ब्लॉगर हौं तो बस एही बतावन, बसौं कोई गुट के छाँव मझारन
नाहीं तो पसु बनिके फिरोगे, आउर खाओगे नित रोज लताड़न
पाहन बनौ चाहे गिरि बनौ, नाही धरोगे धैर्य, कठिन है ई धारण
फिन खग बनि इक पोस्ट लिखोगे, औ करोगे अभासीजगत से सिधारन
(महाकवि रसखान से प्रेरित प्रस्तुति ):)
गाना सुनकर बहुत अच्छा लगा।
ReplyDeleteअच्छा लगा तभे तो गाये हैं :)
Deleteआज फ़िर से सुने। आनन्दित हुये!
Deleteई तो हमरी खुशकिस्मती है :)
DeleteI heard this song....bhair duniya......I must admit this lady
Delete" ada" or " Swapna Menjusha " has a good voice... quite pleasant, quite soothing, quite seductive as well !
who is this mysterious lady and does she have more songs that I can listen to ?
pls reply and oblige
thanks for this treat
I heard this song " Bhari duniya " once more, quite delightful .. different intonation than the original song but carried out so sweetly... very melodious voice.. Has this lady Swapna Menjusha sung some more songs ? pray do tell
Deletethanks
Hello Mr Shah,
DeleteThanks for your encouragement. I have sung quite o few songs. Please find some of the links.
With best regards,
http://swapnamanjusha.blogspot.ca/2012/05/blog-post_05.html
http://swapnamanjusha.blogspot.ca/2011/06/blog-post_14.html
http://swapnamanjusha.blogspot.ca/2010/06/blog-post_1090.html
http://swapnamanjusha.blogspot.ca/2010/06/blog-post_9124.html
http://swapnamanjusha.blogspot.ca/2010/12/blog-post.html
होली प्रसंग समाप्त ?
ReplyDeleteन न ...अभी दिल थाम के बैठिये, हमले की तैयारी हो रही है :)
Deleteप्रेम से धमकियाना इसीको कहते हैं शायद :)
ReplyDeleteऐसे तो धमकी काम नहीं करती, प्रेम वाली शायद काम कर जाए :)
Deleteहमें भी कोई ठिकाना बता दीजिये..छाँव का..हम भी सुरक्षित हो जायें..
ReplyDeleteहई देखो ! घर के मालिक लोग पूछ रहे हैं, कोई कमरा खाली हो तो बताओ :)
Deleteका ज़माना आ गया है :)
इसलिए शम्मा पर पहरे,जमाने की निगाहों के
ReplyDeleteजिन्हेँ जलने की हसरत है वो परवाने तो बच जाएँ!!
नज़र में उलझने दिल में, है आलम बेकरारी का
न कोई साथ देता हो तो,चल अकेले निकल जाएँ!!
भरी दुनिया.....
वोई तो !
Deleteअकेले अकेले चले जा रहे हैं
जो साथ थे कभी वो भी कतरा रहे हैं :)
समूह धर्म ना निभा,
Deleteन कृतज्ञता पसार की,
बनके हम बडे बडे,
राह में अडे अडे,
कारवाँ गुज़र गया, गुबार देखते रहे!
समूह 'एक विचार' है
Deleteकहीं विचार का समूह है
न हम बड़े न तुम बड़े
समूह सब खड़े खड़े
विचार देखते रहे
कारवाँ गुजर गया
ग़ुबार देखते रहे
समूह'धर्म' मिलाप है
Deleteमनमर्जी ही प्रलाप है
जो ऐसे हम बिखर पडे
देखेंगे बस खड़े खड़े
साँप तो गुज़र गया, लक़ीर पीटते रहे!
कारवाँ गुज़र गया, गुबार देखते रहे!
अपनी अपनी सोच है
Deleteअपने ही विचार हैं
एक हम अलग सही
संग तेरे हज़ार हैं
हम तो ऐसे ही भईया
बचपन से हुए बड़े
अब बुढौती में काहे को
इस सोच विचार में पड़े
लकीर को साँप समझ
लोग पीटते रहे
कारवाँ गुजर गया
ग़ुबार देखते रहे
विचार की बात ओर है
Deleteपर शिक्षा का न छोर है
सोच में निकले छेद है
बस दृष्टि का यह भेद है
चिंतन ही उपाय है
जो सबके मन भाय है
सम्वाद यूँ करे करे,
आश यूँ धरे धरे,
कारवाँ……… गुज़र…… गया……, गुबार… देखते… रहे…!
We're All Different - Just ACCEPT It!
Deleteहम सब अलग अलग हैं - बस यह स्वीकार करते हैं!
:)
थैंक यू यशोदा !
ReplyDeleteबसोगे फिर बैस्वारी मझारन :-)
ReplyDeleteवो ज़माना और था जब, शिष्य गुरु की कुटिया में आते,
Deleteआज के गुरु ऐसे धुरफंदर, खुद चेलों की कुटिया में शीश नंवातें :):)
झूम उठे ये ज्ञान भरी पंक्तियाँ पढ़कर .... :)
ReplyDeleteहमहूँ झूम उठे आपकी टिप्पणी पा के :)
Deleteप्रोफ़ाईल स्टेटस - एकला चोलो रे ...
ReplyDeleteब्लॉगपोस्ट स्टेटस - गुट में चोलो....
चिंतनीय चिंतन :)
चिंतित चिन्तक जी !
Deleteएकला चोलो रे - प्रोफ़ाईल स्टेटस
गुट में चोलो रे - ब्लॉगवर्ल्ड स्टेटस :):)
बहुत सुन्दर.
ReplyDeletehttp://zaruratakaltara.blogspot.in/2013/03/blog-post_15.html
ReplyDeleteसदैव की भांति मधुर स्वर और सुन्दर गीत चुने हुए शब्द और खुबसूरत निर्वहन सुप्रभात।
मर्यादा पुरुषोत्तम राम आपके लिए लिखी है बहन अनुमति दे तो भाई नाम लिखे समर्पण नहीं
पोस्ट को लिखने की प्रेरणा मिली .लिंक डालना आता नहीं फिर भी प्रयास किया है।
पढ़ लिया भईया, सुन्दर लिखा है आपने।
Deleteआपका आभार !
बहुत ही अर्थपूर्ण प्रस्तुति.
ReplyDeleteदेखिये अब इसे अर्थपूर्ण माना जाता है या अनर्थपूर्ण, कौन जाने !
Deleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteसुन्दर :)
धन्यवाद !
Deleteअहा ,गाने ने तो मूड फ्रेश फ्रेश कर दिया :)
ReplyDeleteतू तो ऐसे फ्रेश फ्रेश कर रही है जैसे रिलायेंस फ्रेश से होकर आई है :)
Deleteyou sang really melodiously ...and your Holi ki yaadein on Rashmi ji's Blog made me SMILE :-)
ReplyDeleteHappy Holi & wish to read more from you & hear more Lovely songs sung with so much feelings
God bless !! Jeete Raho ...Khush Raho !! Shabaash !!
लावण्या दीदी,
Deleteप्रणाम,
आपका आशीर्वाद मिलना मेरे लिए कितना मायने रखता है, शायद शब्दों से मैं कभी भी बता नहीं पाऊँगी। आपका आशीर्वाद मिला मैं कृतार्थ हुई।
आपके लिए और आपके सभी प्रियजनों के लिए होली का यह पावन पर्व मंगलमय हो !