tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post7791434680160442109..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: हमें अभी ज़रुरत है, एक और गांधी की ... बस...!स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger27125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-69612536280495462932010-10-03T19:42:40.540+05:302010-10-03T19:42:40.540+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुतिबहुत अच्छी प्रस्तुतिअल्पनाhttps://www.blogger.com/profile/01785254406795413453noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-70204717048150472952010-10-03T19:42:25.790+05:302010-10-03T19:42:25.790+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुतिबहुत अच्छी प्रस्तुतिअल्पनाhttps://www.blogger.com/profile/01785254406795413453noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-37047616148064250712010-10-03T19:41:49.663+05:302010-10-03T19:41:49.663+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुतिबहुत अच्छी प्रस्तुतिअल्पनाhttps://www.blogger.com/profile/01785254406795413453noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-37438966552988081142010-10-03T18:22:57.057+05:302010-10-03T18:22:57.057+05:30हमें अभी ज़रुरत है
एक और गांधी की ...
बस...!
पर ग...<b>हमें अभी ज़रुरत है <br />एक और गांधी की ...<br />बस...!</b><br />पर गांधी जी हमारे सामने हों भी तो क्या हम पहचान पाएंगे उन्हें !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-29460058221780976462010-10-03T18:20:18.456+05:302010-10-03T18:20:18.456+05:30हमें अभी ज़रुरत है
एक और गांधी की ...
बस...!
पर ग...<b>हमें अभी ज़रुरत है <br />एक और गांधी की ...<br />बस...!</b><br />पर गांधी जी हमारे सामने आ भी जाएं तो क्या हम पहचान पाएंगे उन्हें !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-5742559793989225702010-10-03T13:18:08.496+05:302010-10-03T13:18:08.496+05:30बेहतरीन पोस्ट.बेहतरीन पोस्ट.अंजना https://www.blogger.com/profile/07031630222775453169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-803995208606836522010-10-03T12:47:18.501+05:302010-10-03T12:47:18.501+05:30जहाँ व्यवस्था में अव्यवस्था हो
वहाँ साहित्य का क्य...जहाँ व्यवस्था में अव्यवस्था हो<br />वहाँ साहित्य का क्या औचित्य भला ?- मेरे ख़याल से आपका यह सवाल औचित्यहीन है , क्योंकि साहित्य में सबके हित की बात होती है और साहित्य हमेशा अव्यवस्था के खिलाफ आवाज़ उठाता है. लेकिन आपका यह कहना बिल्कुल सच है कि अभी हमें एक और गांधी की ज़रूरत है . मै इसमें यह भी जोड़ना चाहूँगा कि गांधियों की भीड़ में हमें आज सिर्फ एक असली गांधी की ज़रूरत है याने कि सिर्फ और सिर्फ महात्मा गांधी की .Swarajya karunhttps://www.blogger.com/profile/03476570544953277105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-78827454717498977092010-10-03T11:21:05.111+05:302010-10-03T11:21:05.111+05:30गाँधी केवल नाम नहीं है एक व्यक्ति का ...है पूरी एक...गाँधी केवल नाम नहीं है एक व्यक्ति का ...है पूरी एक विचार धारा ...अच्छी प्रस्तुतिसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-70744046577397367742010-10-03T09:03:34.398+05:302010-10-03T09:03:34.398+05:30सार्थक लेखन के लिए आभार
ब्लॉग4वार्ता पर आपकी पोस्...<i><b> <br />सार्थक लेखन के लिए आभार<br /><br /><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/10/4_03.html" rel="nofollow">ब्लॉग4वार्ता पर आपकी पोस्ट की चर्चा है।<br /></a> </b></i>ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-54795368723723303302010-10-03T00:03:42.967+05:302010-10-03T00:03:42.967+05:30गांधी कैनवास पर एक पेंटिंग की तरह है...जिसका हर को...गांधी कैनवास पर एक पेंटिंग की तरह है...जिसका हर कोई अपने हिसाब से मतलब निकालता है...गांधी को जितना <br />पढ़ोगे, हर बार कुछ नए मायने नज़र आएंगे...<br /><br />गांधी को बुतों में मत ढूंढो, अपने दिल में जगह दो...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-44708692453478156582010-10-02T22:54:25.175+05:302010-10-02T22:54:25.175+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
तुम मांस...<b>बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!</b><br /><b>तुम मांसहीन, तुम रक्त हीन, हे अस्थिशेष! तुम अस्थिहीऩ,<br />तुम शुद्ध बुद्ध आत्मा केवल, हे चिर पुरान हे चिर नवीन!<br />तुम पूर्ण इकाई जीवन की, जिसमें असार भव-शून्य लीन,<br />आधार अमर, होगी जिस पर, भावी संस्कृति समासीन।<br /></b> <a href="http://manojiofs.blogspot.com/2010/10/blog-post_3955.html" rel="nofollow"> कोटि-कोटि नमन बापू, ‘मनोज’ पर मनोज कुमार की प्रस्तुति, पधारें</a>मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-60345104442984081232010-10-02T21:24:28.911+05:302010-10-02T21:24:28.911+05:30बहुत.... बहुत अच्छा लिखा है ...
