विकास और विनाश की बात जो साध्वी जी कह रही हैं, एक भययुक्त समाज की बात, जो इन्होंने तीन दिनों में देखा है, वो मैं पिछले दो सालों से अनदरूनी गुजरात में रहकर देख रहा हूँ. मुझे तो ऐसा कहीं नहीं लगा. मुझे खुशहाली, प्रगति और शांति ही दिखाई दी है, जो भले ही नरेन्द्र मोदी की देन न हो, यहाम की जनता का प्रयास हो... किंतु सचाई यही है! उमा भारती को मैंने आमने सामने तब देखा था जब इन्हें जंतर मंतर से सिर झुकाकर निकल जाना पड़ा था. मैं मोदी समर्थक या विरोधी नहीं हूँ. लेकिन मैं "दिखाई" जाने वाली ख़बरों की अपेक्षा "दिखाई देने" वाली खबरों पे यकीन करता हूँ!! वीडियो प्लेयर नहीं दिख रहा था शुरू में इसलिये पिछले कमेण्ट में 3-2-3 की तर्ज़ पर प्रश्नवाचक चिह्नों की हाइकू लगा दी थी!! :)
इस विडियो को डालने का मेरा तात्पर्य सिर्फ इतना है, हम बहुते ज्यादा कन्फ्यूजिया गए कि उमा भारती बी जे पी में हैं या नहीं ??? अगर हैं तो ऐसा क्यों कह रहीं हैं और अगर नहीं हैं तो कहाँ हैं ?? क्योंकि एक दौर ऐसा भी था जब इनको आधुनिक भारत में हिन्दुत्व का आधार स्तम्भ माना जाता था उनकी बातों को महत्व दिया जाता था, अब भी वही बोल रहीं हैं तो हम का समझे ???
रही बात गुजरात की तो गुजरात बहुत पहले से बहुत विकसित प्रदेश रहा है । अगर तो विगत सालों में विकास में बढ़ोत्तरी हुई है तो मोदी को कुछ श्रेय दिया जा सकता है, और अगर पहले कि अपेक्षा मामला बैक गेयर में चला गया है फिर श्रेय किसको जाता है ये कहने की ज़रुरत नहीं :)
बड़ा नायाब विडियो लगाया है आपने ढूंढकर. यह शायद तब की है जब उमा भारती ने भाजपा छोड़कर नयी पार्टी बना ली थी. उनकी पार्टी २००८ के म. प्र. के विधानसभा चुनाव में बुरी तरह फ्लॉप हो गयी थी. धोबी के गधे जैसी हालत होने के बाद वो वापस भाजपा में आ गयी. अब पार्टी में उनकी पहले जैसी इज्ज़त नहीं रही.
इस से यह तो पता चलता है कि राजनेताओं का कोई भरोसा नहीं है चाहे वो किसी भी पार्टी के हों.
दीदी
ReplyDeleteवन्दन
सादर
हमेशा ख़ुश रहो दिग्विजय !
Delete???
ReplyDelete??
???
विकास और विनाश की बात जो साध्वी जी कह रही हैं, एक भययुक्त समाज की बात, जो इन्होंने तीन दिनों में देखा है, वो मैं पिछले दो सालों से अनदरूनी गुजरात में रहकर देख रहा हूँ. मुझे तो ऐसा कहीं नहीं लगा. मुझे खुशहाली, प्रगति और शांति ही दिखाई दी है, जो भले ही नरेन्द्र मोदी की देन न हो, यहाम की जनता का प्रयास हो... किंतु सचाई यही है! उमा भारती को मैंने आमने सामने तब देखा था जब इन्हें जंतर मंतर से सिर झुकाकर निकल जाना पड़ा था.
ReplyDeleteमैं मोदी समर्थक या विरोधी नहीं हूँ. लेकिन मैं "दिखाई" जाने वाली ख़बरों की अपेक्षा "दिखाई देने" वाली खबरों पे यकीन करता हूँ!!
वीडियो प्लेयर नहीं दिख रहा था शुरू में इसलिये पिछले कमेण्ट में 3-2-3 की तर्ज़ पर प्रश्नवाचक चिह्नों की हाइकू लगा दी थी!! :)
इस विडियो को डालने का मेरा तात्पर्य सिर्फ इतना है, हम बहुते ज्यादा कन्फ्यूजिया गए कि उमा भारती बी जे पी में हैं या नहीं ???
Deleteअगर हैं तो ऐसा क्यों कह रहीं हैं और अगर नहीं हैं तो कहाँ हैं ??
क्योंकि एक दौर ऐसा भी था जब इनको आधुनिक भारत में हिन्दुत्व का आधार स्तम्भ माना जाता था उनकी बातों को महत्व दिया जाता था, अब भी वही बोल रहीं हैं तो हम का समझे ???
रही बात गुजरात की तो गुजरात बहुत पहले से बहुत विकसित प्रदेश रहा है । अगर तो विगत सालों में विकास में बढ़ोत्तरी हुई है तो मोदी को कुछ श्रेय दिया जा सकता है, और अगर पहले कि अपेक्षा मामला बैक गेयर में चला गया है फिर श्रेय किसको जाता है ये कहने की ज़रुरत नहीं :)
बड़ा नायाब विडियो लगाया है आपने ढूंढकर. यह शायद तब की है जब उमा भारती ने भाजपा छोड़कर नयी पार्टी बना ली थी. उनकी पार्टी २००८ के म. प्र. के विधानसभा चुनाव में बुरी तरह फ्लॉप हो गयी थी. धोबी के गधे जैसी हालत होने के बाद वो वापस भाजपा में आ गयी. अब पार्टी में उनकी पहले जैसी इज्ज़त नहीं रही.
ReplyDeleteइस से यह तो पता चलता है कि राजनेताओं का कोई भरोसा नहीं है चाहे वो किसी भी पार्टी के हों.
बिलकुल सही कह रही है विकास नहीं ?विनाश
ReplyDeleteविज्ञापनों का ज़माना है.किस पर विश्वास करें:?
ReplyDeleteआप ही बताएं.
इन्होंने कहा था कि बीजेपी में लौटने की बजाय आत्महत्या करना पसंद करूंगी।
ReplyDeleteइन्होंने कहा था कि बीजेपी में लौटने की बजाय आत्महत्या करना पसंद करूंगी।
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