देखा था किसी फिल्म में कि , जब आप किसी चीज़ को दिल से चाहते हैं, तो सारी क़ायनात जुट जाती है, आपको उससे मिलाने के लिए...मेरा भी एक ड्रीम प्रोजेक्ट है...चाहती हूँ कुछ ऐसा काम करूँ जिसे करने से लगे कि कुछ सार्थक काम किया है... फिर बच्चों के लिए काम करने से बेहतर और क्या हो सकता है ....
आज आपलोगों से कुछ बातें साझा करने आई हूँ...कुछ अपनों के साथ इस बात को share भी किया है...लेकिन आज आपलोगों से भी इस बात को शेयर करना चाहा..आख़िर मैं इतनी ज्यादा ग़ैरहाज़िर क्यूँ हूँ...!
कुछ समय पहले आपलोगों से जिक्र किया था कि मैं १६ फिल्में बना रही हूँ...दरअसल वो फिल्में sample फिल्में थीं....जिन्हें हमें अपने प्रोपोजल के साथ जमा करना था...यह एक Technical Requirement थी, जिन्हें evaluate करके २२२७ फिल्में बनाने का contract अवार्ड मिलना था....पहले तो मैं प्रोपोजल राईटिंग में ही व्यस्त रही....यह काम भी अपने आप में एक असंभव सा काम था....७५५ पन्ने का प्रोपोसल...लेकिन कर ही लिया...हमने बड़ी मेहनत और लगन से ये काम किया था...और रिकॉर्ड टाइम में १६ फिल्में, मूक-बधिर भाषा के साथ बनायी, जिन्हें प्रतियोगिता के लिए जमा किया, इस बहुत ही टफ कॉम्पिटिशन में, जिसमें ६ देशों की ९ Companies ने हिस्सा लिया था, हमने भी हिस्सा लिया, ये कंपनियां निम्नलिखित देशों से थीं :
१. भारत- ३ कम्पनियाँ
२. अमेरिका - २ कम्पनियाँ
३. दुबई - १ कंपनी
४. साउथ अफ्रीका- १ कंपनी
५. ग्रेट ब्रिटेन- १ कंपनी
६. कनाडा- १ कंपनी
आपलोगों की शुभकामनायें काम आईं हैं....हमारी बहुत छोटी सी कंपनी शैल्स कम्युनिकेशन ने यह प्रतियोगिता जीत ली....और यह contract हमें मिल गया है...अब मैं आने वाले लगभग एक साल तक बहुत बहुत व्यस्त रहूँगी ...कम नज़र आऊँगी...लेकिन नज़र आऊँगी ज़रूर ...अच्छी बात ये है कि एक सार्थक काम करने जा रही हूँ...अफ्रीका के बच्चों के लिए Syllabus based Educational Films बनाना...इससे पहले भी बना चुकी हूँ ४८१ फिल्में...और बहुत क़ामयाब हो चुकी हूँ ....
फिर एक बार ये सफ़र शुरू हो गया है...यकीन कीजिये बहुत ही रोमांचकारी अनुभव होता है, जब किसी असंभव से लगने वाले काम को करना पड़ता है...मेरी कोशिश रहेगी आपलोगों को सारी ख़बर देते रहने की...
बस जी काम शुरू हो चुका है, इस पूरे प्रोजेक्ट की प्रोजेक्ट मैनेजर मैं ..यानी 'स्वप्न मंजूषा शैल 'अदा'' हूँ ...लगभग ९० लोग मेरे साथ काम कर रहे हैं, २५ स्क्रिप्ट राइटर हैं, जो एक दिन में १६ स्क्रिप्ट लिख रहे हैं ....
६ स्टूडियो में सेट लगाए जा चुके हैं ...एक दिन में १६ फिल्म्स रिकॉर्ड होतीं हैं और उतनी ही फिल्म्स एडिट हो रहीं हैं ...मेरा काम ३ शिफ्ट में चल रहा है ...यानी २४ घंटे ...कम से कम १० ग्राफिक डिजाइनर्स और animatars हैं...९ प्रोडूसर, ९ डाइरेक्टर, ९ लाइन प्रोडूसर, १८ कैमरा मैन्स, Presenters, एक्टर्स, production assistant, teleprompter operator, वैगेरह वैगरह .... सभी ६ Studios ३-३ High Definition कैमरे से लैस हो गए हैं, मुझे १० महीने में यह प्रोजेक्ट पूरा करना है ...अगर मैंने कर लिया तो यह अपने आप में ही एक रिकॉर्ड होगा...
