tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post6486320237464519847..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: समीर जी कहाँ हैं आप .! कुछ कीजिये...!!स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger39125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-53789443455022219422010-05-14T22:29:08.610+05:302010-05-14T22:29:08.610+05:30दरअसल हम हिन्दुस्तानियों में ये एक बहुत बडी जन्मजा...दरअसल हम हिन्दुस्तानियों में ये एक बहुत बडी जन्मजात कमी है कि हम लोगों में जीवन में आगे बडने की कोई इच्छाशक्ति ही नहीं है...हमेशा पीछे चलकर सिर्फ "जिन्दाबाद-जिन्दाबाद" कहने में ही फख्र महसूस करते हैं...यहाँ भी वही सब कुछ देखने को मिल रहा है....कोरी अन्धभक्ति!Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-53863586206639025782010-05-14T21:53:12.367+05:302010-05-14T21:53:12.367+05:30जनाब समीर साहब ने तो अपील कर ही दी है अब आप लोग अप...जनाब समीर साहब ने तो अपील कर ही दी है अब आप लोग अपना काम करिए और पगलट की बातों को दिल पर मत लगाइए। मेरे ख्याल से किसी को पागल कहना असंसदीय नहीं है।Kumar Jaljalahttps://www.blogger.com/profile/17272554213360157887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-5026144134930586192010-05-14T20:27:55.641+05:302010-05-14T20:27:55.641+05:30@ कूप कृष्ण जी आपने भी टिप्पणी में भी भाषा का ख्य...@ कूप कृष्ण जी आपने भी टिप्पणी में भी भाषा का ख्याल रखा होता ...<br />तो मैं बहुत कृतज्ञं होती...<br />मैं क्षमा याचना सहित आपकी टिप्पणी हटा रही हूँ...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-47399947000664615472010-05-14T20:25:01.201+05:302010-05-14T20:25:01.201+05:30Mera maana hain ki Asobhniya bhasa ka prayog uski ...Mera maana hain ki Asobhniya bhasa ka prayog uski mansikta ki parichayak hai..... kintu jab budhijiviyon dwara es tarah kee harkat ki jaati hai to uska pratikaar sabko karne hi chahiye.....<br />Saarthak prasuti ke liye dhayavaad...कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-8514432031963739712010-05-14T19:26:44.280+05:302010-05-14T19:26:44.280+05:30आपसे अक्षरश" सहमत, हरेक से सहमति रखना आवश्यक ...आपसे अक्षरश" सहमत, हरेक से सहमति रखना आवश्यक नहीं है लेकिन विरोध की या असहमति की भी मर्यादा रहनी चाहिये।<br /><br />देखिये, आपकी ब्लॉग समाचार वाली पोस्ट भी इस विवाद के चलते दब गई है। आपसे निवेदन है कि उसे रीपोस्ट करिये ताकि अच्छी चीजें हाईलाईट हो सकें।<br /><br />आभार।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-23832566435903174822010-05-14T19:10:25.282+05:302010-05-14T19:10:25.282+05:30This comment has been removed by a blog administrator.बसंतीhttps://www.blogger.com/profile/05563723975660079541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-70156459943641448632010-05-14T17:26:35.835+05:302010-05-14T17:26:35.835+05:30ढपोरशंख जी आपकी बात मैंने बहुत गौर से पढ़ी है....और...ढपोरशंख जी आपकी बात मैंने बहुत गौर से पढ़ी है....और सारी बातें समझ में भी आ गयी हैं....<br />सच पूछिए तो ये बातें बहुत बार बताई जा चुकी हैं... आपने भी बताई....आपकी टिपण्णी प्रकाशित भी करना चाहती हूँ ..लेकिन फिर वही बात आ जाती है भाषा की...और इस समय माहौल को शांत करने की आवश्यकता है न कि भड़काने की ...इसलिए आपकी टिप्पणी डिलीट कर रही हूँ...<br />दूसरी बात आपके नाम में ही समस्या है 'ढपोरशंख' नाम पढ़ते ही आपकी बातों की अहमियत आधी हो जाती है....क्योंकि बचपन से यही सुनते आये हैं ....ढपोरशंख विश्वास करने योग्य नहीं होते.....हो सके तो अपना नाम बदलिए....स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-8441525582193884602010-05-14T14:34:22.203+05:302010-05-14T14:34:22.203+05:30आपसे पूरी तरह से सहमत हू जीआपसे पूरी तरह से सहमत हू जीSANJEEV RANAhttps://www.blogger.com/profile/02649434617771451883noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-87823308185418859792010-05-14T13:50:47.782+05:302010-05-14T13:50:47.782+05:30Chintniya....saare mil chintan karo...Chintniya....saare mil chintan karo...योगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-24282521778882958362010-05-14T13:41:30.327+05:302010-05-14T13:41:30.327+05:30बेहद प्रासंगिक पोस्ट...
