Tuesday, November 17, 2009
दीवाना हुआ बादल.....
मालूम नहीं क्यूँ आज भी बात कुछ बनी नहीं...मेरी ग़ज़ल अधूरी ही है....ऐसा मेरे साथ शायद पहली बार हो रहा है कि कुछ लिखना चाह रही हूँ नहीं लिख पा रहू हूँ....
लेकिन आपलोगों के समक्ष कुछ नया प्रस्तुत करने कि आदत सी हो गयी है प्रतिदिन ....तो मैंने 'उनसे' से ही जिद्द कर दिया गाने को .....मेरी जिद्द के आगे झुकना ही पड़ा और गाना ही पड़ा....
अब बताइयेगा कैसा रहा यह गीत.... तो हाज़िर है आपकी नज़र......दीवाना हुआ बादल......यकीन है मुझे ......आप पसंद करेंगे.....
चित्रपट : कश्मीर की कली
संगीतकार : ओ. पी. नय्यर
गीतकार : एस. एच.बिहारी
गायक : रफ़ी,आशा भोसले
आज यहाँ पर गा रहे हैं : संतोष शैल, स्वप्न मंजूषा शैल 'अदा'
रफ़ी: ओ हो हो, ओ हो हो, आ हा हा
mmmm, ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
दीवाना हुआ बादल
सावन की घटा छाई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
दीवाना हुआ बादल
ऐसी तो मेरी तक़दीर न थी
तुमसा जो कोई महबूब मिले
(दिल आज खुशी से पागल है) \- २
(ऐ जानेवफ़ा तुम खूब मिले) \- २
दिल क्यूँ ना बने पागल, क्या तुमने अदा पाई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
दीवाना हुआ बादल
आशा: जब तुमसे नज़र टकराई सनम
जज़बात का एक तूफ़ान उठा
(तिनके की तरह मैं बह निकली) \- २
(सैलाब मेरे रोके न रुका) \- २
जीवन में मची हलचल
और बजने लगी शहनाई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
दीवाना हुआ बादल
है आज नये अरमानों से, आबाद मेरी दिल की नगरी
(बरसों से खिंजां का मौसम था) \- २
(वीरान बड़ी दुनिया थी मेरी) \- २
हाथों में तेरा आँचल, आया जो बहार आई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
आशा: दीवाना हुआ बादल, सावन कि घटा छाई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई
रफ़ी: दीवाना हुआ बादल, सावन की घटा छाई
ये देखके दिल झूमा, ली प्यार ने अंगड़ाई,
दीवाना हुआ बादल
दोनों में से किसी भी प्लेयर पर आप सुन सकते हैं...
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Di abhi lab me hoon sun to nahin paya.. lekin pakka hai ki aapne gaya hai to achchha hi hoga..
ReplyDeleteJai Hind...
बहुत मधुर।
ReplyDeleteचाहे आपकी रचना पढ़ें या आपके गीत सुनें, हमें तो दोनों ही बातों में खुशी होती है!
ReplyDeleteबहुत अच्छा गाया है आपने!
sumdhur
ReplyDeleteBahut madhur ,bahut surila.
ReplyDeleteek chatka aur laga raha hoon. jyada hi achchha hai isliye
ReplyDeleteबहुत पुराना गीत सुनकर आनंद आ गया .
ReplyDeleteमुझे तो पता ही नहीं था कि आपकी इतनी सुरीली आवाज है...बेहतरीन ..उम्दा...और आपके "वो" भी तो क्या खूब गाते है..बेहतरीन..मेरी तरफ से आप दोनों को हार्दिक बधाइयाँ....
ReplyDeleteदो बार लिख रहा हूँ, क्योंकि वास्तव में बहुत ही अच्छा लगा..
मुझे तो पता ही नहीं था कि आपकी इतनी सुरीली आवाज है...बेहतरीन ..उम्दा...और आपके "वो" भी तो क्या खूब गाते है..बेहतरीन..मेरी तरफ से आप दोनों को हार्दिक बधाइयाँ....
बेहद उम्दा रचना दीदी और जीजा जी । आप दोंनो को एक साथ सूननें का मौका मिलां, विश्वास कीजिए बेहद मिठी आवाज लगी आप दोनो की । बहुत-बहुत बधाई। उम्मीद है कि आगे भी आप दोनों को एक साथ सूनने का मौका मिलता रहेगा।
ReplyDeleteबहुत मधुर गीत को दिलकश आवाज मिली
ReplyDeleteआपका ब्लाग मैने फ़ेवरिट लिस्ट मे जोड दिया है
Bade dinon baad aapke blog pe aayi hun...kuchh halat aise rahe,ki, likha padhi sab band ho gayi thi!
