हमारे घर से लगभग डेढ़ घंटे की दूरी पर एक निहायत ही ख़ूबसूरत सी जगह है 'Thousand Islands'जहाँ हज़ारों छोटे-बड़े द्वीप हैं और उन द्वीपों पर बेइन्तेहाँ खूबसूरत घर । आपको ९० मिनट की बोट क्रूस लेनी होगी और आप यह स्वर्गीय नज़ारा देख सकते हैं
ये सारे द्वीप सेन्ट लॉरेंस नदी में हैं । इस नदी पर कैनेडा और अमेरिका दोनों का अधिकार है
कैनेडियन वॉटर में जाने के लिए हमें पासपोर्ट नहीं चाहिए लेकिन अमेरिकन वॉटर में जाने के लिए हमारे पास पहचान पत्र का होना आवश्यक है
यहीं आपको 'बोल्ट का किला' भी देखने को मिलेगा। इस किला का निर्माण सन १९०० में मशहूर उद्योगपति जॉर्ज बोल्ट ने अपनी पत्नी लुईस के लिए करवाना शुरू किया था, लेकिन किला के पूरे होने से कुछ ही महीने पहले लुईस का निधन हो गया । इस घटना से श्री बोल्ट इतने आहत हुए कि उन्होंने किले का काम तुरंत बंद करवा दिया। किला पूरे ७० सालों तक बंद रहा, बाद में इसे पब्लिक वियूईंग के लिए खोल दिया गया ।
आपलोगों को उस जगह की एक झलक दिखाना चाहती हूँ
हम गर्मियों में अक्सर वहाँ घूमने जाते रहते हैं । लेकिन वहाँ की तसवीरें जो हमने खींचीं हैं, वो सारी तसवीरें, तस्वीरों को अम्बार से निकाल नहीं पाय़ी, फिलहाल ये तसवीरें 'गूगल के सौजन्य से' :)
तसवीरें थोड़ी बेतरतीब से लगी हुईं हैं, कुछ तसवीरें बोल्ट कैसेल की हैं और कुछ दूसरे घरों की जो छोटे-छोटे द्वीपों पर हैं । कुछ द्वीप इतने बड़े हैं कि वहाँ अस्पताल, बच्चों के स्कूल, दुकानें इत्यादि सभी कुछ हैं, बाकायदा वहाँ शहर बसा हुआ है और हर तरह की सुविधा के साथ लोग रहते हैं ।
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यह पुल कनेडियन वॉटर और अमेरिकन वॉटर को अलग करता है |
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बोल्ट किला |
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बोल्ट किला |
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बोल्ट किला |
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बोल्ट किला |
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बोल्ट किला का बोट हाऊस |
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बोल्ट किला |
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बोल्ट किला |
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बोल्ट किला |
सुन्दरता लाजवाब है ,तस्वीरे बोल रही है |इस खूबसूरती को दिखने के लिए धन्यवाद |
ReplyDeleteनई पोस्ट भाव -मछलियाँ
new post हाइगा -जानवर
आपका भी आभार कालीपद जी !
Deleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बृहस्पतिवार (12-12-13) को होशपूर्वक होने का प्रयास (चर्चा मंच : अंक-1459) में "मयंक का कोना" पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
धन्यवाद शास्त्री जी !
Deleteवह कितनी शानदार जगह है , बहुत ही खूबसूरत ! निश्चित रूप से इन लोगो के पास कार की जगह शानदार बोट होती होगी कही आने जाने के लिए :)
ReplyDeleteजी हाँ अंशुमाला जी अधिकतर घरों में बोट द्वारा ही आवा-जाही की जाती है, लेकिन कुछ बड़े द्वीपों में गाड़ियों का भी उपयोग होता है, आप तस्वीरों में गाड़ियां भी देख सकतीं हैं।
Deletewoww...इतनी सारी जानकारी के साथ एक से बढ़कर एक तस्वीरें....हमारा स्क्रीम सेवर तो अब रोज रोज बदल जाएगा :,थैंक्स :)
ReplyDelete'स्क्रीम सेवर' ;)
Deleteआहहह.......लाजवाब.....बेमिसाल.......गज़़ब सुंदरता है, प्रकृति सर्वस्व उड़ेला है यहाँ.... जितनी भी तारीफ की जाय कम है........आपका बहुत आभार.....प्रकृति से साक्षात्कार का अवससर प्रदान करने के लिये।
ReplyDeleteये सच है कि प्रकृति ने देने में कोई कमी नहीं की है, और मनुष्य ने भी उसके रख रखाव में कोई कमी नहीं की है
Deleteआपका आभार राजेंद्र जी !
बस देख के निहाल हूँ।
ReplyDeleteमेरा ध्येय पूरा हुआ विकेश जी
Deleteधन्यवाद !
मन प्रकृति और पुरुष के समन्वय के सुन्दर माधुर्य में डूब गया।
ReplyDeletevah...
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