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http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2012/04/120421_boston_killing_va.shtml
अमरीका
में मारे गए
बोस्टन यूनिवर्सिटी के
एमबीए छात्र के
शेषाद्री राव के पिता
के सुधाकर राव
को ओडिशा में
अपने बेटे के
शव का बेसब्री से
इंतज़ार है. इस 24 वर्षीय
भारतीय छात्र की
गुरुवार को अमरीका में
गोली मारकर हत्या
कर दी गई
थी.
ओडिशा
के मुख्यमंत्री नवीन
पटनायक ने हत्या
की कड़ी निंदा
की है. उन्होंने भुवनेश्वर में
पत्रकारों से कहा कि
वे विदेश मंत्रालय के
साथ इस मुद्दे
को उठाएँगे. मुख्यमंत्री ने
अधिकारियों से कहा है
कि वो छात्र
के शव को
भारत लाने का
बंदोबस्त करें.
बीबीसी
से बातचीत में
अपने जवान बेटे
के अकाल निधन
से टूट चुके
पिता के सुधाकर
राव ने कहा,
"पता
नहीं हमारे दूतावास वाले
क्या कर रहें
हैं. अब वे
कह रहे हैं
कि मेरे बेटे
का शव बुधवार
को ही आ
पाएगा. जरा सोचिए,
गुरुवार की रात को
उसकी मृत्यु हो
चुकी है. अगर
बुधवार को शव
आया, तब तक
सात दिन हो
चुके होंगे. इतने
दिनों बाद हम
उसका क्या क्रियाकर्म करेंगे?”
अमरीका
में भारतीय दूतावास और
भारत सरकार के
विदेश विभाग से
बेहद झल्लाए हुए
राव ने कहा,
"आज
के ज़माने में
एक शव पहुँचाने के
लिए क्या सात
दिन लगने चाहिए?
अगर यही बात
है तो फिर
हमारा दूतावास और
विदेश मंत्रालय किस
काम के? बीबीसी
के जरिए मैं
सरकार से अपील
करता हूँ कि
मेरे बेटे का
शव जल्द से
जल्द पहुँचाने का
बंदोबस्त करें."
एक
बैंक में वरिष्ठ
अधिकारी राव इस बात
से भी नाराज़
हैं कि राज्य
सरकार उनके बेटे
के शव को
मुंबई से विशाखापत्तनम ले
जाने की बात
कर रही है.
उन्होंने कहा,
"मुझे
समझ में नहीं
आता कि कोई
मुझसे क्यों नहीं
पूछता? मैं चाहता
हूँ कि मेरे
बेटे का शव
भुवनेश्वर लाया जाए ताकि
मैं उसे यहाँ
से पुरी ले
जाकर वहीं उसका
अंतिम संस्कार कर
सकूँ. मैंने तेलूगु
एसोसिएशन ऑफ़ नार्थ अमेरिका यानि
ताना से भी
यही अनुरोध किया
है."
क्यों हुई हत्या
"हो सकता
है कि शेषाद्री की
असाधारण प्रतिभा ही उसकी मौत
का कारण बनी
हो मेरा बेटा
बहुत ही होनहार
लड़का था. स्कूल
से लेकर बोस्टन
यूनिवर्सिटी तक वह हमेशा
अव्वल नंबरों से
पास हुआ. अभी
हाल ही में
ख़त्म हुए सेमेस्टर में
उसने इतना अच्छा
प्रदर्शन किया था कि
उसे एक अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार के
लिए चुना गया
था. उसे एक
बड़ी कंपनी में
इंटर्नशिप भी मिल गई
थी और जल्द
ही उसे अच्छी
नौकरी भी मिलने
वाली थी."
क्या
यह 'हेट क्राइम'
हो सकता है?
इस प्रश्न के
उत्तर में राव
ने कहा,"अगर ऐसी
कुछ बात होती
तो वह हमें
ज़रूर बताता. उसने
कभी इस तरह
की कोई शिकायत
नहीं की. वह
बहुत ही मिलनसार और
हर परिस्थिति में
अपने आप को
ढाल लेने वाला
लड़का था.'
मई
में शेषाद्री का
डिग्री कोर्स ख़त्म
होने वाला था.
बचपन से मेधावी
छात्र रहे शेषाद्री ने
अपनी दसवीं तक
की शिक्षा जयपुर
में पूरी की
और फिर 12वीं
कटक के स्टुअर्ट साइंस
कालेज से. शेषाद्री ने
अपना बीटेक एनआईटी
कर्नाटक से किया था.