tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post1789415338086859182..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: ये ग़ज़ल नहीं है ....स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger39125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-46893146818620411292010-06-26T10:42:51.675+05:302010-06-26T10:42:51.675+05:30जितना अच्छा माँ लिखती है उतने ही अच्छे बेटा चित्र ...जितना अच्छा माँ लिखती है उतने ही अच्छे बेटा चित्र बनाता है। मंयक को बहुत बहुत आशीर्वाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-68743590621219582382010-03-09T15:25:58.214+05:302010-03-09T15:25:58.214+05:30चित्र बढियां, बहुत ही बढियां है. हर स्ट्रोक में एक...चित्र बढियां, बहुत ही बढियां है. हर स्ट्रोक में एक लय है, गति है.दिलीप कवठेकरhttps://www.blogger.com/profile/16914401637974138889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-43610913696223016132010-03-06T00:13:21.382+05:302010-03-06T00:13:21.382+05:30Gazab!Gazab!ktheLeo (कुश शर्मा)https://www.blogger.com/profile/03513135076786476974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-65575270108489627192010-03-05T22:54:53.636+05:302010-03-05T22:54:53.636+05:30मिलावट इस क़दर शामिल हुई है जिंदगानी में...
कि खाल...मिलावट इस क़दर शामिल हुई है जिंदगानी में...<br />कि खालिस दूध से पेचिस है, घी से बाँस आती है..<br /><br />हमें भी गर्क कर देनी पड़ी सचाइयां अपनी..<br />कहाँ अब अहले-दुनिया को खुलूसी रास आती है....<br /><br /><br />दिल करे तो छाप दीजिएगा अदा जी,<br /><br />कहीं और नहीं कहेंगे हम...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-12734654378167611412010-03-05T22:27:23.188+05:302010-03-05T22:27:23.188+05:30mayanak ka haath bahut abhyast hai...sundar chitr ...mayanak ka haath bahut abhyast hai...sundar chitr hai...mera aashirwaad <br />aur gazal hamesha ki tarah behtareenrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-23578763891672750242010-03-05T22:01:55.943+05:302010-03-05T22:01:55.943+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति।
इसे 06.03.10 की चिट्ठा चर्चा...बहुत अच्छी प्रस्तुति।<br />इसे 06.03.10 की चिट्ठा चर्चा (सुबह ०६ बजे) में शामिल किया गया है।<br />http://chitthacharcha.blogspot.com/मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-30754129611313676502010-03-05T20:58:53.311+05:302010-03-05T20:58:53.311+05:30CHITRA AUR RACHNA DONO HI GAZAB KE HAIN.CHITRA AUR RACHNA DONO HI GAZAB KE HAIN.vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-61955165954090780262010-03-05T18:16:11.343+05:302010-03-05T18:16:11.343+05:30मयंक के कला कौशल ने कतई भी आश्चर्यचकित नहीं किया। ...मयंक के कला कौशल ने कतई भी आश्चर्यचकित नहीं किया। यदि आपके परिवार का कोई सदस्य असाधारण कौशल न रखता होता, तो हमें आश्चर्य जरूर होता। बहुत सुंदर रचनायें - मयंक की भी और आपकी भी।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-25938237573340721842010-03-05T17:40:29.581+05:302010-03-05T17:40:29.581+05:30बाज़ार में बिक रही मेरी खुलूसे मोहब्बत
इसका यहाँ को...बाज़ार में बिक रही मेरी खुलूसे मोहब्बत<br />इसका यहाँ कोई मगर खरीददार भी नहीं <br /><br />बहुत भावपूर्ण पंक्तियाँ।<br />मयंक की चित्रकारी बहुत खूबसूरत है।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-89568932363566655712010-03-05T17:11:00.602+05:302010-03-05T17:11:00.602+05:30bahut sundar chitr mayank ko badhai kahiyega.