यह मामला क्या है...? हम ...बेहद प्रासंगिक पोस्ट... <br />यह मामला क्या है...? हम नहीं जानते...<br />क्योंकि अब ब्लॉगवाणी पर आना कम हो गया है, न के बराबर...<br />जब हमने ब्लोगिंग शुरू की थी, उस वक़्त माहौल बहुत अच्छा था... <br />लेकिन, अफ़सोस है कि 'कुछ लोगों' ने ब्लॉग जगत रूपी पावन गंगा में 'गंदगी' घोल दी है...और यह दिनोदिन बढ़ रही है... <br />लोग ज़बरदस्ती अपने 'मज़हब' को दूसरों पर थोप देना चाहते हैं... <br />गाली-गलौच करते हैं... असभ्य और अश्लील भाषा का इस्तेमाल करते हैं... <br />किसी विशेष ब्लोगर कि निशाना बनाकर पोस्टें लिखी जाती हैं... <br />फ़र्ज़ी कमेंट्स किए जाते हैं...<br />दरअसल, 'इन लोगों' का लेखन से दूर-दूर तक का कोई रिश्ता नहीं है... जब ब्लॉग लेखन का पता चला तो सीख लिया और फिर उतर आए अपनी 'नीचता' पर... और करने लगे व्यक्तिगत 'छींटाकशी'... <br />'इन लोगों' की तरह हम 'असभ्य' लेखन नहीं कर सकते... क्योंकि यह हमारी फ़ितरत में शामिल नहीं है और हमारे संस्कार भी इसकी इजाज़त नहीं देते... एक बार समीर लाल जी ने कहा था... अगर सड़क पर गंदगी पड़ी हो तो उससे बचकर निकलना ही बेहतर होता है... <br /><br />आज ब्लॉग जगत में जो हो रहा है, हमने सिर्फ़ वही कहा है...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-16299887084670075862010-05-14T13:34:32.717+05:302010-05-14T13:34:32.717+05:30This comment has been removed by a blog administrator.ढपो्रशंखhttps://www.blogger.com/profile/14074234658513322278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-70238948228377055742010-05-14T13:32:14.832+05:302010-05-14T13:32:14.832+05:30This comment has been removed by a blog administrator.ढपो्रशंखhttps://www.blogger.com/profile/14074234658513322278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-81461950126010675292010-05-14T13:32:14.831+05:302010-05-14T13:32:14.831+05:30This comment has been removed by a blog administrator.ढपो्रशंखhttps://www.blogger.com/profile/14074234658513322278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-83736187789406658612010-05-14T13:32:14.830+05:302010-05-14T13:32:14.830+05:30This comment has been removed by a blog administrator.ढपो्रशंखhttps://www.blogger.com/profile/14074234658513322278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-80268678090802915432010-05-14T13:31:58.739+05:302010-05-14T13:31:58.739+05:30This comment has been removed by a blog administrator.ढपो्रशंखhttps://www.blogger.com/profile/14074234658513322278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-88585389098581067772010-05-14T13:03:51.933+05:302010-05-14T13:03:51.933+05:30पाबला जी से सहमत हूँ !!
