Eunuchs.
हा! हा! हा! मात्र इस एक चित्र से आपको भारत में खूबसूरती की परिभाषा बदलती नजर आने लगी या फिर ऐसे चित्र और भी हैं आपकी नज़र में. वैसे सच कहूँ तो अपने पडोसी देश में इसी को खूबसूरती कहते हैं.
अच्छा है जी बदलाव ही जीवन है..
न सुन्दरता, न ताजा तरीन और न ही आयाम।हाँ नहीं तो।
इसे आप किस नज़रिये से देख रहे/रहीं है यह निर्भर करता है भारत के संदर्भ में स्पष्ट करना ज़रूरी है..!!
हा हा हा, चित्र तो बहुत चुन कर लायी है आप. ऐसे बदलते आयाम पर कोई क्या कहे?
शारीरिक विसंगति होना अलग बात है लेकिन कृत्रिमता के बारे में कहें तो - अति सर्वत्र वर्ज्यते। ये अच्छा हुआ कि आज आपने ’हाँ नहीं तो..!!’ नहीं लिखा।
विचार शून्य सही कह रहे हैं... पाकिस्तानियों की हद दर्जे तक मेकअप करने की यह लत भारत वासियों में भी आती जा रही है...प्रेमरस.कॉम
Itna mekup bhi kisi fuhadpan se kam nahi hai.
मुझे तो ये हिजडे से लग रहे हैं।
नो कमेन्ट प्लीज !
Eunuchs.
ReplyDeleteहा! हा! हा! मात्र इस एक चित्र से आपको भारत में खूबसूरती की परिभाषा बदलती नजर आने लगी या फिर ऐसे चित्र और भी हैं आपकी नज़र में. वैसे सच कहूँ तो अपने पडोसी देश में इसी को खूबसूरती कहते हैं.
ReplyDeleteअच्छा है जी बदलाव ही जीवन है..
ReplyDeleteन सुन्दरता, न ताजा तरीन और न ही आयाम।
ReplyDeleteहाँ नहीं तो।
इसे आप किस नज़रिये से देख रहे/रहीं है यह निर्भर करता है भारत के संदर्भ में स्पष्ट करना ज़रूरी है..!!
ReplyDeleteहा हा हा, चित्र तो बहुत चुन कर लायी है आप. ऐसे बदलते आयाम पर कोई क्या कहे?
ReplyDeleteशारीरिक विसंगति होना अलग बात है लेकिन कृत्रिमता के बारे में कहें तो - अति सर्वत्र वर्ज्यते। ये अच्छा हुआ कि आज आपने ’हाँ नहीं तो..!!’ नहीं लिखा।
ReplyDeleteविचार शून्य सही कह रहे हैं...
ReplyDeleteपाकिस्तानियों की हद दर्जे तक मेकअप करने की यह लत भारत वासियों में भी आती जा रही है...
प्रेमरस.कॉम
Itna mekup bhi kisi fuhadpan se kam nahi hai.
ReplyDeleteमुझे तो ये हिजडे से लग रहे हैं।
ReplyDeleteनो कमेन्ट प्लीज !
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