tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post8456282669307520116..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: बाबर- एक समलैंगिक शराबी बाल-उत्पीड़क....स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-15711672558100556222010-10-23T21:46:27.632+05:302010-10-23T21:46:27.632+05:30ये लेख कल पढा था लेकिन मसरुफ़ियत की वजह से टिप्पणी ...<b>ये लेख कल पढा था लेकिन मसरुफ़ियत की वजह से टिप्पणी नही कर सका....<br /><br />आपने अग्निवीर जी का लेख लिया है लेकिन अग्निवीर जी ने जिस बाबरनामे की कापी का वर्णन किया है वो बहुत कोशिशों के बाद भी डाउनलोड नहीं हो रही है.....<br /><br />तो इस बाबरनामा के किस्से पर सबुत देखने के बाद ही टिप्पणी करुंगा।<br /><br />लेकिन मैं कुछ बातें कहना चाहुंगा...<br /><br />इस्लाम में किसी भी इंसान का मकबरा या पक्की कब्र बनाने की इजाज़त नही है....इस लिहाज़ से हिन्दुस्तान में जितने भी मकबरें और मज़ारे है वो सब तोड देनी चाहिये....<br /><br />कोई भी इंसान जिसके पास जिस्मानी, पैसे या किसी रुप में ताकत हो.....वो हमेशा उसका गलत इस्तेमाल करता रहा है और यही काम बाबर ने किया....<br /><br />आज भी भारत में बहुत से बडे-बडे लोग इन सब चीज़ों का शौक रखते है.....इसका एक उदाहरण नोयडा का कोठी डी-५ का मशहुर केस है।<br /><br />==============<br /><br /><a href="http://blog.simplycodes.com" rel="nofollow">"हमारा हिन्दुस्तान"</a><br /><br /><a href="http://islam.simplycodes.com" rel="nofollow">"इस्लाम और कुरआन"</a><br /><br /><a href="http://simplycodes.com" rel="nofollow">Simply Codes</a><br /><br /><a href="http://management.simplycodes.com" rel="nofollow">Attitude | A Way To Success</a><br /></b>काशिफ़ आरिफ़/Kashif Arifhttps://www.blogger.com/profile/09323578684464948830noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-26616572540322119422010-10-23T14:10:33.615+05:302010-10-23T14:10:33.615+05:30विलम्ब से आया।
प्रश्न बाबर के चरित्र का नहीं, उस ...विलम्ब से आया। <br />प्रश्न बाबर के चरित्र का नहीं, उस मानसिकता का है जो अकबर के समय से ही उस स्थल के रामजन्मभूमि होने को लेकर हो रहे विवादों को नकारती रही है। ऐसा क्या है उस जगह में जो भावनात्मक रूप से हिन्दू इतने जुड़े हैं? आखिर मियाँ लोगों को वहीं मस्जिद क्यों चाहिए? ज्ञानवापी पर ही मस्जिद क्यों चाहिए? कृष्ण जन्मभूमि पर ही मस्जिद क्यों चाहिए? विन्दुमाधव पर ही मस्जिद क्यों चाहिए? हठधर्मिता है यह! <br />न्यायालय में लड़ते बाबरी समर्थक भी दोषी हैं और वे सारे हिन्दू, मुस्लिम आदि भी जो हठधर्मिता, दुराग्रह और अनदेखई की ओर से आँख मूँद कर बाबरी बाबरी जप रहे हैं। <br />अली जी, वह 'कुछ न कुछ बनवाया गया' नहीं रामजन्मभूमि थी जिसे बाबर के सिपहसालार ने तोड़ा और वहाँ वह कुरूप ढाँचा खड़ा किया। <br />मासूम जी, इत्ती मासूमियत भी ठीक नहीं। यह लेख नफरत नहीं एक कुत्सित चरित्र का भंडाफोड़ है। स्वीकारिए अब आप लोग।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-43453940095558306162010-10-23T14:07:29.542+05:302010-10-23T14:07:29.542+05:30This comment has been removed by the author.गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-67354914956919337572010-10-23T13:42:22.808+05:302010-10-23T13:42:22.808+05:30हो सके तो अली जी के कमेंट को मेरा भी मत मान लीजिए।...