आप लोगों ने हमेशा साथ दिया....बहुत सम्मान दिया...बहुत प्यार दिया ...और मैं इसके लिए हृदय से आभारी हूँ...आगे भी इस काम के लिए आपकी प्रार्थनाओं की आवश्यकता है...उम्मीद है आपकी प्रार्थनाएं मेरे साथ रहेंगी...
आपकी 'अदा'
आपकी 'अदा'
बधाइयाँ
ReplyDeleteबहुत ही उतम प्रयास और उपलब्धि
इश्वर आप का प्रयास सार्थक करें
हार्दिक शुभकामनायें जी
ReplyDeleteजिस कार्य को दिल से किया जा रहा हो, प्रकृति भी उसे सफल बनाने में जुट जाती है।
सही कहा!
प्रणाम
अदा जी,
ReplyDeleteमेरी बधाई और शुभकामनाएँ स्वीकार करें !
वाह जी बल्ले बल्ले
ReplyDeleteआप तो पूरी इंडस्ट्री ही हैं अपने आप में.
असीम शुभकामानएं. आप खूब नाम कमाएं.
गुड गोड ! नन्ही सी जान और इतने काम !!
ReplyDeleteलेकिन अदा जी आपका हौसला देखकर नतमस्तक हो गए हैं ।
आप अपने मकसद में कामयाब हों , यही कामना है ।
हार्दिक शुभकामनायें ।
अरे वाह! आप की मेहनत रंग लाई.... इसके लिए बधाई...
ReplyDeleteएक करैक्शन का सुझाव है -
ReplyDeleteसैकंड लास्ट पैराग्राफ़ में "अगर मैंने कर लिया तो यह अपने आप में ही एक रिकॉर्ड होगा..." में से ’अगर मैंने कर लिया तो’ यह हटा दीजिये, यह अनावश्यक लिखा है।
कोई अगर मगर नहीं चलेगा, यह अपने आप में एक रिकार्ड ही होगा।
अग्रिम बधाईयां स्वीकार कीजिये, ढेरों ढेर।
हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई ..और शुभकामनायें ...
ReplyDeleteशुभकामनाएं आपको
ReplyDeleteअदा जी मैं भी शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहा हूँ, इस वक्त मुंबई में हूँ, यदि आप मौका दें तो एक बार आपके कार्य को देखना चाहूँगा,
जिससे मुझे कुछ आइडिया मिले और भारत के लिए यह कार्य कर सकूं,
हैं!! ये क्या पढ लिया मैंने? यकीन नहीं हो रहा है।
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनाएं...ईश्वर आपको अपने प्रयासों में सफलता दे..
ReplyDelete@ आशुतोष,
ReplyDeleteछोटे हो मुझसे इस लिए धन्यवाद नहीं कहूँगी...
हाँ आशीर्वाद ज़रूर दूँगी..
@ अंतर सोहेल जी,
एक फिल्म में देखा था शाहरुख़ को कहते हुए..और इस बात पर पूरा यकीन कर बैठी..
कालांतर में इसे सच भी होते देख रही हूँ...
आपका शुक्रिया..
@ ज्ञानचंद जी,
आपकी शुभकामनाओं के लिए हार्दिक धन्यवाद..
@ काजल जी,
इंडस्ट्री बनने की हैसियत कहाँ हम जैसों में...इंडस्ट्री का हिस्सा ही बन पाएं तरीके से ख़ुद को ख़ुशकिस्मत समझेंगे..
आपकी शुभकामनाओं के लिए कृतज्ञं हूँ..
ढेरों बधाइयाँ एवं हार्दिक शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteकाम तो पूरा होगा ही, और और भी बहुत से milestones पार करेंगी।
वाह जी वाह-- बल्ले-बल्ले...उछल लिए हम....अभी से ......आपके साथ दिखते नहीं तो क्या ...है तो हम साथ ही...बधाई....और चिन्ता न करें...प्रार्थना में कोई कसर नहीं रहेगी ....सफ़ल जरूर होंगी आप....हमारी‘अदा’...जो हैं आप...
ReplyDelete@ दराल साहेब,
ReplyDeleteमैं मुस्कुराए बिना नहीं रह पाई...जब मैंने अपनी माँ को बताया था तो बिल्कुल यही कहा था..'नन्हीं सी जान...और इतना काम !!' हा हा हा...
आपकी शुभकामनाओं के लिए नतमस्तक हूँ...
