वाह!घुघूतीबासूती
घुघूती जी,आपकी एक 'वाह' में असर बहुत है..हृदय से धन्यवाद.
वाह. यह अपने समय का एक सदाबहार गीत है. बहुत बढ़िया बन पड़ा है :)
काजल साहेब,आपको पसंद आया..मेरा हौसला बढ़ाधन्यवाद
aapki aawaz abhi sun nahi paye fir koshish zaroor karenge.
कोई बात नहीं जब भी वक्त मिले और दिल करे सुन लीजियेगा..
आज सिर्फ एक शेर और एक गीत पर हमारा एक ही कमेन्ट है - ढंग का हो तो एक ही काफी है, चाहे शेर हो या गीत और यहाँ तो दोनों ही शानदार हैं|
अरे ज़नाब, आपका कमेन्ट तो मोर दैन काफ़ी है :)
:)good night/morning..:(hum thodaa kanfyujaaay gaye hain ada ji
मनु जी,हो जाता है कभी कभी ऐसा ही..
वाह!
ReplyDeleteघुघूतीबासूती
घुघूती जी,
Deleteआपकी एक 'वाह' में असर बहुत है..
हृदय से धन्यवाद.
वाह. यह अपने समय का एक सदाबहार गीत है. बहुत बढ़िया बन पड़ा है :)
ReplyDeleteकाजल साहेब,
Deleteआपको पसंद आया..मेरा हौसला बढ़ा
धन्यवाद
aapki aawaz abhi sun nahi paye fir koshish zaroor karenge.
ReplyDeleteकोई बात नहीं जब भी वक्त मिले और दिल करे सुन लीजियेगा..
Deleteआज सिर्फ एक शेर और एक गीत पर हमारा एक ही कमेन्ट है - ढंग का हो तो एक ही काफी है, चाहे शेर हो या गीत और यहाँ तो दोनों ही शानदार हैं|
ReplyDeleteअरे ज़नाब, आपका कमेन्ट तो मोर दैन काफ़ी है :)
Delete:)
ReplyDeletegood night/morning..
:(
hum thodaa kanfyujaaay gaye hain ada ji
मनु जी,
Deleteहो जाता है कभी कभी ऐसा ही..