tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post3548472642529159399..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: नहीं जवाब जिसका कोई, उसी सवाल में हूँ मैं ....स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-56716942947583372612010-12-14T13:16:32.586+05:302010-12-14T13:16:32.586+05:30हमसे भूल हो गई, हमका माफ़ी देईदो...
जय हिंद...हमसे भूल हो गई, हमका माफ़ी देईदो...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-16828352579754174952010-12-12T17:25:02.884+05:302010-12-12T17:25:02.884+05:30वाह! क्या बात है, बहुत सुन्दर!वाह! क्या बात है, बहुत सुन्दर!nilesh mathurhttps://www.blogger.com/profile/15049539649156739254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-48110995015078938692010-12-12T16:30:00.015+05:302010-12-12T16:30:00.015+05:30उन सवालों को ढूढ़ते ढूढ़ते तो जीवन निकल जाता है, ज...उन सवालों को ढूढ़ते ढूढ़ते तो जीवन निकल जाता है, जिनमें हमारा जिक्र छिपा हो।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-27435908432630218852010-12-12T16:23:00.388+05:302010-12-12T16:23:00.388+05:30‘नहीं जवाब जिसका कोई, उसी सवाल में हूँ मैं ’
उ...‘नहीं जवाब जिसका कोई, उसी सवाल में हूँ मैं ’<br /><br /><br /> उम्र बीत गई जवाब ढूंढते,अव ज़वाल में हूँ मैं :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-87862454698720653882010-12-12T09:11:03.836+05:302010-12-12T09:11:03.836+05:30बहुत सुंदर ..बहुत सुंदर ..संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-15232696674283177512010-12-12T09:03:23.353+05:302010-12-12T09:03:23.353+05:30कुंवर कुसुमेश साहब तो खुद शायर हैं, उनके पास हर मि...कुंवर कुसुमेश साहब तो खुद शायर हैं, उनके पास हर मिजाज का अपना खुद का शेर है, हमें गुलाम अली साहब की गाई हुई अपनी एक पसंदीदा गज़ल याद आ गई, लगभग मिलते जुलते सेंटीमेंट्स की है, कम से कम अल्फ़ाज़ तो मिलते ही हैं -’चमकते चाँद को टूटा हुआ तारा बना डाला’(यहीं तक)।<br />गज़ल बहुत अच्छी लगी, गीत भी बहुत खूबसूरत लगा और<br />तस्वीर...पूछिये मत बस्स।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-32327499270378918632010-12-12T07:25:16.424+05:302010-12-12T07:25:16.424+05:30नज़र अब मैं नहीं आती, मुझे पहचान नहीं पाते
मगर इत...नज़र अब मैं नहीं आती, मुझे पहचान नहीं पाते <br />मगर इतना यकीं मुझको, तेरे ख़याल में हूँ मैं<br /><br />बहुत अच्छी भावाभिव्यक्ति है इस शेर में, अदा जी.<br /><br />मुझे अपना एक शेर याद आ रहा है:-<br /><br />माना ख़याले-यार में पिनहा है इज़्तिराब,<br />लेकिन सुकून भी है निहाँ इज़्तिराब में .Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-59977821737761952252010-12-12T03:32:23.761+05:302010-12-12T03:32:23.761+05:30बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !
आशा है कि अपने सार्थ...<i><b><br />बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !<br /><br />आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।<br /><br /><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/12/4_12.html" rel="nofollow">आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है - देखें - 'मूर्ख' को भारत सरकार सम्मानित करेगी - ब्लॉग 4 वार्ता - शिवम् मिश्रा</a> </b></i>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-66163687355240482462010-12-11T23:03:56.550+05:302010-12-11T23:03:56.550+05:30बहुत सुन्दर मञ्जूषा जी....बहुत सुन्दर मञ्जूषा जी....Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.com