aapk...bahut sundar chitr mayank ko badhai kahiyega.<br />aapki rachna bhi achchi lagishikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-88335166081330466082010-03-05T16:27:06.197+05:302010-03-05T16:27:06.197+05:30खुलूसे मोहब्बत निभाना बहुत ही कठिन है । खरीददार नह...खुलूसे मोहब्बत निभाना बहुत ही कठिन है । खरीददार नहीं, पक्का दीवाना चाहिये ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-14946979137038331902010-03-05T16:17:34.817+05:302010-03-05T16:17:34.817+05:30ऐ ज़िन्दगी सुन ले मैं तेरा यार भी नहीं
पर तेरे जलव...ऐ ज़िन्दगी सुन ले मैं तेरा यार भी नहीं<br />पर तेरे जलवों से मैं बेज़ार भी नहीं .<br />.......सुन्दर रचनाarvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-4413845359618214262010-03-05T10:49:35.505+05:302010-03-05T10:49:35.505+05:30जब माँ इतनी गुणी है तो बेटा तो एक कदम आगे निकलेगा ...जब माँ इतनी गुणी है तो बेटा तो एक कदम आगे निकलेगा ही ना? मयंक को हमारी तरफ से बधाई दीजिएगा।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-49468917216444391742010-03-05T10:14:07.485+05:302010-03-05T10:14:07.485+05:30बहुत ही बेहतरीन रचना लगी दीदी , मयंक मे एक बहुत बड...बहुत ही बेहतरीन रचना लगी दीदी , मयंक मे एक बहुत बड़ा कलाकार छिपा है , दीपक भईया ने सही कहा एक दिंन यह सितारा अपनी कला के माध्यम से पुरी दुनियां को रोशन करेगा ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-16571669104186547982010-03-05T10:02:23.272+05:302010-03-05T10:02:23.272+05:30बहुत ही बेहतरीन लगी दीदी आज की पोस्ट , मयंक के चित...बहुत ही बेहतरीन लगी दीदी आज की पोस्ट , मयंक के चित्र वास्तव में लाजवाब है , आने वाले समय में ब्लोगिंग में शैल परिवार का वर्चस्व चलेगा ऐसा प्रतित हो रहा है , मयंक को मेरी अग्रीम शुभकामनाएं ।जय हिन्दू जय भारतhttps://www.blogger.com/profile/18149104970028225030noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-68019752130863674442010-03-05T09:36:14.250+05:302010-03-05T09:36:14.250+05:30Bahut hi khoobsurat likha hai aapne...
Shabdo ko i...Bahut hi khoobsurat likha hai aapne...<br />Shabdo ko itna umdaah prayog...!!<br /><br />Rgds,<br />DimpleDimplehttps://www.blogger.com/profile/04616482931140406425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-12960638376660326432010-03-05T09:30:40.601+05:302010-03-05T09:30:40.601+05:30SUNDAR KALAA DONO HEE MEIN, CHITR MEIN BHEE AUR GA...SUNDAR KALAA DONO HEE MEIN, CHITR MEIN BHEE AUR GAJAL MEIN BHEE !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-20137305271859346992010-03-05T09:25:53.990+05:302010-03-05T09:25:53.990+05:30सुन्दर है ये गजल जैसी चीज़ ...(आपने लिखा ये गजल नही...सुन्दर है ये गजल जैसी चीज़ ...(आपने लिखा ये गजल नहीं है)<br />बदनाम हो गया है मेरा नाम हर जगह<br />अब मुँह कहाँ छुपायें हम, दीवार भी नहीं <br />...... ये शेर खास पसंद आया <br />अच्छा लगता है आपकी पोस्ट पर आ कर ... मै तो पाठकों की उपेक्षा वश कई दिनों से लिखना ही बंद कर दिया था, जी नहीं माना तो कल फिर कुछ लिख दिया है ...अगर समय मिले तो ...