tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post6882774114323238942..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: चाणक्य....स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-61935067433202699192010-09-09T15:23:48.525+05:302010-09-09T15:23:48.525+05:30बहुत कुछ जानने को मिला इस बहाने से।
………….
गणेशोत्स...बहुत कुछ जानने को मिला इस बहाने से।<br />………….<br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">गणेशोत्सव: क्या आप तैयार हैं?</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-87046036955522757612010-09-09T14:25:27.968+05:302010-09-09T14:25:27.968+05:30@ गिरिजेश जी..
आपका धन्यवाद..@ गिरिजेश जी..<br />आपका धन्यवाद..स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-50332220588907814502010-09-09T14:19:17.316+05:302010-09-09T14:19:17.316+05:30Girijesh ji Kahin:
चणक सम्भवत: उनके पिता का नाम थ...Girijesh ji Kahin:<br /><br />चणक सम्भवत: उनके पिता का नाम था। <br />कहीं ऐसा तो नहीं कि "मंगलकारी स्त्री को भार्या के रूप में स्वीकार करना चाहिए भले निम्न परिवार से हो"। वाक्य में ज्ञान की संगति अजीब लगती है।<br />वर्तनी की त्रुटियाँ स्वयं ठीक कर लीजिए। :)स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-44126520151727323202010-09-09T10:55:12.246+05:302010-09-09T10:55:12.246+05:30aapnar ee lekh ta anek posand hoyeche....
pranam...aapnar ee lekh ta anek posand hoyeche....<br /><br /><br />pranamसञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-85712446985780861062010-09-09T10:15:55.269+05:302010-09-09T10:15:55.269+05:30असाधारण व्यक्तित्व पर अच्छी पोस्ट !असाधारण व्यक्तित्व पर अच्छी पोस्ट !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-62749052866441344462010-09-09T05:57:06.531+05:302010-09-09T05:57:06.531+05:30@ मनोज जी,
आपना के ओनेक धोन्नोबाद...@ मनोज जी,<br />आपना के ओनेक धोन्नोबाद...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-29709045802880034452010-09-09T05:55:02.314+05:302010-09-09T05:55:02.314+05:30@शोभना जी,
आभारी हूँ..!@शोभना जी,<br />आभारी हूँ..!स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-71780633210971294432010-09-09T05:54:07.737+05:302010-09-09T05:54:07.737+05:30@ मो सम कौन जी,
चाणक्य इतने विशाल साम्राज्य के सर्...@ मो सम कौन जी,<br />चाणक्य इतने विशाल साम्राज्य के सर्वोच्च आसन पर होते हुए भी, एक श्मशान के किनारे झोपड़ी में रहते थे...इसलिए कतई आश्चर्य नहीं कि उन्होंने ऐसा ही किया होगा...<br />आप हमेशा ही आते हैं और मेरा हौसला बढ़ाते हैं..<br />आभार शब्द भी न्यून लगने लगा है..स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-54006821105945831352010-09-09T05:47:02.784+05:302010-09-09T05:47:02.784+05:30@ गौरव...
बिलकुल सही बात है..चाणक्य की नीतियाँ आज ...@ गौरव...<br />बिलकुल सही बात है..चाणक्य की नीतियाँ आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं...<br />और हाँ यह बात इस पोस्ट से हट कर बिलकुल नहीं है...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-20856692985500787882010-09-09T05:41:49.552+05:302010-09-09T05:41:49.552+05:30@ अंशुमाला जी ,
एक और अच्छी जानकारी से अवगत कराने ...@ अंशुमाला जी ,<br />एक और अच्छी जानकारी से अवगत कराने के लिए आपका हृदय से धन्यवाद...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-17093078218638034432010-09-09T05:18:04.600+05:302010-09-09T05:18:04.600+05:30Chanakya ke baare mein school mein padha tha, uske...Chanakya ke baare mein school mein padha tha, uske baad serial hi dekha tha, aur aaj padha hai,<br />bahut accha likha hai aapne.Unknownhttps://www.blogger.com/profile/06587620497676437010noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-27374871301769837122010-09-09T05:18:00.753+05:302010-09-09T05:18:00.753+05:30Chanakya ke baare mein school mein padha tha, uske...Chanakya ke baare mein school mein padha tha, uske baad serial hi dekha tha, aur aaj padha hai,<br />bahut accha likha hai aapne.Unknownhttps://www.blogger.com/profile/06587620497676437010noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-72158473834747217812010-09-08T23:26:57.556+05:302010-09-08T23:26:57.556+05:30बहुत अच्छा लगा विद्वान् चाणक्य जी के बारे में फिर...बहुत अच्छा लगा विद्वान् चाणक्य जी के बारे में फिर से पढना |आज फिर से जरुरत है की ज्यादा से ज्यादा जानकारी चाणक्य जी के बारे में दी जाय |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-59534778814276063612010-09-08T23:08:26.068+05:302010-09-08T23:08:26.068+05:30इन्हीं कौटिल्य महाराज की एक और कहानी भी बहुत प्रसि...