tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post5697230718800559855..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: अरेंज्ड मैरेज vs लव मैरेजस्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger38125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-5545883896329492262009-12-30T01:27:12.243+05:302009-12-30T01:27:12.243+05:30aaj pata chala ki main chhota baccha hun (umar mei...aaj pata chala ki main chhota baccha hun (umar mein mrigank ke barabar) !!!!<br /><br />ye baat to 16 aane sach hai ki parents jo bhi karenge hamare bhale ke liye karenge...<br />point no 2 se 6 mujhe ekta kapoor ke serials ki tarah (word nahi mil raha) lage...<br />point no 7 par no knowledge, no experience!!!<br /><br />aur jo parents ki baat na maante ho unke liye maine specially transliteration tool chala kar kuch likha..<br />मत जलाओ पतझड़ में गिड़े ये पत्ते,<br />इनकी ही छाँव में खेल कर तुम बड़े हुए...Ambarishhttps://www.blogger.com/profile/10523604043159745100noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-28426033189424869882009-12-27T19:20:44.823+05:302009-12-27T19:20:44.823+05:30बहुत खूब... दलीलें दुरुस्त ..
लेकिन जब कभी इस दौर ...बहुत खूब... दलीलें दुरुस्त ..<br />लेकिन जब कभी इस दौर से कोई गुज़रे तो दलीलें याद नहीं रहेंगी..ऐसा ही सुना है.संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-9301911049000374952009-12-27T17:01:02.612+05:302009-12-27T17:01:02.612+05:30ada di pranaam...apki puri post padhi aur sab k co...ada di pranaam...apki puri post padhi aur sab k comments bhi. sabse pehle to apko badhayi didi ki apke sanskaar apke baccho me bol rahe hai.dil bahut khush hota hoga na ye sab sun samajh kar. kuchh had tak bete ki bate sahi hai lekin iska to sidha sa matlab ye hua ki sari bala bado per dal di jaye aur isi tareh tasveer ka dusra rukh dekha jaye to ma-baap k liye to bete ki shadi kar dene k baad bhi jimmedaariya kam na hui balki badh gayi.<br />baki raha sawal arranged aur love ka to bahiya arranged to hai lautri means badhiya sanskari ladki mili to khul gayi varna ladke ki to kya pure pariwar ki zindgi kharab yaha tak ki ladki ki bhi..kyuki sirf khandaan aur ladki ko dekh lene bhar se hi ladki ka nature aur baki cheeze pata nahi chal pati.jabki love marriage me kam se kam vo ek dusre ko acchhi tareh se jaan chuke hote hai. aur jis tareh se ladka love mrg.me parents se compromise karna chahta hai ladki ki bhi koshish yahi hoti hai ki vo compromise karegi (agar vo sanskari he to)aur agar pyar saccha he to. dusri taraf parents ki jimmedariyo me kami ho jati hai means yaha baat ma-baap k sir theekra nahi toda jata.<br /><br />aur sab se last baat to ye ki ladka jab itna samajhdaar hota hai to vo ladki bhi apne level ki means samajhdaar ladki hi dhoondhta hai.usme vo sab gun dhoondhta hai ki vo ladke ki family ke sath adjust kar paye.<br />after all whole life unhone ikatthe bitani hai. to better hai ladke ya ladki ko dono mrg.ki advantages aur disadvantages bata di jaye.ajkal k bacche itne samajhdaar hai ki vo dono me se apne liya acchha chunNe me saksham hai.<br />shubhkamnao k sath izazet.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-1621803144482167662009-12-27T01:15:28.571+05:302009-12-27T01:15:28.571+05:30अरे मृगांक अटार्नी जनरल बनेगा क्या..बड़े चुन-चुन के...अरे मृगांक अटार्नी जनरल बनेगा क्या..बड़े चुन-चुन के पाइंट दिये हैं एक दम..वैसे छठे पाइंट को तो मैने भी कोट कर लिया है :-)<br />..हाँ सातवाँ पाइंट बड़ा सटीक बात है<br />वैसे अरेंज्ड मैरिज के हमारे समाज मे प्रचिलित कुछ एक बुरी बातें भी मुझे लगती हैं..जैसे एक है दहेज की..जब घर के बुजुर्ग लड़के की नीलामी ही कर देते हैं..और तमाम लायक बेटियों के बाप एक अच्छा रिश्ता नही अफ़ोर्ड कर पाते हैं..<br />खैर व्यक्तिगत तौर पर अपन भी यह भार अपने अभिवावकों के मत्थे मढ़ने के पक्षधर हैं..सो देखते हैं कि कब आग के दरिया मे उतरते हैं..आखिर जिंदगी की तमाम नॉट-सो-गुड बातों के लिये हम माँ-बाप को ही तो ब्लेम करते हैं ना??<br />बस मजाक कर रहा हूँ :-)अपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-60865532754870365852009-12-27T00:43:37.007+05:302009-12-27T00:43:37.007+05:30बेहद सटीक दलीलें...
