tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post3790301370831968605..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: क्या नैतिकता की कोई सीमा निर्धारित है..?स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger42125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-16085337178440423762010-09-05T01:13:04.658+05:302010-09-05T01:13:04.658+05:30ठीक यही विचार मेरे मन में भी उठे थे कि एक कथित डॉक...ठीक यही विचार मेरे मन में भी उठे थे कि एक कथित डॉक्टर द्वारा किसी की भी चिकित्सीय जानकारी को जग-जाहिर किया जाना क्या उस डॉक्टर के लिए नैतिक रूप से जायज है?<br /><br />आम बोल-चाल व सामाजिक दायरों में डॉक्टर को भगवान माना जाता है। हालांकि व्यवसायिकता के दौर में किसी की नैतिकता पर बात करना बेमानी है फिर भी 'डॉक्टर' शब्द की गरिमा आज भी अपने स्थान पर अटल है। अब अगर कोई खुद ही उस गरिमा/ नैतिकता को स्थानापन्न करना चाहे तो सिवाय उस पर तरस खाने के क्या किया जाए।<br /><br />इस 'डॉक्टर' शब्द के संदर्भ में यह बिल्कुल ठीक है कि किसी ने विश्वास खो दिया तो उसका सर्वस्व खो गया...<br /><br />मैं नहीं समझता कि किसी निष्पक्ष मानवीय संवेदनाओं वाले किसी डॉक्टर द्वारा इस तरह की हरकतों का समर्थन किया गया है या किया जायेगा।<br /><br />अब यदि मेरे अन्यत्र विचारों का उल्लेख करते हुए प्रतिकार हो तो यही बात होगी कि 'मीठा मीठा हा-कड़वा कड़वा थू!'<br /><br /><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-4462678576527992662010-09-03T07:33:44.178+05:302010-09-03T07:33:44.178+05:30नैतिकता और विश्वास ये दोनों ही बातें किसी भी रिश्त...नैतिकता और विश्वास ये दोनों ही बातें किसी भी रिश्ते में बहुत महत्वपूर्ण है ...<br />बात व्यवसायिक समबन्धों की हो या मानसिक ...<br />विश्वास में लेकर कही गयी किसी के भी विचार को सार्वजानिक करना अनुचित है ...तब तक जबतक कि उसे छिपाने से मानवता को हानि नहीं पहुँचती हो ...<br />यह पोस्ट कैसे फिसल गयी ...आजकल अनियमित हूँ शायद इसलिए ...!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-37325408755951498402010-09-02T16:31:00.587+05:302010-09-02T16:31:00.587+05:30श्री कृष्ण जन्माष्ठमी की सभी साथियों को बहुत-बहुत ...श्री कृष्ण जन्माष्ठमी की सभी साथियों को बहुत-बहुत बधाई, ढेरों शुभकामनाएं!Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-40095249767841175542010-09-02T08:12:13.725+05:302010-09-02T08:12:13.725+05:30This comment has been removed by the author.Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-11063965765081398182010-09-02T06:34:47.466+05:302010-09-02T06:34:47.466+05:30अदा जी, दीपक जी,
शायद अभी भी आपने मेरा आशय नहीं...अदा जी, दीपक जी,<br /><br /><br /> शायद अभी भी आपने मेरा आशय नहीं समझा है। <br /><br /> मुझे पता है कि हम सभी किसी न किसी समय मरीज रहे हैं। कोई अमरत्व लेकर नहीं आता, महीने में साल में कई बार सब लोग मरीज होन का सौभाग्य प्राप्त करते हैं लेकिन यहां जिस संदर्भ में मरीज शब्द लिखा गया है उससे मुझे आपत्ति है। <br /><br /> Anyway, आप अपने शब्द पर कायम रहें।<br /><br />जाकी रही भावना जैसी। <br /><br />इस पर मुझे और कुछ नहीं कहना है।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-62607750653225769782010-09-02T05:46:54.144+05:302010-09-02T05:46:54.144+05:30दीदी ,