हो सके तो अली जी के कमेंट को मेरा भी मत मान लीजिए।<br />..............<br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">यौन शोषण : सिर्फ पुरूष दोषी?</a> <br /><a href="http://ss.samwaad.com/" rel="nofollow">क्या मल्लिका शेरावत की 'हिस्स' पर रोक लगनी चाहिए? </a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-78849963017912272952010-10-23T12:27:25.000+05:302010-10-23T12:27:25.000+05:30bas yun men jine wale hindu khush ho lenbas yun men jine wale hindu khush ho lenEJAZ AHMAD IDREESIhttps://www.blogger.com/profile/18314754701937274422noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-81262788164247925292010-10-23T12:18:04.795+05:302010-10-23T12:18:04.795+05:30बाबर के बारे ये सनसनीखेज पढ़कर कोई आश्चर्य नहीं हु...बाबर के बारे ये सनसनीखेज पढ़कर कोई आश्चर्य नहीं हुआ और न ही ये शक कि ये सब झूठ है | लुटेरों से नैतिकता की तो अपेक्षा ही नहीं की जा सकती |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-65804704902968354902010-10-23T11:07:33.330+05:302010-10-23T11:07:33.330+05:30अच्छी पोस्ट है---बाबर ही नहीं सभी मुस्लिम आक्रान्त...अच्छी पोस्ट है---बाबर ही नहीं सभी मुस्लिम आक्रान्ताओं , (यहां तक कि अन्ग्रेज़/ईसाई आक्रान्ताओं के भी--मुस्लिम आक्रान्ताओं की तो बात ही निराली है--कोई हिन्दू आक्रान्ताओं के बारे में खोज करके बताये तो जानें?) के बारे में यह बात लगभग सभी जानते हैं, परन्तु बाबरी मस्ज़िद के सन्दर्भ में यह नये विचार योग्य आलेख है--बधाई। shyam guptahttps://www.blogger.com/profile/11911265893162938566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-17666940446392962862010-10-23T10:25:29.545+05:302010-10-23T10:25:29.545+05:30aisa pahle baar suna pichle 40 salon me......
pra...aisa pahle baar suna pichle 40 salon me......<br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-18758350034904562412010-10-22T22:50:30.173+05:302010-10-22T22:50:30.173+05:30babar ........................ kyaa yah sahee haibabar ........................ kyaa yah sahee haidhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-84155973282937838342010-10-22T22:42:34.243+05:302010-10-22T22:42:34.243+05:30रोचक जानकारी. अगर बाबर ऐसा था तो क्यों उसकी बनाई ए...रोचक जानकारी. अगर बाबर ऐसा था तो क्यों उसकी बनाई एक इमारत के टूटने पर इतना बबाल मचाया जा रहा है.VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-87329165796597275802010-10-22T20:40:53.562+05:302010-10-22T20:40:53.562+05:30बाबरनामा मैं कोई अजीब बात मुझे नजर नहीं आयी. बादशा...बाबरनामा मैं कोई अजीब बात मुझे नजर नहीं आयी. बादशाहों के ज़ुल्म और ऐयाशियाँ कोई नयी बात नहीं. यह लेख़ भी राजनीती से प्ररित है, क्यों की यह किसी धर्म मैं नहीं लिखा है की, एक बुरे किरदार का इंसान, कोई मंदिर या मस्जिद नहीं बना सकता. <br />सत्य यह है की :मुसलमान उस मस्जिद मैं नहीं जाता, जो किसी और की ज़मीन पे नाजएज़ क़ब्ज़ा कर के बनाई गयी हो या जिसका मकसद झगडा ओ फसाद हो. ऐसी जगह या मस्जिद मैं नमाज़ कुबूल नहीं. इस लेख़ का मकसद लोगों का ध्यान असल मुद्दे से भटकना है और यह मुहब्बत नहीं नफरत का पैग़ाम है.S.M.Masoomhttps://www.blogger.com/profile/00229817373609457341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-19812439595840820772010-10-22T19:30:50.423+05:302010-10-22T19:30:50.423+05:30अदा जी ,