समस्या यही है कि प्रेम शादी म...बेहद सटीक दलीलें...<br /><br />समस्या यही है कि प्रेम शादी में कन्वर्ट होते ही सारी रूमानियत काफूर हो जाती है-<br /><b>दिल से नूरे खुदा के दिन गये, अब तो हड्डियों में भी फॉस्फोरस ढूँढते हैं</b><br /><br />बच्चों की बेहतरीन परवरिश और जड़ों से जोड़े रखने की ईमानदाराना कोशिश को साधुवादकार्तिकेय मिश्र (Kartikeya Mishra)https://www.blogger.com/profile/03965888144554423390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-78030281771212839542009-12-26T23:12:13.274+05:302009-12-26T23:12:13.274+05:30... prabhaavashaali abhivyakti !!... prabhaavashaali abhivyakti !!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-8402345077606367362009-12-26T22:27:23.314+05:302009-12-26T22:27:23.314+05:30बिल्कुल सही बात है अरेंज मैरिज में घर वाले अपने अन...बिल्कुल सही बात है अरेंज मैरिज में घर वाले अपने अनुभव से लड़की ढूढ़ते है वैसे आज कल वो इतना समय दे देते है की लोग खुद भी आपस में ठीक तक से परिचित हो सके ..अमेरिका में रह कर भी भारतीय संस्कृति से जुड़े इतने सुंदर ख्याल बहुत बहुत धन्यवाद.विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-78640671869224990562009-12-26T21:53:04.885+05:302009-12-26T21:53:04.885+05:30"मेरे बच्चे वैसे भी मुझसे बहुत घुले-मिले हुए ..."मेरे बच्चे वैसे भी मुझसे बहुत घुले-मिले हुए हैं.....अपनी सारी बातें मुझसे बताते हैं......हम चारों किसी भी विषय पर बात कर लेते हैं.."<br /><br />यही तो होता है परिवार का सुख:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-72202098728196777742009-12-26T21:32:42.625+05:302009-12-26T21:32:42.625+05:30लव मैरिज जैसा शायद कुछ भी नहीं होता....
