खाम्ख्वाह की बात पर,लड़ने को आतुर हुआ,तोती का धीरज देखकर,तोते का गुस्सा फ़ुर्र हुआ:)हम करते कविताई तो ऐसी बनती, इसीलिये नहीं करते। तोता कैसे आंखें गोल करके घूर रहा है, हैरान सा। इसे कहिये न खुश है तो खुश दिखा भी करे, हाँ नहीं तो...!!
खाम्ख्वाह की बात पर,
ReplyDeleteलड़ने को आतुर हुआ,
तोती का धीरज देखकर,
तोते का गुस्सा फ़ुर्र हुआ:)
हम करते कविताई तो ऐसी बनती, इसीलिये नहीं करते।
तोता कैसे आंखें गोल करके घूर रहा है, हैरान सा। इसे कहिये न खुश है तो खुश दिखा भी करे, हाँ नहीं तो...!!