tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post7806184941495027877..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: रहिमन जिह्वा बावरी, कहिगै सरग पाताल. आपु तो कही भीतर रही जूती सहत कपाल.स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-14209746382638158072020-04-20T11:17:33.495+05:302020-04-20T11:17:33.495+05:30Sacchi baat sahab Sacchi baat sahab Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10001866496897166383noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-84613227109103281492019-06-06T21:52:47.264+05:302019-06-06T21:52:47.264+05:30अति सुंदर काब्यअति सुंदर काब्यAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/13677270262217601435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-13868435414166579552015-03-02T22:12:06.049+05:302015-03-02T22:12:06.049+05:30वाणी का स्वरूप ही अलौकिक प्रभावकारी होता है वाणी का स्वरूप ही अलौकिक प्रभावकारी होता है विमल कुमार शुक्ल 'विमल'https://www.blogger.com/profile/16752757584209629034noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-33767727574164905592011-03-09T23:58:23.512+05:302011-03-09T23:58:23.512+05:30आदरणीय अदा जी, आपके बारे में हमें "भारतीय ब्...आदरणीय अदा जी, आपके बारे में हमें "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" पर शिखा कौशिक व शालिनी कौशिक जी द्वारा लिखे गए पोस्ट के माध्यम से जानकारी मिली, जिसका लिंक है...... http://www.upkhabar.in/2011/03/jay-ho-part-3.html <br /><br />इस ब्लॉग की परिकल्पना हमने एक भारतीय ब्लॉग परिवार के रूप में की है. हम चाहते है की इस परिवार से प्रत्येक वह भारतीय जुड़े जिसे अपने देश के प्रति प्रेम, समाज को एक नजरिये से देखने की चाहत, हिन्दू-मुस्लिम न होकर पहले वह भारतीय हो, जिसे खुद को हिन्दुस्तानी कहने पर गर्व हो, जो इंसानियत धर्म को मानता हो. और जो अन्याय, जुल्म की खिलाफत करना जानता हो, जो विवादित बातों से परे हो, जो दूसरी की भावनाओ का सम्मान करना जनता हो.<br /><br />और इस परिवार में दोस्त, भाई,बहन, माँ, beti जैसे मर्यादित रिश्तो का मान रख सके. <br /><br />धार्मिक विवादों से परे एक ऐसा परिवार जिसमे आत्मिक लगाव हो..........<br /><br />मैं इस बृहद परिवार का एक छोटा सा सदस्य आपको निमंत्रण देने आया हूँ. यदि इस परिवार को अपना सहयोग देना चाहती हैं तो follower व लेखक बन कर हमारा मान बढ़ाएं... <br /><br /><br />आपकी प्रतीक्षा में...........<br /><br />हरीश सिंह <br /><br />संस्थापक/संयोजक "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" www.upkhabar.in/हरीश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/13441444936361066354noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-34786762591826670462011-03-07T16:12:23.191+05:302011-03-07T16:12:23.191+05:30upyogi vachan hum-jaison ke liye.........
hum to ...upyogi vachan hum-jaison ke liye.........<br /><br />hum to shital bhaye apouhn shital hoyie.............na ghabrayiye '<br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-70942351585966945952011-03-07T09:59:19.327+05:302011-03-07T09:59:19.327+05:30बहुत अच्छा....