बहुत कम उद...लव मैरिज जैसा शायद कुछ भी नहीं होता....<br />बहुत कम उदाहरण हैं लव मैरिज के....!!!!!!!!!<br /><br />आये दिन तो देखते हैं हम...१५ - २० लोगों के साथ "लव'' होने के बाद सबसे बेहतर को चुन लिया जाता है...<br /><br />और बड़ी शान से कहा जाता है...<br /><br />"" हमने लव मैरिज की है''''<br /><br /><br />इस लव मैरिज से अरेंज मैरिज लाख गुना बेहतर है....<br /><br /><br />हम लानत भेजते हैं ऐसे लव पर....<br />और ऐसी लव मैरिज पर.....manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-34605468613586577362009-12-26T20:56:39.711+05:302009-12-26T20:56:39.711+05:30दोनो की दलीलें विचार्णीय हैं । बच्चों को शुभकामनाय...दोनो की दलीलें विचार्णीय हैं । बच्चों को शुभकामनायें ढेरों आशीर्वादनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-79813041855009057062009-12-26T20:44:02.554+05:302009-12-26T20:44:02.554+05:30हम का कहें। हम तो अपनी वाली श्रीमती जी को विवाह के...हम का कहें। हम तो अपनी वाली श्रीमती जी को विवाह के पहले देखने तक नहीं गए :(<br />डॉन ने जो कह दिया, मान लिया।<br />डॉन कभी गलती नहीं करते ।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-11865822262990708872009-12-26T19:26:25.925+05:302009-12-26T19:26:25.925+05:30ada ji jawab baad me deti hu.abhi padhne ka time n...ada ji jawab baad me deti hu.abhi padhne ka time nahi mil raha.hope u will wait.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-28729157701870670082009-12-26T18:39:56.873+05:302009-12-26T18:39:56.873+05:30वैसे अरेन्ज मैरेज की इतनी वकालत तो अरेन्ज मैरेज कर...वैसे अरेन्ज मैरेज की इतनी वकालत तो अरेन्ज मैरेज करने और करवाने वाले भी नही कर पायेन्गे .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-87342871831531002162009-12-26T18:28:07.523+05:302009-12-26T18:28:07.523+05:30और हाँ आपके दोनों बेटे हीरे समान हैं. आप कहें तो म...और हाँ आपके दोनों बेटे हीरे समान हैं. आप कहें तो मैं अरेंज करता हूँ ..........हा .. हा. हा ...!!!<br /><br />लेकिन मैं तो अभी खुद कुंवारा हूँ. मुझे इतनी समझ कहाँ है की मैं किसी के लिए रिश्ते की बात करूँ...Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-70066206864402147712009-12-26T18:24:11.331+05:302009-12-26T18:24:11.331+05:30यह प्रसंग/आलेख/दलील सभी पसंद आये.
मैंने कुछ लेख अ...यह प्रसंग/आलेख/दलील सभी पसंद आये.<br /><br />मैंने कुछ लेख अमेरिका के हवाले से कुछ दिनों पहले पढ़ा था, Few young man/women going to discuss with guardian about searching a life partner for his/her marriage.It means they are supporting Arranged..M.<br /><br />प्रेम होना/ प्रेम निभाना/ विवाह के बंधन में बंधना और सभी बड़े बुजुर्गों के कसौटी पर खड़ा उतरना एक दुर्लभ संयोग की बात है. प्रेमी युगल और माता पिता की सहमती के बावजूद इस हद तक समझदार होना और सामाजिक/पारिवारिक जिम्मेदारी के साथ कदमताल करना कभी आसन नहीं दिखता....विभिन्न पारिवार की विभिन्न परिस्थितियाँ में कभी भी कोई भी विकल्प श्रेयष्कर हो सकता है. लेकिन सवाल वही है, यह दुर्लभ संयोग की बात है.<br /><b><br />अफेअर डेटिंग बकवास चीज़ है दिल से कम और बाज़ार से ज्यादा प्रेरित है. प्रेम कभी ढूंडने पर नहीं मिलता. कभी भी किसी से हो सकता है. इसलिए बेहतर यही दिखता है की इसे विवाह के बाद पनपने का अवसर दिया जाये. जिसे हम लव मेरिज कहते हैं वो एक किस्म का अरेंज मरीज़ है. क्योंकि यहाँ हम(लड़का-लडकी) पसंद का साथी चुनते हैं या दोस्त(विपरीतलिंगी) के रूप में जिसे हम पसंद करते हैं उसे अपना जीवन साथी बनाना चाहते हैं. जिसे अरेंज मरीज़ कह रहे हैं वो हमारे समाज के ट्रेडिशनल सिस्टम में मेरिज हैं, जहाँ माता-पिता या गार्जियन पसंद करते हैं. सोचिये यदि दुनिया में जात-पात का टंटा नहीं होता तो लव-मेरिज की सफलता का प्रतिशत ज्यादा होता.