पुरानी है जी...
ब्लॉग जगत रूपी भवसागर में,
ब्लॉग जगत रूपी भवसागर में,
छद्म नाम फाड़ कर
कोई तो
रूप गर्विता सच्चाई
को सामने ले आओ,
कोई तो प्रेम के दर्शन कराओ !
परन्तु तुम्हें क्या !
तुम तो ...
पोस्ट को अदाओं से गरिष्ठ
और चिटठा जगत में वरिष्ठ बनाओ,
जो कमसुख़न हों
उन्हें सुख़नवर दिखाओ,
यहाँ बिना कृति के कीर्ति
और बिना प्रतिभा के प्रतिष्ठा
मिलती है,
कभी-कभी तो
आयु और मेधा
एक दूसरे से बतियाते तक नहीं,
उच्च पदासीन रहते हैं
हंगामे और बवाल,
कुछ...
पुरखे ताज़ा-तरीन हैं,
और कुछ बस नीम जिंदा,
कुछ...
खिलाड़ी निर्विवाद हैं,
लेकिन...
ज्यादा देदीप्यमान हैं
उन्मादी और लफंगे,
ये तो अच्छा है कि
ये तो अच्छा है कि
कनिष्ठों की बहार है,
और...
और...
कुछ वरिष्ठ तारनहार हैं,
बस...
बस...
एक हम जैसे
दरमियान में आ जाते हैं ,
दरमियान में आ जाते हैं ,
कहाँ समझ पाते हैं !
हवाओं की खुसुर-फुसुर,
फिलहाल जाने क्यूँ
दिशाएं सुन्न लग रहीं हैं...!
nice
ReplyDeleteउच्च पदासीन रहते हैं
ReplyDeleteहंगामे और बवाल,
खिलाड़ी निर्विवाद हैं,
लेकिन...
ज्यादा देदीप्यमान हैं
उन्मादी और लफंगे,....
कौन नयी बात है ....इन्हें प्रश्रय और बढ़ावा देने वाले आप हममे से ही हैं ...
एक हम जैसे
दरमियान में आ जाते हैं ,
कहाँ समझ पाते हैं !
हवाओं के खुसुर-फुसुर...
सच ज्यादा दिन परदे में नहीं रहता ....अँधेरा कितना ही घना हो ...!
वास्तविक और आभासी दुनिया पर एक बहुत सामायिक पोस्ट...पुरानी है तो क्या ...
अब देखिये ना... शरद जोशी, हरिशंकर परसाई , बालकवि बैरागी आदि का लिखा आज भी प्रासंगिक ही है !
बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
ReplyDeleteफ़ुरसत में .... सामा-चकेवा
विचार-शिक्षा
nice post
ReplyDeletenice post
ReplyDelete:)
ReplyDeletebahut khub........
शायद पहले भी आपकी इस पोस्ट पर कमेन्ट किया था ! शब्दश: कुछ पक्का याद नहीं ! आज भी आपकी भावनाओं / आपके उदगारों से सौ फीसदी सहमत है !
ReplyDelete'पहले भी ज्यादा देदीप्यमान हैं
उन्मादी और लफंगे'
‘यहाँ बिना कृति के कीर्ति
ReplyDeleteऔर बिना प्रतिभा के प्रतिष्ठा
मिलती है’
तभी तो इसे ब्लाग जगत कहते हैं:)
ओह ! चित्र...
ReplyDeleteस्थितियों परिस्थितियों को उजागर करती सुन्दर अभिव्यक्ति!!!
ReplyDeleteभवसागर से तार दो भगवान।
ReplyDeletesahi likha hai aik dam sateek
ReplyDeletebahut hi sunder
ReplyDeleteor sahi kaha hai aapne
"ज्यादा देदीप्यमान हैं
ReplyDeleteउन्मादी और लफंगे,’
नाईस पोस्ट।