Friday, July 2, 2010

सुन ओ हसीना काजल वाली....


समय का आभाव इतना है कि कुछ लिख पाना संभव ही नहीं हुआ आज.... मुझे ये गीत बहुत बहुत पसंद है....सोचा आज आप भी सुन लीजिये....कल हाज़िर होती हूँ एक कविता के साथ...


सुन ओ हसीना काजल वाली....

8 comments:

  1. गीत बहुत अच्छा है ... आज आज काम चल जायेगा अदा जी
    कल तो एक कविता और बढ़िया सा फोटू(photo) चाहिए ही

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  2. hnm...

    chaliye..maaf kiyaa...

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  3. मेरे भी अत्यधिक पसन्दीदा गीतों में से है यह गीत।
    आभार!

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  4. गीत भाया । कविता की प्रतीक्षा है ।

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  5. जाने कितना अजीब रहा आज का दिन .. इस गीत ने
    निर्वेद - सी शान्ति दी ! .. आभार !

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  6. अदा जी,
    जॉली मुखर्जी का गाया यह गाना बहुत पसंद है और मैं खुद इसे अपने ब्लॉग पर लगा चुका हूं(आडियो वर्ज़न) बल्कि सबसे पहली बार यही गाना लगाया था। देखा मैंने भी कभी नहीं था, आज देख लिया आपकी बदौलत।
    डबल मजा आया।
    आभार।

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