</b><br /><br />यदि कोई लड़का अपने जात-बिरादरी या रिश्तेदारों में किसी लड़की को पसंद करता है और दोनों के माता-पिता में आत्मीय सम्बन्ध हैं तो शादी बड़े धूमधाम से हो जाती है. मेरी बहन ने और हमारे एक रिश्तेदार के रिश्तेदार के लड़के ने एक दुसरे को पसंद किया, और हम सभी ने और अन्य रिश्तेदारों(लड़के पक्ष के कुछ रिश्तेदार को छोड़कर) ने मिलकर धूमधाम से शादी करवाई. (कहने का मतलब / परिस्थितियाँ इजाज़त दे सकती है)<br /><br />आपकी बात सही है. मास लेवल पर ट्रेडिशनल अरेंज मेरिज सदैव सफल होते हैं. विवाहपूर्व किसी से भावनात्मक लगाव या अतरंग सम्बन्ध होना अक्सर विवाह की मांग करता है यह देखे बिना की विवाह पश्चात एक लंबा जीवन है जिसमे पारिवारिक और सामजिक मूल्य ही सर्वोपरि होते हैं. यह बात नव-युगलों को देर से समझ आती है, चाहे उनका विवाह सफल हो या असफल.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-10397199168610593332009-12-26T16:18:18.617+05:302009-12-26T16:18:18.617+05:30बहुत अच्छी रचना
बहुत -२ आभारबहुत अच्छी रचना <br />बहुत -२ आभारPushpendra Singh "Pushp"https://www.blogger.com/profile/14685130265985651633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-59487528839548734142009-12-26T15:27:12.260+05:302009-12-26T15:27:12.260+05:30मेरी बात इससे कुछ इतर हो सकती हैं। मंयक और मृगांक ...मेरी बात इससे कुछ इतर हो सकती हैं। मंयक और मृगांक को शायद अब तक एक भी अच्छे स्वभाव की और संयमी लड़की दोस्त नहीं मिली है। लड़कियों से केवल अफेयर नहीं किया जाता हैं दोस्ती भी की जा सकती है। मुझे लगता है कि मृगांक से मैं उसकी राय पर लंबी बहस कर सकती हूँ। माता-पिता की मर्ज़ी से शादी केवल इसलिए कि कुछ ग़लत हुआ तो ठीकरा माँ-बाप के सर। ये सोच ख़तरनाक हो सकती हैं। एक रिश्ते में होना और शादी करना दो अलग बातें हैं। शादी के बाद उम्मीदें और ज़िम्मेदारियाँ अलग होती हैं। शायद आप ये उसे समझा सकती हैं कि हरेक लड़का या लड़की जोकि अपनी मर्ज़ी से जीवन साथी चुनता हैं माँ-बाप से अलग नहीं होता हैं। कई बार एक बच्चे जोकि आज के वक़्त को समझते हैं सही फैसले भी ले सकते हैं।Diptihttps://www.blogger.com/profile/18360887128584911771noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-17682417480510535782009-12-26T13:47:09.023+05:302009-12-26T13:47:09.023+05:30अदा जी, पूरा लेख पढ़ा । मैं तो हैरान रह गया। आपका ब...अदा जी, पूरा लेख पढ़ा । मैं तो हैरान रह गया। आपका बेटा इस छोटी सी उम्र में इतनी अच्छी और परिपक्व बातें जान गया है और करता है। ज़रूर ये आप ही के संस्कार होंगे, जो आपने बच्चों को दिए हैं।<br />मृगांक की सारी बातें सही हैं। वहां तो ऐसी बातों को लोग हैरानी से ही सुनते हैं।<br />वैसे यदि लव मेरिज और अरेंज्ड मेरिज को मिलाकर किया जाये तो इससे अच्छा और क्या होगा।<br />यानि लड़की लड़के को भी पसंद हो और पेरेंट्स को भी।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-65133911471485479822009-12-26T12:50:52.619+05:302009-12-26T12:50:52.619+05:30बिल्कुल सही कहा आपके बेटे ने .. आजकल लडके अरेंज्...बिल्कुल सही कहा आपके बेटे ने .. आजकल लडके अरेंज्ड मैरेज पसंद करने लगे हैं .. इसी प्रकार हर मामलों में इसी प्रकार पीछे ही लौटना होगा हमें!!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-58929722425810315652009-12-26T12:46:36.247+05:302009-12-26T12:46:36.247+05:30love marrige/arrange marrige......?
