चित्रपट : कश्मीर की कली
संगीतकार : ओ. पी. नय्यर
गीतकार : एस. एच.बिहारी
गायक : रफ़ी,आशा भोसले
रफ़ी: ओ हो हो, ओ हो हो, आ हा हा
mmmm, ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
दीवाना हुआ बादल
सावन की घटा छाई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
दीवाना हुआ बादल
ऐसी तो मेरी तक़दीर न थी
तुमसा जो कोई महबूब मिले
(दिल आज खुशी से पागल है) \- २
(ऐ जानेवफ़ा तुम खूब मिले) \- २
दिल क्यूँ ना बने पागल, क्या तुमने अदा पाई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
दीवाना हुआ बादल
आशा: जब तुमसे नज़र टकराई सनम
जज़बात का एक तूफ़ान उठा
(तिनके की तरह मैं बह निकली) \- २
(सैलाब मेरे रोके न रुका) \- २
जीवन में मची हलचल
और बजने लगी शहनाई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
दीवाना हुआ बादल
है आज नये अरमानों से, आबाद मेरी दिल की नगरी
(बरसों से खिंजां का मौसम था) \- २
(वीरान बड़ी दुनिया थी मेरी) \- २
हाथों में तेरा आँचल, आया जो बहार आई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
आशा: दीवाना हुआ बादल, सावन कि घटा छाई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
रफ़ी: दीवाना हुआ बादल, सावन की घटा छाई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई,
दीवाना हुआ बादल
बहुत ही अच्छा लगा गीत. रविवार की सुबह मजेदार हो गयी.शुक्रिया
ReplyDeleteवाह एक सदाबहार गीत....
ReplyDeleteएक सदाबहार गीत।
ReplyDeleteसुबह सुबह ये गाना सुनाने के लिए धन्यवाद
ReplyDeleteवाह , मेरा पसंदीदा गीत ।
ReplyDeleteजब भी सुनता हूँ , दिल झूम जाता है ।
बहुत अच्छा गया है, आप दोनों ने ।
ये तो मेरी भी पसंद का गाना है जी :)
ReplyDeleteपुरुष स्वर किसका है? भाव भरा है। आपका तो स्वर सदा की तरह।
ReplyDeleteबहुत सुंदर बोल ....गाया भी मधुर है जी ...दिल खुश हुआ...
ReplyDeleteयह सुन के दिल झूमा.....
ReplyDeletevaah bahut sunder rachna
ReplyDeletewaah bahut sundar....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर गीत प्रस्तुत किया है आपने अदा जी!
ReplyDeleteबहुत खूब रहा सब। ऊपर फ़ूल और नीचे फ़ूलों की सी आवाज, ये गाना वैसे भी बहुत पसंद रहा है। शुक्रिया कहना तो बनता ही है, आभार स्वीकार कीजिये।
ReplyDelete:) बढ़िया !
ReplyDeletebahut pyara geet...
ReplyDeleteaabhar.
पाण्डेय जी,
ReplyDeleteपुरुष स्वर एक पुरुष का ही है...नाम संतोष शैल..हमरे रिश्तेदार ही हैं...:)