tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post5580025808612637756..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: रिपोर्ट....रिपोर्ट.....एक सच्ची घटना....स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-51417165542313114012013-11-10T16:11:04.380+05:302013-11-10T16:11:04.380+05:30मर्म-स्पर्शी मर्म-स्पर्शी Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-76498877442787015622013-11-07T21:47:46.286+05:302013-11-07T21:47:46.286+05:30जुल्म की दास्तानजुल्म की दास्तानRamakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-31516383628407902072013-11-07T21:19:03.887+05:302013-11-07T21:19:03.887+05:30धन्यवाद शास्त्री जी !धन्यवाद शास्त्री जी !स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-51068380868477243322013-11-07T18:56:17.880+05:302013-11-07T18:56:17.880+05:30छी: छी: !!
कभी-कभी ऐसा लगता है ये दुनिया अब रहने क...छी: छी: !!<br />कभी-कभी ऐसा लगता है ये दुनिया अब रहने के लायक नहीं रही :(स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-40982751966880321742013-11-07T14:46:03.031+05:302013-11-07T14:46:03.031+05:30ओह्ह!! कैसा लोमहर्षक चित्र खींचा है..पढ़ते वक़्त तो ...ओह्ह!! कैसा लोमहर्षक चित्र खींचा है..पढ़ते वक़्त तो हम जल्दी से एक पंक्ति से दूसरी पंक्ति तक पहुँचने को आतुर थे क्यूंकि पढ़ना मुश्किल हो रहा था ...पर लिखना एक आग का दरिया से गुजरने जैसा रहा होगा. यही सब गुजरा होगा पीडिता के मन में , जिसकी कल्पना भी इतनी भयावह है. <br />, कल ही एक खबर पढ़ी...एक सत्रह साल की लड़की अपने प्रेमी के साथ शादी कर गाँव से भाग कर मुम्बई आ गयी थी ...पिछले आठ महीने से उनलोगों ने अपनी गृहस्थी यहाँ बसा ली थी . एक दिन उसके गाँव के एक आदमी ने उन्हे देख लिया कर उसके पिता को खबर कर दी...पिता ने मिलने के बहाने बेटी को बुलाया और उसका रेप करके उसकी ह्त्या कर दी...अपना पिता और ऐसी हरकत.. लिखते वितृष्णा हो रही है...पर ये स्थिति है समाज में स्त्रियों की . rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-50500905818888979742013-11-07T06:15:15.322+05:302013-11-07T06:15:15.322+05:30भयावह भयावह Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-23632251569779195572013-11-06T20:34:54.552+05:302013-11-06T20:34:54.552+05:30राक्षसों का कोई अलग गाँव नहीं होता। ये हमारे बीच ह...राक्षसों का कोई अलग गाँव नहीं होता। ये हमारे बीच ही रहते हैं, घुले-मिले। इसी समाज में। उफ़्फ़...।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-40891239394104059862013-11-06T20:23:48.366+05:302013-11-06T20:23:48.366+05:30उफ़्फ़ क्या कहूँ ... अत्यंत मार्मिक पोस्ट ...सच्चाई ...उफ़्फ़ क्या कहूँ ... अत्यंत मार्मिक पोस्ट ...सच्चाई का आईना दिखती सार्थक भावअभिव्यक्ति ...Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-69322144106674573432013-11-06T20:02:31.683+05:302013-11-06T20:02:31.683+05:30स्थिर आँखों से उसने अपने पति को देखा होगा
"का...स्थिर आँखों से उसने अपने पति को देखा होगा<br />"काश !!"<br />फिर छटपटाती आँखों से उसने पूछा भी होगा<br />'क्यों' ??....................इन दो पंक्तियों ने इतना कुछ कह दिया कि मन ही मन में आपकी संवेदना के साथ खड़ा हूँ। कविता पढ़कर झिरझिराहट हो आई।Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-33295174528236711082013-11-06T11:16:39.344+05:302013-11-06T11:16:39.344+05:30मार्मिक.मार्मिक.Rajeev Kumar Jhahttps://www.blogger.com/profile/12748535881221017180noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-73828987647581549752013-11-05T19:15:53.499+05:302013-11-05T19:15:53.499+05:30सुन्दर एवं मार्मिक भावाव्यक्ति..सुन्दर एवं मार्मिक भावाव्यक्ति..Neeraj Neerhttps://www.blogger.com/profile/00038388358370500681noreply@blogger.com