koi khaas far...love marrige/arrange marrige......?<br /><br />koi khaas fark nahi...<br />par bachchaa paarty ki soch bahut khaas hai...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-39927167616955370492009-12-26T12:18:20.991+05:302009-12-26T12:18:20.991+05:30असल में तो दोनों ही कवायद है। अपनी तो लव-मैरिज है....असल में तो दोनों ही कवायद है। अपनी तो लव-मैरिज है....<br /><br />लेकिन मैं अगर मृगांक से मिला तो उसे कन्विंश करुंगा कि वो इस पचड़े से ही दूर रहे।<br />:-)गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-4037795422326416442009-12-26T12:04:14.713+05:302009-12-26T12:04:14.713+05:30प्यार का असल मतलब त्याग है ..जो दोनों पार्टनरों ...प्यार का असल मतलब त्याग है ..जो दोनों पार्टनरों को समय समय पर देना होता है ....इसे आम भाषा में अंडर स्टेंडिंग कहते है ....वो चाहे लव मरीज में आये या अरेंज में ....हिन्दू धर्म के शादी के समय पढ़े जाने वाले मन्त्र अगर अर्थो के साथ पढ़े जाए ओर उन पर अमल हो तो ......वैसे अक्सर बॉय फ्रेंड शादी के बाद पति रह जाते है..फ्रेंड नहीं..डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-380548238072523452009-12-26T11:34:36.678+05:302009-12-26T11:34:36.678+05:30अदा जी!
आप बधाई की पात्र हैं कि आपने अपने बच्चों ...अदा जी! <br />आप बधाई की पात्र हैं कि आपने अपने बच्चों को इतने अच्छे संस्कार दिये हैं जो वो ऎसी सोंच रखते हैं।Sarika Saxenahttps://www.blogger.com/profile/07060610260898563919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-65396608457693721002009-12-26T10:32:07.670+05:302009-12-26T10:32:07.670+05:30दीदी चरण स्पर्श
क्या बात है , आपके बेटो...दीदी चरण स्पर्श<br /><br /> क्या बात है , आपके बेटो ने तो कमाल के तर्क दिये है । सच में बहुत अच्छा लगा उनके विचार जानकर , ऐसे विचार और भी मायने इसलिये रखते है, ये जिस देश में है वहाँ ऐसे विचार पनपना सच में कमाल है । जहाँ तक मेरा मानना है कि इसमे आप लोगो का भी अहम योगदान हैं , इनके विचार जानकर इसका भी अन्दाजा लगाया जा सकता है कि इन्हे किस तरह के संस्कार मिले है। इनके बातो से साफ दिखा कि रहने को ये भारत से बाहर रहें लेकिन इनहे संस्कार भारत के ही मिले , इसके लिए आप और संतोष जी सच मे बधाई पात्र हैं । अब बात करता हूँ लव और अरेंज मैरीज का , अब भाई मैं क्या कहूँ , वैसे मेरे विचार कुछ ऐसे ही है । लेकिन एक सवाल जो मैं आपसे जानना चाहता हूँ चूंकी आप मेरी दीदी हैं इसलिए ये आपसे पुछ रहा हूँ "If love marriage with arranged" हो तो कैसा रहेगा ??Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-40357445258052676632009-12-26T10:29:04.185+05:302009-12-26T10:29:04.185+05:30acchee parvarish kee misaal hai aapake dono putr.S...acchee parvarish kee misaal hai aapake dono putr.Sara shrey mai aapko de rahee hoo. kolar oonchee kar leejiyega .Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.com