मुझे कोई आश्चर्य नहीं , हज़ारो हज़ार राजे...अदा जी ,<br />मुझे कोई आश्चर्य नहीं , हज़ारो हज़ार राजे / महाराजे / शाहों में से बाबर एक था ! हरम /अन्त:पुरों में विलासिता के लिये स्त्रियों और लौंडों / हिजडों के इस्तेमाल की कोई नई कथा नहीं है ये ! मद्यपान / जुआ और सेक्स के मामले मे उस जैसों से राजतंत्रों का इतिहास भरा पडा है फिर आप किस किस को रोईयेगा ! आखिर को इन सभी नें कुछ ना कुछ तो बनवाया ही है ना :) <br /><br />अयोध्या मसले पर कोई कमेंट नहीं करूंगा क्योंकि यह मामला माननीय न्यायालय के विचाराधीन मान रहा हूं इसलिये उस पर कमेंट अपनी औकात से बाहर मानता हूं ! बाकी सबका अपना अपना अभिमत !<br />शुक्रिया !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-90367041088111852692010-10-22T18:53:14.553+05:302010-10-22T18:53:14.553+05:30बिलकुल नई जानकारी है इस बाबत पहली बार पढ़ रहा हूँ ....बिलकुल नई जानकारी है इस बाबत पहली बार पढ़ रहा हूँ ....... आभारी हूँ प्रस्तुति के लिए ....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-18200538215752574642010-10-22T18:41:26.399+05:302010-10-22T18:41:26.399+05:30नई जानकारीनई जानकारीप्रमोद चतुर्वेदी "शैल"https://www.blogger.com/profile/17511543052506270250noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-51647242970897446822010-10-22T18:31:44.018+05:302010-10-22T18:31:44.018+05:30हम तो इस नई जानकारी से निशब्द हो गए हैं । हैरान कर...हम तो इस नई जानकारी से निशब्द हो गए हैं । हैरान कर देने वाली जानकारी है ।<br />बर्बर शब्द क्या बाबर से ही उपजा है ?डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-55322740280010789282010-10-22T18:11:22.583+05:302010-10-22T18:11:22.583+05:30अरे वाह!
यह तो अनोखी जानकारी सामने आई!
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इस लेख क...अरे वाह!<br />यह तो अनोखी जानकारी सामने आई!<br />--<br />इस लेख को लगाने के लिए आभार!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-6322589777004675142010-10-22T17:59:11.191+05:302010-10-22T17:59:11.191+05:307/10
बहुत अप्रत्याशित और सनसनीखेज पोस्ट.
'बा...7/10<br /><br />बहुत अप्रत्याशित और सनसनीखेज पोस्ट. <br />'बाबरनामा' का जिक्र सुना हमेशा, लेकिन थोडा-बहुत आज ही जाना. बेहतर है कि हम थोडा ही जानें.<br />अगर हमको ये सब न भी पता हो तब भी इतना तो पता ही है कि बाबर आतंकी था .. आक्रमणकारी था. सवाल यह उठता है कि मुस्लिम पक्ष इस कदर वीभत्स-निकृष्ट अतीत को क्यूँ गले लगाए हुए है ? क्यों नहीं आज भी वो पश्चाताप करना चाहता ? <br /><br />[विशेष - इस पोस्ट का मूल्यांकन करना कठिन था. महत्वपूर्ण पोस्ट होते हुए भी मेरा मानना है कि इस तरह की सामग्री से बचा जाए]उस्ताद जीhttps://www.blogger.com/profile/03230688096212551393noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-66736238859682573982010-10-22T17:47:23.497+05:302010-10-22T17:47:23.497+05:30आंखे खोल देने वाला सच।
एक घिघौनी आत्म-कथा का बेरहम...आंखे खोल देने वाला सच।<br />एक घिघौनी आत्म-कथा का बेरहम पहलू।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.com