Saturday, June 5, 2010

भरी दुनिया में आख़िर दिल को समझाने कहाँ जाएं......आवाज़....'अदा' की...




आवाज़....'अदा' की...

भरी दुनिया में आख़िर दिल को समझाने कहाँ जाएं
मुहब्बत हो गई जिनको वो दीवाने कहाँ जाएं

लगे हैं शम्मा पर पहरे ज़माने की निगाहों के
जिन्हें जलने की हसरत है वो परवाने कहाँ जाएं

सुनाना भी जिन्हें मुश्किल छुपाना भी जिन्हें मुश्किल
ज़रा तू ही बता ऐ दिल वो अफ़साने कहाँ जाएं

नज़र में उलझनें दिल में है आलम बेक़रारी का 
समझ में कुछ नहीं आता सुकूँ पाने कहाँ जाएँ

मोहब्बत हो गई जिनको वो दीवाने कहाँ जाएँ.....
भरी दुनिया में आख़िर दिल को समझाने कहाँ जाएँ...
भरी दुनिया....

26 comments:

  1. बहुत ही शानदार नगमा!
    सुनकर अच्छा लगा!

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  2. सुन्दर गीत और आपने बड़ी खूब सूरती से गाया है, बधाई.

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  3. सुखद होता है आपको सुनना

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  4. आज बहुत दिनों बात ब्लॉगजगत में वापिस आये और आपकी आवाज में गाना सुनकर मन प्रफ़ुल्लित हो गया... दीवाने कहाँ जायें :)

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  5. ठीक ठाक गीत है मगर आपकी आवाज़ में अच्छा है
    बहुत रो चुके मुकेश के गाने सुनकर
    मुझे रोने धोने वाले गीत अच्छे नहीं लगते आजकल ...

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  6. गीत बहुत सुंदर गाया है।
    मुहब्बत हो जाने पर कोई महबूब को छोड़ कर कहाँ जा सकता है?

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  7. aap ki awaz bahut achhee lagi aur jo aap ne adaygi ki woh bhee bahut pasand aayee. Bahut bahut badhyaee. Aap kaun se karoke system use karti hai kyonki aap ki music ke saath setting badi achhee aatee hai.

    Ashoo

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  8. @ आशू जी....
    आपका शुक्रिया...मेरी कोशिश आपको पसंद आई...
    मैं अपने लैपटॉप में audacity नाम के sofware से रिकॉर्ड करती हूँ...
    आपका धन्यवाद..

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  9. बहुत सुन्दर और दिलकश गाना ।

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  10. अच्छी प्रस्तुती शानदार आवाज ...

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  11. yahan aayen aur sargam se sari udaasi door ker den

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  12. bahut sunser aawaj
    aur geet bhi bahut achchha

    http://sanjaykuamr.blogspot.com/

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  13. क्या ब्लोग्वानी ऐसे ब्लोगों को रख कर खुश होता है या यह उसकी मजबूरी है
    देख लीजिये खुद ही ब्लोग्वानी को जहां मां बहन की हद दर्जे की अश्लील गालियाँ खुले आम दिखाई जाती हैं आगे पढ़ें और देखें

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  14. महबूब की गलियो मै जाये जी, पता है...
    महबूब नगर
    प्रेम गली
    मकान ना० ४२०
    :)

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  15. "mohabbat jinko ho gayee, wo deewane kahan jayen......."

    inn panktiyon ko padhne, aur kahan..:)

    apart from joke, very lovable lines...:)

    god bless ma'm!!

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  16. aap ki awaah ko sunakar do dil kahin kho jata hai...ab to bas aap se milne ki tammnna hai.

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  17. गाने और गले दोनों में दर्द... दर्द पर दर्द का तड़का.. ये तो जालफ्रेजी हो गया.. उफ़ उफ़ उफ़.. :)

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  18. adaji
    aapne bahut hi meetha gana gaya hai
    bs smjhane shbd thoda alg lg rha tha
    anytha na le .

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  19. ...अदभुत ... बेहद मिठास है आपकी आवाज में ... बहुत बहुत बधाई !!!

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  20. सादर!
    वाह जी ! मान गए | आप तो किसी पेशेवर गायक की तरह गाती हैं|नौजवान होते हुए भी मुझे इतना अच्छा लग रहा है तो बुजुर्गों का क्या हाल होगा ........
    रत्नेश त्रिपाठी

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  21. कोई लिख रहा है-
    ये दुनिया ये महफिल मेरे काम की नहीं
    कोई गा रहा है
    भरी दुनिया में कहां जाएं
    एक लिखकर गया है-
    आपस में प्रेम करो देशप्रेमियों

    मेरे लिए क्या हुक्म हैं मेरे आका


    गाने में अच्छा निर्वाह।

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