आज बहुत दिनों के बाद ब्लॉग जगत में ...बहुत अच्छा....<br />आज बहुत दिनों के बाद ब्लॉग जगत में घूमने निकला हूँ..<br />आपकी पोस्ट पढ़ी <br />दिन अच्छा ही बीतेगा अब तो...:)<br /> <br /> <a href="http://nayabasera.blogspot.com/2011/03/blog-post.html" rel="nofollow">क्या आप भी अपने आपको इन नेताओं से बेहतर समझते हैं ??? </a>Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-63831932803941860462011-03-06T23:46:09.923+05:302011-03-06T23:46:09.923+05:30हर शब्द सत्य वचन। आपके यहाँ यह सन्देश पढना भला लगा...हर शब्द सत्य वचन। आपके यहाँ यह सन्देश पढना भला लगा। गीत हमेशा की तरह अत्यंत मधुर है।<br />इसके बाद पीछे से ढूँढ कर 'अरुण ये मधुमय..' फिर से सुना, मन बहुत हर्षित है।<br />सादरAvinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-10217475021955589522011-03-06T22:12:34.192+05:302011-03-06T22:12:34.192+05:30प्रवचन-उपदेश अनसुना करने का अपना ’थर्टी ईयर्स का ए...प्रवचन-उपदेश अनसुना करने का अपना ’थर्टी ईयर्स का एक्स्पीरियंस’ है:)<br /><br />ग्यारह तारीख को दोनों बेटों का ’कम्युनिकेशन स्किल्स’ का एग्ज़ाम है, बेहद काम आयेगा आपका यह लेख। इंग्लिश में रहा होता तो सौ प्रतिशत धन्यवाद आपका ही रहता, अभी दस प्रतिशत का कमीशन मैं रख लूंगा। <br />सीरियसली, थंक्स अ लॉट।<br /><br />गीत आपकी आवाज में बेमिसाल।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-3382834647508620672011-03-06T20:29:32.159+05:302011-03-06T20:29:32.159+05:30सत्य वचन :) सच्ची उपदेश के मूड और मोड दोनों में है...सत्य वचन :) सच्ची उपदेश के मूड और मोड दोनों में हैं :)वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-71917494102612228342011-03-06T20:18:28.637+05:302011-03-06T20:18:28.637+05:30सत्यम ब्रूयात प्रियं ब्रूयात न ब्रूयात सत्यमप्रियम...सत्यम ब्रूयात प्रियं ब्रूयात न ब्रूयात सत्यमप्रियमप्रियं <br />प्रियं च नानृतम ब्रूयात एष धर्मः सनातनSmart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-6818399266200337652011-03-06T19:00:01.611+05:302011-03-06T19:00:01.611+05:30हम तो सरम करहें और बिन बाल वाली कपाल बचा गये :)हम तो सरम करहें और बिन बाल वाली कपाल बचा गये :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-14744112889987933182011-03-06T17:26:22.207+05:302011-03-06T17:26:22.207+05:30जीभ चली नहीं कि ये सब बातें धीरे-धीरे फिसलने लगती ...जीभ चली नहीं कि ये सब बातें धीरे-धीरे फिसलने लगती हैं.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-77805965164446251772011-03-06T16:14:43.782+05:302011-03-06T16:14:43.782+05:30आज तो आप भी उपदेश के मोड में हैं , रब ही राखे :)
ब...आज तो आप भी उपदेश के मोड में हैं , रब ही राखे :)<br />बोली तो मीठी और शांत होनी ही चाहिए मगर यदि इसे आपकी कमजोरी माना जाये तो कभी- कभी इसको तीखा कर लेने में बुराई नहीं है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-4207806527426909072011-03-06T13:43:05.061+05:302011-03-06T13:43:05.061+05:30बचपन में पढ़ा था "बातन हाथी पाईए, बातन हाथी पा...बचपन में पढ़ा था "बातन हाथी पाईए, बातन हाथी पाँव" अर्थात बातों से हाथी पा भी सकते है और बातों से हाथी के पैरों के नीचे भी आ सकते हैं, इसलिए सोच समझ कर ही बोलना चाहिए। आपका ये चिंतन सार्थक है। और आज तो मेरा फैवरेट गाना गाया है आपने।सोमेश सक्सेना https://www.blogger.com/profile/02334498143436997924noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-22265840109126249462011-03-06T13:29:53.221+05:302011-03-06T13:29:53.221+05:30ऐसी बाणी बोलिये...ऐसी बाणी बोलिये...प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-61237684173404858342011-03-06T12:56:44.983+05:302011-03-06T12:56:44.983+05:30सम्प्रेषण (communication) पर जानकारीपरक पोस्ट अच्...सम्प्रेषण (communication) पर जानकारीपरक पोस्ट अच्छी है और ज्ञानवर्धक भी.<br />गाना आपकी आवाज़ में हमेशा की तरह बेहतरीन.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.com