Thursday, April 8, 2010

इन्कलाब आ गया है ...!






यकायक सब कुछ,


थम सा गया है


कोई कह रहा था कि


न्कलाब आ गया..... !


20 comments:

  1. जब कह रहा है तो आ ही गया होगा.

    ReplyDelete
  2. इंकलाब आने पर
    कुछ भी थमता नहीं है
    तापमान ज्यादा हो तो
    बर्फ जमता नहीं है

    ReplyDelete
  3. चलिये अच्छा हुआ कि अब गैरों के जुल्म नहीं सहने पड़ेंगे, अपने ही अब यह काम करेंगे।
    इन्कलाब जिन्दाबाद?

    ReplyDelete
  4. इन्कलाब ...कहाँ ....
    कैसे ...
    कब ...
    कहीं छत्तीसगढ़ की बात तो नहीं है ....??

    ReplyDelete
  5. आना तो चाहिए

    ReplyDelete
  6. बहुत ही सुन्‍दर प्रस्‍तुति ।

    ReplyDelete
  7. ab aa hi gayaa hai to ane dijiye....

    dekhaa jaayegaa...

    :)

    ReplyDelete
  8. उसको बैठाइये! चाय-वाय पिलाइये! लेकिन माइक मत थमाइयेगा। गाना-ऊना गाने लगेगा।

    ReplyDelete
  9. kahi dantewada to nahi .yadi yahi inklab hai to hinsa kisko kahege . waise aapne acchhi prastuti ki hai.

    ReplyDelete
  10. इन्कलाब -जिंदा बाद !
    बस यही सुना है।

    ReplyDelete
  11. शायद मौसम ही ऐसा है.

    रामराम.

    ReplyDelete
  12. kya sach me...yahan to ab bhi log bhookhe so rahe hain...

    http://dilkikalam-dileep.blogspot.com/

    ReplyDelete
  13. जाम चलने लगे, दिल मचलने लगे...
    चेहरे चेहरे पे रंग-ए-शराब आ गया...
    कोई कहने लगा माहताब आ गया...
    कोई कहने लगा आफताब आ गया...

    लेकिन अदा जी का कहना है...इंकलाब आ गया...

    जय हिंद...

    ReplyDelete
  14. "अदा" तो खुशदीप भाई साहब की भी इन्कलाबी सी है!
    इन्कलाब तो आ जाये कोई बात नहीं,बस अभी कुछ दिन बारिश ना जाए,बेमतलब ही गेहूं की फसल का नुक्सान होने की खबर से बैठे-बिठाए ही महंगाई और झेलनी पड़ जायेगी....

    कुंवर जी,

    ReplyDelete
  15. चार लाईनों मे आपने सारी बात कह दी,जिसे बताने के लिये शायद हमे चार पन्ने से भी ज्यादा लगते।समझ सकता हूं मैं उसमे छुपा दर्द,आखिर इंक़लाब आया भी तो हमारे यंहा है!

    ReplyDelete
  16. अच्छा हुआ जो जल्दी से आगया वरना कहना पडता बहुत देर करदी हुज़ूर आते आते

    ReplyDelete
  17. सही कहा आपनें अब इन्कलाब आ ही गया.

    ReplyDelete
  18. kisi ne majaak kar diya di.. ab inqlaab yahan kahan aayega.

    ReplyDelete