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-87556314770190901662010-03-05T09:16:28.591+05:302010-03-05T09:16:28.591+05:30बच्चों के एक्जाम चल रहे हैं ...देर सवेर हो जाती ह...बच्चों के एक्जाम चल रहे हैं ...देर सवेर हो जाती है ....<br />मयंक की चित्रकारी के बारे में क्या कहूँ ...इस कला की बारीकियों की इतनी समझ नहीं ....मगर लुभाती रही है ...बहुत सुन्दर..<br /><br />बिट्टू रश्क कर रही थी अपनी लगातार चलने वाली परीक्षाओं के कारण ....कब से कोई स्केच नहीं बना पायी है ....<br /><br />दुनिया करती रही लेकर जिसका नाम बदनाम<br />बस उसकी जुबान पर ही नहीं आया मेरा नाम ..<br />मेरी अगली ग़ज़ल का मुखड़ा बन गया ...<br /><br />दीवार ढूँढने की नौबत कहाँ आई ...समझ में नहीं आया ...<br /><br />बाज़ार में बिक रही मेरी खुलूसे मोहब्बत<br />इसका यहाँ कोई मगर खरीददार भी नहीं ...<br /><br />निष्कपट मुहब्बत बिकाऊ हो नहीं सकती फिर खरीददार की दरकार कहाँ ....<br /><br />निकलते रहिये ऐसे रत्न ....कद्रदान बड़े इन्तजार में रहते हैं ...:)वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-9382960910774235672010-03-05T09:03:05.678+05:302010-03-05T09:03:05.678+05:30बदनाम हो गया है मेरा नाम हर जगह
अब मुँह कहाँ छुपा...बदनाम हो गया है मेरा नाम हर जगह <br />अब मुँह कहाँ छुपायें हम, दीवार भी नहीं <br /><br />महरूमियों की धूप थी सपने ही जल गए <br />'अदा' तो चल रही है और बीमार भी नहीं <br />bahut khoob.........<br />mayank kee painting bahut acchee lagee .samay samay par uskee paintings dikhatee rahe ye aagrah hai........Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-8049067965550022342010-03-05T08:48:40.555+05:302010-03-05T08:48:40.555+05:30बहुत ही सुन्दर चित्र बना है श्री कृष्ण का!
"...बहुत ही सुन्दर चित्र बना है श्री कृष्ण का!<br /><br />"मोर मुकुट कटि काछनी उर वैजंती माल।<br />वा बानिक मो मन बसो सदा बिहारी लाल॥"<br /><br /><b>"क्या जाने कल यहाँ हम रहें या न रहें ..."</b><br /><br />फिल्म ममता का गीत याद आ गया<br />रहें न रहें हम ...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-33874911566408799732010-03-05T08:32:16.246+05:302010-03-05T08:32:16.246+05:30मयंक के रेखाचित्र सुन्दर है ..उसे शुभकामनायें ।मयंक के रेखाचित्र सुन्दर है ..उसे शुभकामनायें ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-13442563755513134022010-03-05T08:12:00.945+05:302010-03-05T08:12:00.945+05:30मयंक की चित्रकला और आपकी रचना, दोनों ने प्रभावित क...मयंक की चित्रकला और आपकी रचना, दोनों ने प्रभावित किया.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-8278813097184567412010-03-05T08:10:54.934+05:302010-03-05T08:10:54.934+05:30सुन्दर चित्र अच्छी गजल!सुन्दर चित्र अच्छी गजल!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-18988036295583334662010-03-05T07:59:36.194+05:302010-03-05T07:59:36.194+05:30यथा जननी, तथा सुत...
मयंक के बारे में तो मैंने बह...यथा जननी, तथा सुत...<br /><br />मयंक के बारे में तो मैंने बहुत पहले ही लिख दिया था, जनाब लंबी रेस के घोड़े हैं...<br /><br />रहे आपके उदगार...तो उनके बारे में बस इतना ही कहूंगा...<br /><br />रहे न रहे हम,<br />महका करेंगे,<br />बागे कली, बागे सबा में...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.com