मन भरा है तम से ,
आकुल हृदय है
कितने जन्मों से,
सुन मेरी चंदा..!
मन मेरा काला
तन भी है काला
तुझे देखना चाहूँ
और ख़ुद डर जाऊं
आखें मेरी काली,
मन मेरा काला
तन भी है काला
तुझे देखना चाहूँ
और ख़ुद डर जाऊं
आखें मेरी काली,
तुझे मैला न कर दें..!
अब एक गीत....