tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post4441964155360621254..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: कल होंगे न होंगे दुनिया में जायेंगे कहाँ मालूम नहीं ...स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger34125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-72444507767824809752010-04-28T11:09:22.982+05:302010-04-28T11:09:22.982+05:30ghazal laajwaab hai !ghazal laajwaab hai !Unknownhttps://www.blogger.com/profile/06587620497676437010noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-68003899379267293352010-04-26T12:41:16.529+05:302010-04-26T12:41:16.529+05:30हम उसकी तलब में निकले हैं, मिलेगा कहाँ मालूम नहीं
...हम उसकी तलब में निकले हैं, मिलेगा कहाँ मालूम नहीं<br />मंदिर भी गए मस्जिद भी गए, ख़ुदा है कहाँ मालूम नहीं <br />बस नाम हमारा रुसवा हुआ, जब भी इक सच्ची बात कही <br />तुम कहते हो हम जैसों को, अंदाज़-ए-बयाँ मालूम नहीं <br /><br />बहुत सुंदर रचना है...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-82265611913480445432010-04-25T21:46:07.633+05:302010-04-25T21:46:07.633+05:30बहुत ही सुन्दर गजलबहुत ही सुन्दर गजलTejhttps://www.blogger.com/profile/07239419875368579533noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-41716689211777542682010-04-25T20:35:43.146+05:302010-04-25T20:35:43.146+05:30बढिया है। मयंक की चित्रकारी शानदार है। इसको अपनी आ...बढिया है। मयंक की चित्रकारी शानदार है। इसको अपनी आवाज में सुनवायें!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-22213100096121692022010-04-25T19:00:20.316+05:302010-04-25T19:00:20.316+05:30गज़ब की भावभीनी प्रस्तुति और उसके साथ मयंक की चित्र...गज़ब की भावभीनी प्रस्तुति और उसके साथ मयंक की चित्रकारी के क्या कहने।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-78844435390124552822010-04-25T15:36:09.471+05:302010-04-25T15:36:09.471+05:30waah ada ji ... behtareen bhavnayein... badhai...waah ada ji ... behtareen bhavnayein... badhai...हिमांशु पन्तhttps://www.blogger.com/profile/06846898954042796560noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-8023830965340540002010-04-25T15:17:29.286+05:302010-04-25T15:17:29.286+05:30ख़ुदा के ठेकेदारों सुनो, भगवान् के पहरेदारों सुनो
म...ख़ुदा के ठेकेदारों सुनो, भगवान् के पहरेदारों सुनो<br />मोहब्बत की बोली रब की जुबाँ, तुमको ये जुबाँ मालूम नहीं<br />...उम्दा प्रस्तुति के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ ..कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-15300576244292291402010-04-25T15:14:16.444+05:302010-04-25T15:14:16.444+05:30बहुत सुन्दर और भावपूर्ण है यह ललकार ।बहुत सुन्दर और भावपूर्ण है यह ललकार ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-5272100702036055462010-04-25T14:40:18.848+05:302010-04-25T14:40:18.848+05:30Are ye kalakari dekhna to bhoo hi gaya tha.. bahut...Are ye kalakari dekhna to bhoo hi gaya tha.. bahutei badhia.. :)दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-29555625959337494622010-04-25T13:52:22.187+05:302010-04-25T13:52:22.187+05:30words selection auchha haiwords selection auchha haiShri"helping nature"https://www.blogger.com/profile/03420975378972936187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-936875454695336972010-04-25T13:49:23.352+05:302010-04-25T13:49:23.352+05:30nice word selectionnice word selectionShri"helping nature"https://www.blogger.com/profile/03420975378972936187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-23867366716173022272010-04-25T13:32:02.467+05:302010-04-25T13:32:02.467+05:30बहुत सुंदर
धन्यवादबहुत सुंदर<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-35544628027035750062010-04-25T13:16:44.669+05:302010-04-25T13:16:44.669+05:30सुबह से लग रहा था कि कुछ कमी रह गई है आज के कमेंट ...सुबह से लग रहा था कि कुछ कमी रह गई है आज के कमेंट में, याद आ गया तो दोबारा आना पड़ा।<br />मयंक की प्रशंसा करनी रह गई थी, बहुत सुंदर चित्र बनाया है, हमारी तरफ़ से बधाई स्वीकार भी करें और आगे भी पास-ऑन कर दें।<br /><br />धन्यवाद।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-76808843572024571262010-04-25T12:58:10.808+05:302010-04-25T12:58:10.808+05:30बहुत ही खूबसूरत नगमा ... सच है ये खुद कहाँ है किसक...बहुत ही खूबसूरत नगमा ... सच है ये खुद कहाँ है किसको मालुम .... <br />आपके ब्लॉग पर लगा मयंक का चित्र भी लाजवाब है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-85134610737128111732010-04-25T11:39:58.122+05:302010-04-25T11:39:58.122+05:30बेहतरीन रचना..बधाई और शुभकामनाएँ!!बेहतरीन रचना..बधाई और शुभकामनाएँ!!शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-24576156872320064622010-04-25T11:13:27.407+05:302010-04-25T11:13:27.407+05:30Baap re baap! Kya gazabka likhti hain aap!Baap re baap! Kya gazabka likhti hain aap!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-17413491927377773242010-04-25T08:30:46.567+05:302010-04-25T08:30:46.567+05:30बस नाम हमारा रुसवा हुआ, जब भी इक सच्ची बात कही