गाँधी-जयंती पर सु...बहुत.... बहुत अच्छा लिखा है ... <br />गाँधी-जयंती पर सुन्दर प्रस्तुति.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-86125337877491475762010-10-02T18:22:11.475+05:302010-10-02T18:22:11.475+05:30आज हमारा ’नो कमेंट’ माना जाये जी।आज हमारा ’नो कमेंट’ माना जाये जी।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-4217631279860100392010-10-02T17:50:01.546+05:302010-10-02T17:50:01.546+05:30ज़रूरत तो है पर .... आज कौन उन्हे जीने देगा .... ब...ज़रूरत तो है पर .... आज कौन उन्हे जीने देगा .... बहुत अच्छा लिखा है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-1877540189190968842010-10-02T17:46:22.981+05:302010-10-02T17:46:22.981+05:30सच कहा...सिर्फ उस कोरे साहित्य का क्या...जो समाज क...सच कहा...सिर्फ उस कोरे साहित्य का क्या...जो समाज की तस्वीर ना बदल सके.फूल,चाँद ,तारों के साथ...रोटी,कपड़ा मकान की बातें भी होनी चाहियें.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-32172263011785860692010-10-02T17:27:39.437+05:302010-10-02T17:27:39.437+05:30वे आकर क्या करेंगे जब हम अपने आस पास उनके विचारों ...वे आकर क्या करेंगे जब हम अपने आस पास उनके विचारों की मौजूदगी को भी महसूस नहीं कर पा रहे हैं !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-63677731380773737092010-10-02T16:50:03.316+05:302010-10-02T16:50:03.316+05:30गाँधी-जयंती पर सुन्दर प्रस्तुति....गाँधी बाबा की ज...गाँधी-जयंती पर सुन्दर प्रस्तुति....गाँधी बाबा की जय हो.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-77088333426203524192010-10-02T16:18:55.705+05:302010-10-02T16:18:55.705+05:30ले जाओ जी जितने गांधी चाहिए:) यहां तो किसिम किसिम ...ले जाओ जी जितने गांधी चाहिए:) यहां तो किसिम किसिम के गांधी बिकते हैं .. ये इतालवी गांधी है ... और ये दलित सिपाही गांधी है .. और ये हिंदूवादी गांधी है :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-21538913806948551142010-10-02T14:37:35.889+05:302010-10-02T14:37:35.889+05:30दो अक्टूबर को जन्मे,
दो भारत भाग्य विधाता।
लालबह...दो अक्टूबर को जन्मे, <br />दो भारत भाग्य विधाता। <br />लालबहादुर-गांधी जी से, <br />था जन-गण का नाता।। <br />इनके चरणों में श्रद्धा से,<br />मेरा मस्तक झुक जाता।।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-59030767228337098162010-10-02T12:12:38.303+05:302010-10-02T12:12:38.303+05:30जी हाँ अभी कश्मीर मुसलमानों को मिलना बाकि है.जी हाँ अभी कश्मीर मुसलमानों को मिलना बाकि है.VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-14374387050140762922010-10-02T11:29:03.580+05:302010-10-02T11:29:03.580+05:30bahut hi sundar... nishchay hi hame ek aur Gaandhi...bahut hi sundar... nishchay hi hame ek aur Gaandhi ki awashyaktaa hai. Parntu milte hame Gandhi ji ke bandar hain, jo bura dekh kar munh, aankh aur kaan band kar lete hain.<br /><br />Regards<br />Fani RajFani Raj Mani CHANDANhttps://www.blogger.com/profile/02294284245451447696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-37474787519113631722010-10-02T11:21:04.974+05:302010-10-02T11:21:04.974+05:30साहित्य का अर्थ केवल कला नही है । साहित्य व्यक्ति ...साहित्य का अर्थ केवल कला नही है । साहित्य व्यक्ति मे राजनीतिक समझ उत्पन्न करता है । गान्धी जी ने बहुत सारा साहित्य लिखा है । उनका हिन्द स्वराज व सत्य के प्रयोग भी साहित्य ही है ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-43132290097295123372010-10-02T10:41:03.582+05:302010-10-02T10:41:03.582+05:30गाँधी स्वर्ग प्रसन्न रहें,
क्यों आप बुलाती हैं?
छी...गाँधी स्वर्ग प्रसन्न रहें,<br />क्यों आप बुलाती हैं?<br />छीछालेदर कर डालेगें,<br />जो उनकी थाती हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-1540426684782774712010-10-02T10:18:36.449+05:302010-10-02T10:18:36.449+05:30वाह बेहतरीन लिखा है आपने, एकदम सत्य!वाह बेहतरीन लिखा है आपने, एकदम सत्य!Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-14742388839532342082010-10-02T09:20:29.778+05:302010-10-02T09:20:29.778+05:30सुन्दर प्रस्तुति .आभारसुन्दर प्रस्तुति .आभारASHOK BAJAJhttps://www.blogger.com/profile/07094278820522966788noreply@blogger.com