ये पेशे की मर्यादा का उल्लंघन है लेकिन एक ...दीदी , <br />ये पेशे की मर्यादा का उल्लंघन है लेकिन एक बात और <br />दोस्ती दुनिया में सबसे ज्यादा अविश्वसनीय बेनामी रिश्ता है [जैसे ऊपर दिया लिंक कह रहा है,प्रेम की नहीं दोस्ती की बात कही है] <br />बेसिकली इस दोस्ती(बेनामी)रिश्ते के कन्फ्यूजन कारण ही हर मर्यादा का उल्लंघन होता है <br />(ये एक ग्लोबल वाक्य है सब पर फिट होता है )<br /><br />ऊपर दिया मेरे द्वारा दिया कमेन्ट वाला लिंक निरस्त मानें पूरा लेख और कमेन्ट ही पढ़ डालें<br />http://my2010ideas.blogspot.com/2010/08/blog-post_22.html <br />ना .. ... ... ना , मैं किसी की तरफ नहीं हूँ <br />मानवता अमर रहे, मानवता और देशभक्ति से ऊपर नहीं होते रिश्तेएक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-31420904138166301782010-09-02T05:16:51.074+05:302010-09-02T05:16:51.074+05:30सतीश पंचम जी को शायद ये पता नहीं कि आयुर्वेद के अन...सतीश पंचम जी को शायद ये पता नहीं कि आयुर्वेद के अनुसार कोई भी मनुष्य पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं.. यानि हर कोई मरीज़ ही है..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-29454450140732379382010-09-02T03:46:27.332+05:302010-09-02T03:46:27.332+05:30अमरेन्द्र,
अगर तुम्हें 'मरीज' शब्द से दुः...अमरेन्द्र,<br />अगर तुम्हें 'मरीज' शब्द से दुःख पहुँचा है तो मुझे कोई हैरानी भी नहीं है...लेकिन तुम्हें यह भी सोचना चाहिए कि कुछ मंद बुद्धि लोगों को समझाने के लिए ही मुझे इस शब्द का प्रयोग तुम्हारे नाम के साथ मजबूरन करना पड़ा है...तुम इस बात को दिल से लगा कर मत बैठो...<br />हाँ एक बात तो मुझे समझ में आ ही गई है...कि समझदारी की सीमा होती है ...लेकिन मूर्खता की कोई सीमा नहीं होती...तुम भी अपनी मूर्खता पर काबू रखो और इत्मीनान से अपने लक्ष्य की ओर चलो, ऐसी बातें जीवन में होती ही रहतीं हैं...इनके लिए अपना जीवन नष्ट करना महामूर्खता है...और कम से कम इस पूरे प्रकरण में एक तुम ही हो जो मूर्ख नहीं हो....<br />शुभाशीष ...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-55794631420056564782010-09-02T03:27:21.863+05:302010-09-02T03:27:21.863+05:30सतीश जी,
'मरीज' शब्द इतना भी बुरा नहीं है....सतीश जी,<br />'मरीज' शब्द इतना भी बुरा नहीं है..जितना आप सोच रहे हैं...हम सभी कभी न कभी 'मरीज' रहे ही हैं...और आगे भी होते ही रहेंगे...अमरेन्द्र को आशीर्वाद हैं , चिरायु हो दीर्घायु हो...<br />इस सन्दर्भ में जब मुझे 'मरीज' शब्द का इस्तेमाल करना पड़ा है वह सिर्फ़ एक डाक्टरी प्रोफेशनल में संलग्न व्यक्ति को अपनी बात समझाने के लिए ही करना पड़ा है....आपने इस एक शब्द को ही तूल दिया है...परन्तु मैं अपनी बात पर कायम हूँ...और इस शब्द के उपयोग को भी सही मान रही हूँ...<br />इससे किसी को भी कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए...मेरा ऐसा मानना है...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-83334774800791753442010-09-02T02:59:35.548+05:302010-09-02T02:59:35.548+05:30This comment has been removed by the author.Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-54772294566263289212010-09-02T01:08:42.116+05:302010-09-02T01:08:42.116+05:30हर रामा
हरे कृष्णा,
कृष्णा...कृष्णा,
हरे हरे !