तुम...बस नाम हमारा रुसवा हुआ, जब भी इक सच्ची बात कही<br />तुम कहते हो हम जैसों को, अंदाज़-ए-बयाँ मालूम नहीं <br />वाह अदा जी ! बहुत सुन्दर ग़ज़ल है ! हर शेर अच्छा लगा !Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-74536296205512039262010-04-25T08:30:46.566+05:302010-04-25T08:30:46.566+05:30बस नाम हमारा रुसवा हुआ, जब भी इक सच्ची बात कही
तुम...बस नाम हमारा रुसवा हुआ, जब भी इक सच्ची बात कही<br />तुम कहते हो हम जैसों को, अंदाज़-ए-बयाँ मालूम नहीं <br />वाह अदा जी ! बहुत सुन्दर ग़ज़ल है ! हर शेर अच्छा लगा !Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-494832225500170122010-04-25T08:13:13.645+05:302010-04-25T08:13:13.645+05:30अदा जी आपके इन सभी प्रश्नो
का उत्तर मेरे पास है जै...अदा जी आपके इन सभी प्रश्नो<br />का उत्तर मेरे पास है जैसे कि दूध में<br />घी होता है परन्तु उसे निकालने की<br />क्रिया करनी होती है जैसे कि माचिस<br />में आग होती है पर तीली को रगङना<br />होता है कितने अफ़सोस की बात है<br />भारत जिस ग्यान के लिये हमेशा शीर्ष पर रहा<br /> देखे ..<br />हर घट तेरा सांईया सेज न सूनी कोय<br />बलिहारी उन घटन की जिन घट्प्रगट होय<br />आप एक बार कबीर की अनुराग सागर<br />पङ लें फ़िर आप को सत्संग सुनने की<br />जरूरत नही होगीसहज समाधि आश्रमhttps://www.blogger.com/profile/12983359980587248264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-22247275190504269702010-04-25T08:11:18.236+05:302010-04-25T08:11:18.236+05:30अदा जी आपके इन सभी प्रश्नो
का उत्तर मेरे पास है जै...अदा जी आपके इन सभी प्रश्नो<br />का उत्तर मेरे पास है जैसे कि दूध में<br />घी होता है परन्तु उसे निकालने की<br />क्रिया करनी होती है जैसे कि माचिस<br />में आग होती है पर तीली को रगङना<br />होता है कितने अफ़सोस की बात है<br />भारत जिस ग्यान के लिये हमेशा शीर्ष पर रहा<br /> देखे ..<br />हर घट तेरा सांईया सेज न सूनी कोय<br />बलिहारी उन घटन की जिन घट्प्रगट होय<br />आप एक बार कबीर की अनुराग सागर<br />पङ लें फ़िर आप को सत्संग सुनने की<br />जरूरत नही होगीसहज समाधि आश्रमhttps://www.blogger.com/profile/12983359980587248264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-13910227848061747262010-04-25T07:55:03.688+05:302010-04-25T07:55:03.688+05:30हम उसकी तलब में निकले हैं, मिलेगा कहाँ मालूम नहींम...हम उसकी तलब में निकले हैं, मिलेगा कहाँ मालूम नहींमंदिर भी गए मस्जिद भी गए, ख़ुदा है कहाँ मालूम नहीं <br /><br />अदा जी बेहद खूबसूरत ग़ज़ल...बहुत बढ़िया भाव ...मयंक की चित्रकारी भी सुंदर....धन्यवादविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-76622173452550268252010-04-25T07:44:07.708+05:302010-04-25T07:44:07.708+05:30बस नाम हमारा रुसवा हुआ, जब भी इक सच्ची बात कही
तुम...बस नाम हमारा रुसवा हुआ, जब भी इक सच्ची बात कही<br />तुम कहते हो हम जैसों को, अंदाज़-ए-बयाँ मालूम नहीं <br /><br />अदा जी बहत अच्छा व्यंग है.<br /><a href="http://apnimaati.blogspot.com" rel="nofollow"> APNI MAATI </a><br /><a href="http:/maniknaamaa.blogspot.com" rel="nofollow"> MANIKNAAMAA </a>''अपनी माटी'' वेबपत्रिका सम्पादन मंडलhttps://www.blogger.com/profile/16471251362095496908noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-44852648079553319522010-04-25T07:13:47.314+05:302010-04-25T07:13:47.314+05:30शिद्दत-ए-ग़म से घबरा कर, चुप-चाप यहीं हम बैठ गये
क...शिद्दत-ए-ग़म से घबरा कर, चुप-चाप यहीं हम बैठ गये<br />कब दिल के फफोले फूट गए, कब दे दी सदा मालूम नहीं <br />बहुत खूब अदाजी ! दिल को छू लिया आपकी रचना ने ! अति सुन्दर !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-26267489650554871482010-04-25T07:11:08.169+05:302010-04-25T07:11:08.169+05:30हम उसकी तलब में निकले हैं, मिलेगा कहाँ मालूम नहीं
...हम उसकी तलब में निकले हैं, मिलेगा कहाँ मालूम नहीं<br />मंदिर भी गए मस्जिद भी गए, ख़ुदा है कहाँ मालूम नहीं<br /><br />क्या खूब लिखा है आपने. बहुत ही अच्छा. बस मैं और कुछ नहीं लिख सकता.नरेश चन्द्र बोहराhttps://www.blogger.com/profile/02704671927129198311noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-31405919888549914972010-04-25T06:44:02.142+05:302010-04-25T06:44:02.142+05:30गहरे भाव लिए हैं संग में बहुत अदा से गजल कही
लोग ह...गहरे भाव लिए हैं संग में बहुत अदा से गजल कही<br />लोग हजारों भटक रहे हैं, क्या खुदा यहाँ, मालूम नहीं<br /><br />शुभकामनाएं बहन मंजूषा।<br /><br />सादर <br />श्यामल सुमन<br />09955373288<br />www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.com