बेहद खूबसूरत एहसास....
बहुत खुब। कम शब्दों में बहुत कुछ कह दिया है आपने।
बहुत खूबसूरत एहसास......
प्रेम की पराकाष्टा है यह तो .... भई वाह!
बेहतरीन!!!
वाह , बहुत ही सुंदर सरल और प्रभावित करने वाला
बेहतरीन, अप्रतिम भक्ति भाव।
बहुत ही सुन्दर …………मन को छूती अभिव्यक्ति।
ला-जवाब रचना!!
पहले सुना हुआ सा लगता है:)आपके पास जो गागर है, जिसमें आप सागर भर लाती हैं, कुछ दिन के लिये उधार मिल जाये तो हम जैसे बड़ी बड़ी पोस्ट लिखने वालों की बहुत मेहनत बच जायेगी।सच्ची दुआ के लिये उठे हाथों में आफ़ताब समाया हो जैसे।चंद शेरों में बेहतरीन जज़्बात।आभार, शुभकामनायें, आमीन।
सारे बेवफ़ा लगे हैं मुझकोतू वफ़ा सा लगता है....sundar rachna..........
बहुत खूबसूरत एहसास|धन्यवाद|
बेगानों की भीड़ में इक तूबस अपना सा लगता हैये अच्छी बात है.कोई तो अपना लगे
kothai aacho......anek din hoye gaye chhe.....lina bon ke mun aache?pronam.
man ki baat kahi hai aapne...
बेहद खूबसूरत एहसास....
ReplyDeleteबहुत खुब। कम शब्दों में बहुत कुछ कह दिया है आपने।
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत एहसास......
ReplyDeleteप्रेम की पराकाष्टा है यह तो .... भई वाह!
ReplyDeleteबेहतरीन!!!
ReplyDeleteवाह , बहुत ही सुंदर सरल और प्रभावित करने वाला
ReplyDeleteबेहतरीन, अप्रतिम भक्ति भाव।
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर …………मन को छूती अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteला-जवाब रचना!!
ReplyDeleteपहले सुना हुआ सा लगता है:)
ReplyDeleteआपके पास जो गागर है, जिसमें आप सागर भर लाती हैं, कुछ दिन के लिये उधार मिल जाये तो हम जैसे बड़ी बड़ी पोस्ट लिखने वालों की बहुत मेहनत बच जायेगी।
सच्ची दुआ के लिये उठे हाथों में आफ़ताब समाया हो जैसे।
चंद शेरों में बेहतरीन जज़्बात।
आभार, शुभकामनायें, आमीन।
सारे बेवफ़ा लगे हैं मुझको
ReplyDeleteतू वफ़ा सा लगता है....
sundar rachna..........
बहुत खूबसूरत एहसास|धन्यवाद|
ReplyDeleteबेगानों की भीड़ में इक तू
ReplyDeleteबस अपना सा लगता है
ये अच्छी बात है.कोई तो अपना लगे
kothai aacho......anek din hoye gaye chhe.....
ReplyDeletelina bon ke mun aache?
pronam.
man ki baat kahi hai aapne...
ReplyDelete