tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post8730896823633380224..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: ये बिल्कुल सच है...स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-4543806365894695912010-11-15T11:00:19.047+05:302010-11-15T11:00:19.047+05:30सबसे पहले आप लोग को मारे तरफ से स्प्रम नमस्कार, आ...सबसे पहले आप लोग को मारे तरफ से स्प्रम नमस्कार, आप का ब्लॉग देखा बहुत अछा लगा आप लोग को भी हमारे तरफ से बहुत बहुत ध्यंयबाद .मे आशा करता हू की आप लोग एसी तहर मेरा साथ दे क्यू के मे इस ब्लॉग जगत मे अभी एक डम अकेले हू ओर आप लोग का साथ लेना चाहता हूkrishnahttps://www.blogger.com/profile/11394321965106162066noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-54521870289355512432010-11-15T10:58:19.793+05:302010-11-15T10:58:19.793+05:30सबसे पहले आप लोग को मारे तरफ से स्प्रम नमस्कार, आ...सबसे पहले आप लोग को मारे तरफ से स्प्रम नमस्कार, आप का ब्लॉग देखा बहुत अछा लगा आप लोग को भी हमारे तरफ से बहुत बहुत ध्यंयबाद .मे आशा करता हू की आप लोग एसी तहर मेरा साथ दे क्यू के मे इस ब्लॉग जगत मे अभी एक डम अकेले हू ओर आप लोग का साथ लेना चाहता हूkrishnahttps://www.blogger.com/profile/11394321965106162066noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-71750701590626206362010-11-11T19:45:55.555+05:302010-11-11T19:45:55.555+05:30मजेदार !मजेदार !VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-41198947870918545402010-11-11T17:18:42.537+05:302010-11-11T17:18:42.537+05:30बढ़िया संस्मरण!
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बहुत-बहुत बधाई!
आज के चर्चा मंच...बढ़िया संस्मरण!<br />--<br />बहुत-बहुत बधाई!<br />आज के चर्चा मंच पर भी आपकी पोस्ट की चर्चा है!<br />http://charchamanch.blogspot.com/2010/11/335.htmlडॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-68171964050245924202010-11-11T17:05:53.347+05:302010-11-11T17:05:53.347+05:30छोटी सी पर बड़ी दिलचस्प बात । हाँ नहीं तो ---छोटी सी पर बड़ी दिलचस्प बात । हाँ नहीं तो ---डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-3234881497511099692010-11-11T13:02:08.616+05:302010-11-11T13:02:08.616+05:30आदाब !!आदाब !!सतपाल ख़यालhttps://www.blogger.com/profile/18211208184259327099noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-22150234717771972372010-11-11T12:44:25.737+05:302010-11-11T12:44:25.737+05:30सच्ची तस्वीर॥ कभी कभी व्यक्ति जल्दी शादी कर लेता ह...सच्ची तस्वीर॥ कभी कभी व्यक्ति जल्दी शादी कर लेता है और कैरियर देर से शुरू होता है तो ऐसी स्थिति हो जाती है। पाण्डेय जी को प्रणाम कि उन्होंने माडर्न होने के नाम पर पत्नी का साथ नहीं छोडा॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-22553753569217556002010-11-11T09:32:04.661+05:302010-11-11T09:32:04.661+05:30चलिए जी नहीं ही पूछेंगे की वे कितनी भोली हैं...
य...चलिए जी नहीं ही पूछेंगे की वे कितनी भोली हैं...<br /><br />यूरेका यूरेका यूरेका...<br /><br />वैसे ये एकदम ही स्वाभाविक है, जब हम किसी नई भाषा के कोइ शब्द सुनते हैं तो हम पहले-पहल आमतौर पर ऐसा ही उच्चारण करते हैं...Dinesh Sarojhttps://www.blogger.com/profile/02759944802321750841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-45155446833617757312010-11-11T09:09:08.702+05:302010-11-11T09:09:08.702+05:30परिस्थितिजन्य कारणों से अभिव्यक्तियों में ऐसे संकट...परिस्थितिजन्य कारणों से अभिव्यक्तियों में ऐसे संकट अक्सर आते हैं !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-69924089200818960302010-11-11T08:39:20.557+05:302010-11-11T08:39:20.557+05:30मन रोक के रखिये, सच में दौड़ने लगेंगी।मन रोक के रखिये, सच में दौड़ने लगेंगी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-83397191308264296852010-11-11T07:42:11.861+05:302010-11-11T07:42:11.861+05:30व और भा के चक्कर में कई बार उलझे हम भी ...
कोई भी...व और भा के चक्कर में कई बार उलझे हम भी ...<br />कोई भी सी कर रहा था , बहुत देर तक उलझने के बाद समझ आया कि बात वाईस चांसलर की हो रही थी ...!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.com