इन्हीं कौटिल्य महाराज की एक और कहानी भी बहुत प्रसिद्ध है। एक विदेशी राजनयिक इनकी प्रसिद्धि से प्रभावित होकर भेंट करने इनके निवास पर गया तो पहले तो यह देखकर हैरान रह गया कि इतने विस्शाल साम्राज्य का महामंत्री एक साधारण सी झोंपड़ी में रहता है। पहुंचने पर यह पाया कि महामंत्री कुछ लिखने में व्यस्त हैं। उसने अपने आने का मंतव्य बताया तो महामंत्री ने दीपक बुझाकर दूसरा दीपक जला लिया। विदेशी अतिथि ने इसका कारण पूछा तो कौटिल्य ने कहा कि पहले वे राजकीय कार्य कर रहे थे लेकिन अब चूंकि आप व्यक्तिगत भेंट के लिये पधारे हैं, राजकीय तेल का जलना उचित नहीं है इसलिये उसे बुझाकर निजी दीपक जलाया है।<br />जरा आजके सरकारी अमले से तुलना करके देखें तो कौटिल्य के होने की प्रासंगिकता और भी ज्यादा महसूस होने लगती है। राजनीति, युद्धकला, मानव स्वभाव तथा रसायन विभाग में भी चाणक्य ने अहम शोध किये।<br />हमारे एक प्रिय ऐतिहासिक चरित्र को याद करने के लिये और उनकी बैकग्राऊंड बताने के लिये बहुत बहुत धन्यवाद। चाणक्य के प्रचलित नाम कौटिल्य के पीछे कुटिल का हाथ है, ये जानकारी बहुत अनूठी लगी।<br />आज शायद पहली बार गाना न होना भी नहीं खला।<br />आभार स्वीकार करें।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-77328226194237699312010-09-08T22:47:44.880+05:302010-09-08T22:47:44.880+05:30कौटिल्य चाणक्य ने अपनी किताब में एक बात और कही थी ...कौटिल्य चाणक्य ने अपनी किताब में एक बात और कही थी की किसी राज्य का पड़ोसी कभी उसका मित्र नहीं होता है और पड़ोसी का पड़ोसी एक अच्छा मित्र राज्य होता है | यह आज के समय में भी सही है | भारत का पड़ोसी पाकिस्तान जो मित्र नहीं है और उसका पड़ोसी अफगानिस्तान हमारा अच्छा मित्र है | पाकिस्तान का पड़ोसी भारत उसका मित्र नहीं है पर भारत का पड़ोसी चीन उसका अच्छा मित्र है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-19462329476228800322010-09-08T21:59:10.974+05:302010-09-08T21:59:10.974+05:30Sar garbhit sundar aalekh..Sar garbhit sundar aalekh..रानीविशालhttps://www.blogger.com/profile/15749142711338297531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-15410404461394981762010-09-08T21:12:07.651+05:302010-09-08T21:12:07.651+05:30आभार, अपने चाणक्य कि याद दिला दी......... आज फिर क...आभार, अपने चाणक्य कि याद दिला दी......... आज फिर कुछ पढ़ने का मन हो गया.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-38667701606875078542010-09-08T21:02:06.845+05:302010-09-08T21:02:06.845+05:30जीवनी के प्रमुख पड़ाव व चिन्तन के प्रमुख सुझाव, दो...जीवनी के प्रमुख पड़ाव व चिन्तन के प्रमुख सुझाव, दोनों ही सुन्दर।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-73040130267503480322010-09-08T20:17:32.683+05:302010-09-08T20:17:32.683+05:30बचपन में चाणक्य नीति का सरल रूपांतर पढ़ा था, ऐसे ...बचपन में चाणक्य नीति का सरल रूपांतर पढ़ा था, ऐसे ऐसे श्लोक थे की क्या कहने ..Majaalhttps://www.blogger.com/profile/08748183678189221145noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-17631855667876602102010-09-08T19:44:34.689+05:302010-09-08T19:44:34.689+05:30bahut achha lagabahut achha lagaरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-84605811006597230862010-09-08T19:36:38.289+05:302010-09-08T19:36:38.289+05:30आलेख पसंद आया ।
आभार !आलेख पसंद आया ।<br /><br />आभार !विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-89094596252781761362010-09-08T18:18:47.297+05:302010-09-08T18:18:47.297+05:30चाणक्य नीतियाँ पढ़कर अच्छा लगा ।
कुछ तो हम भी फोलो...चाणक्य नीतियाँ पढ़कर अच्छा लगा ।<br />कुछ तो हम भी फोलो करते ही हैं ।<br />बेशक शरीर से ज्यादा विचारों की सुन्दरता काम आती है ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-38077154557509565122010-09-08T18:07:10.693+05:302010-09-08T18:07:10.693+05:30अच्छा आलेख...अच्छा आलेख...Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-67292616247242972542010-09-08T17:49:21.006+05:302010-09-08T17:49:21.006+05:30और हाँ ...दीदी,
"टॉप टेन" में आने की ...और हाँ ...दीदी, <br /> <br />"टॉप टेन" में आने की बधाई <br />नंबर वन पर आने का इन्तजार रहेगा <br />अपना क्रमांक तो १५०० के आसपास है :))एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-79782893351636628592010-09-08T17:46:09.224+05:302010-09-08T17:46:09.224+05:30दीदी ,
1972 में हुए पाक से युद्ध में भारत में ज्...दीदी , <br /><br />1972 में हुए पाक से युद्ध में भारत में ज्यादा सोचे विचारे बिना "चाणक्य द्वारा बनाई गई सामरिक नीति" (२००० साल पुरानी ) का अप्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष अनुसरण किया और जीत हांसिल की थी<br />चाणक्य की मौर्य काल में बनाई गयी सैन्य नीति आज भी प्रासंगिक है इसका उपयोग करके भारत विश्व शक्ति बन सकता है।<br /><br />- रिटयार्ड मैजर जनरल जी.डी. बक्शी (सैन्य विषयों के जानकार) के अनुसार - <br /><br />दीदी , अभी पोस्ट ठीक से नहीं पढ़ी है , अगर टिपण्णी विषय से बाहर जा रही हो , तो कृपया हटा दीजियेगाएक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.com