साथ साथ यह भी कहना चाहूँग...पाबला जी से सहमत हूँ !! <br />साथ साथ यह भी कहना चाहूँगा ......... जब समीर भाई एक 'विनती' करते है सब से तब भी तो यही कहा जाता है कि वह ही पूरे ब्लॉग जगत पर राज करना चाहते है और फिर समीर भाई ही क्यों ........... बाकीयो की कोई ज़िम्मेदारी नहीं है क्या ?? <br />एक साहब है जो अपने ब्लॉग पर पोस्ट लिखते है दुसरे ब्लॉगर के ऊपर और दुनिया भर की गंद फैलाते है जब मेरे, पाबला जी और अजय कुमार झा जैसे ब्लॉगर उनको उनके ही ब्लॉग पर सुना के आते है तो जनाब पोस्ट ही मिटा देते है .........सब से मज़े की बात यह कि जनाब खुद दूसरो को ज्ञान देते है अच्छा लिखने का, अब आप ही बताएं यह कहाँ का तरीका है ब्लॉगिंग का कि अगर आपकी पोस्ट पर मन माफिक टिपण्णी नहीं आई तो पोस्ट ही हटा दो ! हम सब यही चाहते है कि ब्लॉग जगत में शांति बनी रहे पर इसका यह मतलब तो नहीं कि बिना वजह किसी पर भी कुछ भी आरोप लगा दिए जाए !!<br />माफ़ कीजियेगा अगर आपको कोई बात बुरी लगी हो तो पर सत्य यही है !!शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-68163464588067980872010-05-14T12:26:43.166+05:302010-05-14T12:26:43.166+05:30एक कहावत नया-नया ड्राईवर ज्यादा भौंपू बजाता है।
कि...एक कहावत <b>नया-नया ड्राईवर ज्यादा भौंपू बजाता है।</b><br />किसी को भी कुछ भी कह रहे हैं।<br />लगता है कि झगडने के लिये ही आते हैं और टिप्पणी करते हैं।<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-65871307546732013642010-05-14T11:05:40.912+05:302010-05-14T11:05:40.912+05:30सुनिए, समीर लाल, द साउंड ऑफ साइलेंस...
जय हिंद......सुनिए, समीर लाल, द साउंड ऑफ साइलेंस...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-19686697371966116492010-05-14T10:41:45.232+05:302010-05-14T10:41:45.232+05:30lagata hai bahut hi gambhir mudda hai magar main p...lagata hai bahut hi gambhir mudda hai magar main poori tarah wakif nahi hun aur yahan blogs par to roj kisi na kisi ke sath ye hota rahta hai shayad isliye dhyan na gaya ho..........magar phir bhi yahi kahungi ki jo bhi insaan is tarah ki harkat kar raha hai ye ashobhniya hai aur uske khilaf sabko aawaz uthani chahiye.vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-48362525494722533202010-05-14T10:34:34.860+05:302010-05-14T10:34:34.860+05:30विज्ञापन देखा है? "नेताजी के लिए पार्टी हिला ...विज्ञापन देखा है? "नेताजी के लिए पार्टी हिला देंगे"<br /><br /><br />बस वही हो रहा है. :) हम सच्चे अर्थों में भारतीय हैं :)संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-35191322048423676492010-05-14T09:40:31.539+05:302010-05-14T09:40:31.539+05:30वैसे मैंने पूरा मसला नहीं पढ़ा है कि क्या हुआ था ?...वैसे मैंने पूरा मसला नहीं पढ़ा है कि क्या हुआ था ? लेकिन भाषा अगर असभ्य इस्तेमाल हुई है तो ये बहुत शर्मनाक है. वो साहित्यकार ही क्या जो अपनी भाषा को असभ्य कर डे. वो इंसान ही क्या जो शब्दों से अपनी पकड़ खो दे. आदर पाने के लिए आदर करना पड़ता है.