ReplyDeleteAapka lekhan jaisabhi ho, mujhe to kabhi nahee laga ki alfaaz kee aap mohtaaj hain!
वाह बहुत मधुर आवाज़ है धन्यवाद
ReplyDeleteकेवल पढ़ कर ही अच्छा लग रहा है....
ReplyDeleteबहुत ही अच्छा....
संतोष जी की आवाज आज सुनी , उनकी धुनों का तो हम पर पहले ही जादू छाया हुआ है...
लेकिन आवाज और भी मस्त लगी...
इश्वेर आप दोनों को हमेशा खुश रखे..
और हाँ,
कल वाले चंदा ओ चन्दा ने मन को बड़ा उदास कर दिया था ....
बहुत दर्द था आवाज में...सुना ही नहीं जा रहा था...
सैलाद nahi Sailab
ReplyDeleteफ़िज़ाँ nahi khija (Both are just antonym )
this is my fav. song !!
and u have sung beautifully.
THANK YOU BACHWA..!!
ReplyDeleteham 'sailaab' to theek kar chuke the lekin 'khinjaan' par nazar nahi padi thi..
Are internet se lyrics chori karo to yahi hota hai na...:):)
SORRY CHORI KA MAAL HAI...:):)
THANK YOU BACHWA..!!
ReplyDeleteham 'sailaab' to theek kar chuke the lekin 'khinjaan' par nazar nahi padi thi..
Are internet se lyrics chori karo to yahi hota hai na...:):)
SORRY CHORI KA MAAL HAI...:):)
ada ji,
ReplyDeletekaise bhool sakte hain is awaaz ho..Ranchi mein 'Tahalka' machaya hua tha, aaj fir wahi karne ka iraada hai kya ???
aaj jaldi mein hun fir aaunga, Santosh ji ko slaam kahiyega, unka Guitar bajana kaise bhool sakta hun.
अदा जी आप इतने मधुर मधुर गीत लाती है, ओर हम भी लालच करते है सुननए का लेकिन आप का यह प्य्लेयर कल भी ओर आज भी हमारे यहां लोड नही होता, ओर हम आप के "वो "की मधुर आवाज से बंचित रह गये
ReplyDeleteBahut achcha laga aapka yeh gaana... aapse to hum pyar karte hi hain.... ab to aapki awaaz se bhi pyar ho gaya hai.....
ReplyDeletedownload bhi kar liya hai..
गजब दीदी गजब………………गाना सुनकर मैं तो उछल हीं पड़ा……………………बहुत सुन्दर गाया है । आपकी प्रतिभा के नये नये आयामो का पता चल रहा है :)। प्रणाम
ReplyDelete... bahut khoob !!!
ReplyDeletehnm....
ReplyDeletebahut sunder gaya hai aap dono ne..........
aaj man halkaa huaa ..
संतोषजी को पहली बार सुना है ...किसकी आवाज बेहतर बताऊँ...दोनों को बहुत बधाई...!!
ReplyDeleteआप दोनों के लिए यही कहना होगा...वी आर मेड फॉर इच अदर...समझे...
ReplyDeleteऔर गाना ये वाला सुनाना पड़ेगा...
खुशियां ही खुशियां हो दामन में जिसके
वो क्यूं न खुशी से दीवाना हो जाए...
जय हिंद...
वाह वाह आपके रफी साहब और रफी साहब की आशा दोनो को हम्ने सुन लिया .. और अपने घर के लोगो को भी सुनाया .. । अच्छा लगा । वैसे कराओके का शौक तो मुझे भी है बहुत दिनो से स्थगित था ..अब इसे सुनकर मन कर रहा है ।
ReplyDeleteअब ऐसे गाने कंहा,अब ऐसी मधुरता कंहा,अब तो बस अर्केस्टा का शोर होता है,आवाज़ का तो कोई मतलब ही नही।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया जी ...
ReplyDeleteवाह! अदा जी (जी नहीं अदा दी),
ReplyDeleteआज मन खुश कर दिया आपने. बहुत देर से गंभीर विषयों को पढ़ते लिखते मन भारी हो गया था. सोचा कोई गान सुन लूं. तो यहाँ आ गया.
और अपना पसंदीदा गीत पाकर मैं खिल उठा. ऊपर से तुर्राह ये की आप दोनों युगल ने इतनी शानदार प्रस्तुति दी की मैं आनंदित हो रहा हूँ.
अभी PAUSE करके COMMENT लिख रहा हूँ.
- सुलभ
sun to liye.. bahut badhiya laga.. par is baar download nahi ho raha hai, ab jab dubara sunna hoga blog par aayenge kya!!! download link de dijiye...
ReplyDeleteकरोडो में एक जोड़ी और अरबों में यह दम्पति डुएट !
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