@ पद्मसिंह जी,
मेहनत का रंग सबसे ख़ुशगवार होता है...ये तो आप भी जानते ही हैं..
आपका धन्यवाद...
बधाई और शुभकामनायें भी.आप गुणी हैं कामयाब तो अपने काम में हो ही जायेंगी. अब आपकी मीठी आवाज़ में गाना कैसे सुन पाऊँगा, मैं ये सोंच रहा हूँ.
ReplyDelete@ संजय जी,
ReplyDelete'अगर' आप जैसे अच्छे लोगों का मुझ पर इतना विश्वास है तो यह काम होकर रहेगा 'मगर' विश्वास बनाए रखियेगा..
धन्यवाद..
@ समीर जी,
आपसे तो कुछ छुपा नहीं है...दोबारा-तिबारा शुभकामना दे रहे हैं तो और क्या चाहिए..
आप भी ले लीजिये धन्यवाद..
@ संगीता दी,
हृदय से आभारी हूँ..
@ योगेन्द्र जी,
ReplyDeleteजी अवश्य मैं हमारे बनाये हुए प्रोग्राम्स दिखाउंगी...लेकिन अंतरजाल पर नहीं डाल सकती कॉपीराईट की समस्या है...
फिर भी एक बार बन जाए तो कोई न कोई तरीका इख्तियार कर सकती हूँ दिखाने का..
आपका धन्यवाद..
@ नीरज जी,
अब तो आपने पढ़ लिया और हमने भी कह दिया ...जो होगा देख लेंगे...का करें..
हाँ नहीं तो..!
@ कैलाश जी,
आपकी प्रार्थनाओं के लिए हृदय से आभारी हूँ
धन्यवाद...
@ अविनाश,
ReplyDeleteतुम्हारा आना हमेशा ही अच्छा लगता है ..
वैसे छोटों की प्रार्थना भगवान् भी जल्दी सुनते हैं...
@ अर्चना जी,
मेरी ख़ुशी में आप शामिल हुई मुझे बहुत ख़ुशी हुई...
वैसे भी दिल के रिश्तों के लिए पास होना कोई ज़रूरी नहीं है...
आपका बहुत बहुत शुक्रिया...
हार्दिक बधाई!
ReplyDelete@ कुँवर जी ,
ReplyDeleteआप चिंता मत कीजिये..मेरी आवाज़ कहीं नहीं जारही है..
बस रेडियो की तरह बार-बार बजती रहूँगी...हा हा हा..
हृदय से आभारी हूँ..
@ अनुराग जी,
आप तो पडोसी हैं..लेकिन आपसे बात नहीं हो पाई..व्यस्तता ही इतनी थी...
मुझे आपको ख़ुद बताना चाहिए था...क्षमाप्रार्थी हूँ..
आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद..
सच्ची हमको तो बिलकुल पता ही नहीं था .....अच्छा किया आपने बता दिया !
ReplyDeleteबहुत मुबारकां जी ..इसी तरह सफल होती रहें हर मुकाम पर ...
बहुत -बहुत शुभकामनायें !
तेरे हौसले को सलाम .
ReplyDelete@ वाणी जी,
ReplyDeleteसच्ची मैंने तो बताया था, अच्छा हुआ आप भूल गईं...
वर्ना इस पोस्ट का फ़ायदा क्या होता...
आपका दिल से धन्यवाद करती हूँ...
@ सुनील जी,
आपका भी एहतराम...
congo....
ReplyDeleteमेरी भी बधाई और शुभकामनायें।
ReplyDeleteइस महत उपलब्धि के लिये अतिशय बधाईयाँ स्वीकारें। ईश्वर आपकी तपस्या का उत्तमतम निष्कर्ष दे।
ReplyDeleteइंद्रा नूई...
ReplyDeleteचंदा कोचर...
किरण मजूमदार...
शहनाज़ हुसैन...
एंड द अवार्ड गोज़ टू...
स्वप्नमंजूषा अदा...
आने वाला कल मुझे आज ही दिख गया है...
आप सब को गाना सुनाती रहती हैं, आज खुद सुनिए...
तुम्हें और क्या दूं दिल से दुआ...
जय हिंद...
बहुत दिनों से गैर हाज़िर रहा हूं वज़ह वही रोजी रोटी और बहुत कुछ , सो आज बस हाजिरी लगाने आया था ! देखा कि इधर तो जश्न का माहौल है :)
ReplyDeleteकाजल कुमार का कमेन्ट हमारा भी !