छोटी सी बात है मगर पता नहीं क्यूँ लोगों को समझ में नहीं आती. अच्छा लिखें , अच्छा पढ़ें और अच्छा सुनें, <br />इश्क इबादत है खुदा की बस इश्क ही इश्क कीजै<br />"नाशाद" ता उम्र बस इश्क ही लीजै इश्क ही दीजैनरेश चन्द्र बोहराhttps://www.blogger.com/profile/02704671927129198311noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-40928428698412702782010-05-14T09:19:07.104+05:302010-05-14T09:19:07.104+05:30'अदा' जी जैसे विचार रखने वालों नए/ पुराने ...'अदा' जी जैसे विचार रखने वालों नए/ पुराने ब्लॉगरों के लिए:<br /><br />> क्या 'किसी' ने यह सोचने की जहमत उठाई है कि मिथिलेश जैसा युवक ऐसी भाषा का प्रयोग क्यों कर रहा?<br />> क्या 'किसी' ने यह सोचने की जहमत उठाई है कि आशीष खंडेलवाल जैसे लोकप्रिय ब्लॉगर ने अपने ब्लॉग पर ट्रिक्स-टिप्स लिखना क्यों छोड़ दिया?<br />> क्या 'किसी' ने यह सोचने की जहमत उठाई है कि मुझ जैसे स्वभाव वाले की जबान पर कड़वाहट क्यों आ जाती है?<br />> क्या 'किसी' ने यह सोचने की जहमत उठाई है कि पिछले दिनों से समीर लाल की 'हिन्दी सेवा' पर कटाक्ष, लगातार क्यों तीव्र होते जा रहे हैं?<br />> क्या 'किसी' ने यह सोचने की जहमत उठाई है कि विवाद की शुरूआत कौन करता है?<br />> क्या 'किसी' ने यह सोचने की जहमत उठाई है कि किसी भी विवाद को खड़ा करने वाला ब्लॉगरी में कितना समय बिता चुका?<br />> क्या 'किसी' ने यह सोचने की जहमत उठाई है कि परिणामों के बारे में सोचना भी चाहिए<br />> क्या 'किसी' ने यह सोचने की जहमत उठाई है कि क्यों कुछ करने का ठेका वही ले जिसे निशाना बनाया गया<br />> क्या 'किसी' ने यह सोचने की जहमत उठाई है कि ...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-10683085237418720472010-05-14T09:17:06.644+05:302010-05-14T09:17:06.644+05:30मेरे विचार से ब्लॉग पर व्यक्तिगत लेख लिखना , जिसम...मेरे विचार से ब्लॉग पर व्यक्तिगत लेख लिखना , जिसमे एक व्यक्ति विशेष पर छीटा कसी की गई हो , उचित नहीं लगता ।<br />आप मुद्दों पर बात कीजिये , कवितायेँ लिखिए , हास्य -मनोरंजन सामग्री लाइए , जानकारी दीजिये , ज्ञान बाँटिये । किसी के बारे अनुचित लिखकर आप क्या साबित करना चाहते हैं ?<br />जाने क्यों हर थोड़े दिनों बाद एक विवाद उठकर सारा माहौल ख़राब कर देता है।<br />जिसको जो अच्छा लगे वो लिखे । जिसे पढना हो पढ़े , वर्ना पढने के लिए ब्लोग्स तो बहुत से हैं । फिर काहे का विवाद।<br />ऐसे में शांति बनाये रखना ज़रूरी है । जल्दी ही लोग भूल जायेंगे ।<br />आगे बढ़ना भी ज़रूरी है।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-75788657687347645622010-05-14T08:20:44.062+05:302010-05-14T08:20:44.062+05:30अदा जी, आप सही कह रही हैं, असभ्य भाषा का प्रयोग ना...अदा जी, आप सही कह रही हैं, असभ्य भाषा का प्रयोग ना ही किया जाये तो अच्छा है, वैसे मैं इस जगत का बहुत नया वाशिंदा हूँ, इसलिए किसीके बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर रहा हूँ, बस यही चाहता हूँ की शान्ति बनी रहे, आपसी सद्भाव बना रहे ! और गाली देना ही है तो सामाजिक कुरीतियों को दें .... आपका ब्लॉग समाचार लिंक नहीं खुल रहा है ...Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-53063055672399469792010-05-14T08:01:56.500+05:302010-05-14T08:01:56.500+05:30This comment has been removed by a blog administrator.Anaamhttps://www.blogger.com/profile/07025790068615228884noreply@blogger.com