंने आजकल माहौल गर्म बनाया हुआ है । और हां ऐसा किसी भी संप्रदाय/धर्म/ मज़हब को आधार बना कर बेहूदा और तर्कहीन लिखने वालों के लिए मेरा मापदंड होगा ॥ अजय कुमार झा

    ReplyDelete
  29. इस मुहिम में हम भी आपके साथ है जी!

    ReplyDelete
  30. मैंने भी लिया ब्लॉगिंग से ब्रेक...लिखना कम..कमेन्ट करना कम...पढ़ना ज्यादा....(लड्डू बोलता है....इंजीनियर के दिल से....

    ReplyDelete
  31. कल चमन था, आज सेहरा हुआ,
    देखते ही देखते, ये क्या हुआ...

    जय हिंद...

    ReplyDelete
  32. फिरदौस के साथ जो हुआ अभी हाल ही मैं जाना .मैं तो नावाकिफ़ था .........इस तरह की बेहूदगियों से आप बतलाये दी किस तरफ़ अपना रथ ले जाऊ शत्रु बहुत बदतमीज़ हो गया हैं ..............

    ReplyDelete
  33. आखिर ये ब्लोगवाणी है क्या...?

    आपसे फोन पर बात हुई है तो कम से कम ये तो बताइये कि वो है क्या...??

    हम तो इसका बहिस्कार तभी से कर चुके हैं जब एक दो बार आपके चटके लगाने की कोशिश की और चटका लगा कर भी आपको ९ से १० तक नहीं कर सके.....

    हमारे लिए इस ब्लॉग वाणी का उसी दिन कोई अर्थ नहीं रह गया था...!!!

    एक बात और बताइये...
    फर्जी आई डी से कमेन्ट देना जुर्म है...या किसी और की आई डी से...?

    ये दो अलग अलग बातें हैं...

    जैसे हमारी एक दो आई डी और भी हैं....मगर हमारी अपनी है...हमारे बचपन के नाम की है एक तो..
    क्या वो गलत है...?


    दूसरे एक दो आई डी हमारे ख़ास यार दोस्तों की है..जिसे हम अक्सर इस्तेमाल नहीं करते...
    करते हैं भी तो उन से पूछ कर...क्या वो गलत है...?


    और तीसरी बात ये फिरदौस जी वाली.....जो कि सचमुच जुर्म है.....ब्लॉग-जगत में इस से ज्यादा गंदा काम और क्या होगा....ये तो सच में बड़ा गुनाह है...


    और बाकी ऊपर की दोनों बातें भी हमें बताइये....

    इसके अलावा हमें कोई फ़िक्र नहीं है....ना तो हम अपने ब्लॉग पर किसी धर्म वर्म को जगह देते हैं..ना किसी स्त्री पुरुष ब्लोगर पर कोई गलत बात लिखते हैं.....
    हाँ, अगर ग़ज़ल अच्छी ना कह पाएं तो उस हालत में ब्लॉग-वाणी हमारा ब्लॉग तो बंद नहीं कर देगी ना...??

    ReplyDelete
  34. आपकी भावनाओं से सहमत । बहन फ़िरदौस का , सुरेश जी का और jay ( पंकज झा ) की बातों का भी समर्थन है । मगर प्रतिबंध ठीक नहीं लगता , क्योंकि ज्यादा तर लोग Fanatic जैसे नहीं लगते बल्कि मुझे तो अति उत्साही और अल्पज्ञान के मारे लगते हैं । इनमे सुधार की पूरी संभावना है, अपनी परम्परा मे तो बाल्मिकि और अंगुलीमाल पूरा सम्मान प्राप्त किये और पूज्य बने । इसलिए फिलहाल तो समझाना और सुधारना ही जारी रहना चाहिए ।

    ReplyDelete
  35. मैं सुरेश चिपलूनकर जी से आग्रह करना चाहता हूँ कि वे अपने समाज के इस तरह के ब्लॉग को इंगित करते हुए भी यहाँ एक लिस्ट बनायें ताकी सभी तरह के कूड़े ख़त्म हो जाएँ या फिर गोदियाल साहब ये काम कर दें या फिर संजय बेंगाणी ही कर दें या हो सके तो जी के अवधिया जी ही यह का कर दें तो सभी तरह के कूड़े ख़त्म हो जायेंगे

    ReplyDelete
  36. बहिष्कार करने लायक ब्लॉग के नाम:

    स्वच्छ सन्देश: हिन्दोस्तान की आवाज़
    हमारी अन्जुमन
    वेद कुरान डॉ अनवर जमाल
    ;
    ;
    ;

    आप भी कुछ नाम सुझाईये या एक आइडिया है क्यूँ न सभी मुस्लिम ब्लॉगर के ब्लॉग को प्रतिबंधित कर दिया जाये सिवाय महफूज़, फिरदौस और मेरे ब्लॉग को

    ReplyDelete