समझ नहीं आ रहा..
ReplyDeleteकितनी बधाइयां दें..कितनी दुआएं...
जाने क्या क्या मांग लें आपके लिए ऊपर वाले से.....
बस....आप हर राह में अपनी पहचान बनाती जाएँ...और हम आपके क़दमों के निशान हसरत भरी निगाहों से देखते जाएँ...
देखते जाएँ....
देखते जाएँ.....
यही छोटी सी ख्वाहिश है हमारी........
गीत बहुत पहले सुना था....
मंजिल पुकारती ही रही ठहरिये 'अदा'
हम बेखुदी-ऐ-शौक में आगे निकल गए...
आप हर मंजिल से आगे...बहुत आगे जाएँ.....
उस अंजुमन से जब भी उठे सर गिरां उठे..
उस अंजुमन में जब भी गए सर के बल गए...
एक ये शे'र भी था इस ग़ज़ल में..हमें याद है.....
.लगभग ९० लोग मेरे साथ काम कर रहे हैं, २५ स्क्रिप्ट राइटर हैं, जो एक दिन में १६ स्क्रिप्ट लिख रहे हैं ....
६ स्टूडियो में सेट लगाए जा चुके हैं ...एक दिन में १६ फिल्म्स रिकॉर्ड होतीं हैं और उतनी ही फिल्म्स एडिट हो रहीं हैं ...मेरा काम ३ शिफ्ट में चल रहा है ...यानी २४ घंटे ...कम से कम १० ग्राफिक डिजाइनर्स और animatars हैं...९ प्रोडूसर, ९ डाइरेक्टर, ९ लाइन प्रोडूसर, १८ कैमरा मैन्स, Presenters, एक्टर्स, production assistant, teleprompter operator, वैगेरह वैगरह .... सभी ६ Studios ३-३ High Definition कैमरे से लैस हो गए हैं, मुझे १० महीने में यह प्रोजेक्ट पूरा करना है ...अगर मैंने कर लिया तो यह अपने आप में ही एक रिकॉर्ड होगा...
इतनी ख़ास भीड़ में हम मामूली ब्लोगर्स को ना भूल जाइयेगा
अदाजी
ReplyDeleteबहुत दिनों बाद आपके ब्लाग पर आना हुआ किन्तु बहुत सफल रहा आपने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट की जानकारी इतने सुन्दर ढंग से दी है मानो हमारे सामने ही चल रहा हो \
आप अपने इस कार्य में शिखर पर पहुंचे और सफलता हमेशा आपके साथ बनी रहे |बहुत बहुत शुभकामनाये
इंद्रा नूई...
ReplyDeleteचंदा कोचर...
किरण मजूमदार...
शहनाज़ हुसैन...
एंड द अवार्ड गोज़ टू...
स्वप्नमंजूषा अदा...
Aami ehi bolte pari........
pronam.
@ V!Vs,
ReplyDeleteशुक्रिया..
@ आदरणीय निर्मला जी,
हृदय से आभारी हूँ..
@ प्रवीण जी,
आपकी शुभकामनाओं के लिए महती धन्यवाद..
@खुशदीप जी,
ReplyDeleteअगर ऐसा हुआ तो गीत आपही गायेंगे स्टेज पर..
प्रक्टिस कर लीजियेगा...
हाँ नहीं तो..!
@ अली साहेब,
आप कभी भी ग़ैरहाज़िर नहीं हैं....आप आयें कि न आयें हम मान लेते हैं एक टिप्पणी आपकी तरफ से...
जश्न में आप शामिल हुए ...आभारी हैं हम..
@ मनु जी,
काम बेशक बड़ा है लेकिन मैं बहुत छोटी हूँ.....
आपलोगों की प्रार्थनाएं और शुभकामनाओं को नहीं भूलूंगी...इतना मुझे ख़ुद पर विश्वास है..
धन्यवाद.
@ आदरणीय शोभना जी,
ReplyDeleteआप आईं बहुत अच्छा लगा...आपका आशीर्वाद मिला और भी अच्छा लगा..
धन्यवाद..
@ शोंजोय,
ऐईटा की बाबा...कमेन्ट चूरी कीये छो...:)
राम राम...
किन्तु भालो आछे ...
धोनोबाद दिछि...छाटका भोरे..:)
मैडम जी ,
ReplyDeleteआप बेहतर जानती हैं कि मैं कुछ नहीं भूलती ...ना अच्छा न बुरा !