...हर रामा <br />हरे कृष्णा, <br />कृष्णा...कृष्णा,<br />हरे हरे !<br /><br />कृष्ण जन्माष्टमी के मंगलमय पावन पर्व अवसर पर ढेरों बधाई और शुभकामनाये ..MUMBAI TIGER मुम्बई टाईगरhttps://www.blogger.com/profile/12686479234497210080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-6883443131082926842010-09-02T01:04:36.268+05:302010-09-02T01:04:36.268+05:30स्वप्न मंजूषा जी,
आप ने जो कहा वह सही है और आपके श...स्वप्न मंजूषा जी,<br />आप ने जो कहा वह सही है और आपके शब्दों का समर्थन करना भी नैतिकता वाली बात है अत मै आपसे सहमत होते हुए समीर भाई की बातो को भी मानी करता हु ! और ये दो शब्द देश के ब्लोगरो के नाम देना चाहता हु ! ग्रहण करे ! <br /><br /><b>विद्यार्थी या शिक्षक हो,डाक्टर और व्यापारी<br />नर हो नारी बने नीतिमय जीवनचर्या सारी<br />कथनी-करनी की समानता में गतिशील चरण हो<br />संयममय जीवन हो ॥<br /><br />प्रभु बनकर ही हम प्रभु की पूजा कर सकते हैं<br />प्रामाणिक बनकर ही संकट सागर तर सकते हैं<br />शौर्य-वीर्य-बलपती अहिंसा ही जीवन दर्शन हो<br />संयममय जीवन हो ॥<br /><br />सुधरे व्यक्ति, समाज व्यक्ति से, राष्ट्र स्वयं सुधरेगा<br />महावीर-सिंह नाथ सारे जग में पसरेंगा<br /><br />मानवीय आचार संहिता में अर्पित तन-मन हो<br />संयममय जीवन हो !!</b>MUMBAI TIGER मुम्बई टाईगरhttps://www.blogger.com/profile/12686479234497210080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-57243836557480664692010-09-02T00:44:58.894+05:302010-09-02T00:44:58.894+05:30जन्माष्टमी की शुभकामनाएँजन्माष्टमी की शुभकामनाएँUdan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-57665535504529093052010-09-02T00:40:30.924+05:302010-09-02T00:40:30.924+05:30अदा जी,
बिना किसी की असली बात जाने सीधे उसे मरीज...अदा जी,<br /><br /> बिना किसी की असली बात जाने सीधे उसे मरीज कहना भी ठीक नहीं है।<br /><br /> आपने यहा स्पष्ट लिखा है कि अमरेन्द्र के लिए मरीज शब्द का इस्तेमाल कर रही हूँ। जो कि उचित नहीं लग रहा। <br /><br /> भले ही आपने किसी की पोस्ट पढ़ कर ही क्यों न अपने जहन में यह बात बैठाई हो लेकिन एक बार उस विवादित पोस्ट के लेखक की हालिया प्रविष्टियों और टिप्पणियों पर भी ध्यान देना चाहिए कि हाल फिलहाल किस स्तर की और किस मानसिकता से उसकी टिप्पणियां या पोस्ट आदि लिखे जा रहे हैं।<br /><br /> पिछले दो चार दिनों के हुए तमाम विवादों को जहन में रखकर यदि सोचें तो पता चल सकता है टाप फ्लोर किधरको खाली है :)<br /><br /> जहां तक अमरेन्द्र की बात है तो उनकी पोस्टें और तमाम बहस मुबाहिसे आदि पढ़ने से तो लगता है कि फिलहाल उनका टॉप फ्लोर भरा हुआ है कोई मानसिक बीमारी नहीं हैं उन्हें, इसलिए बिना वजह उन्हें मरीज न कहा जाय।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-90816743856046260292010-09-02T00:15:13.376+05:302010-09-02T00:15:13.376+05:30पेशा कोई भी हो, नैतिकता और इन्सानियत का तकाजा उन स...पेशा कोई भी हो, नैतिकता और इन्सानियत का तकाजा उन सब से उपर है और वो भी आपसी विश्वास को कायम रखने की मांग करता है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-37683362703024183472010-09-01T23:31:14.094+05:302010-09-01T23:31:14.094+05:30कान्हा आओ ब्लॉगर्स को कुछ सिखाओ..... अपने रुप दिखा...कान्हा आओ ब्लॉगर्स को कुछ सिखाओ..... अपने रुप दिखाओ... पर अपने गुन यहीं छोड़ जाओ...<br /><br />जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-63430626188018926752010-09-01T23:01:23.566+05:302010-09-01T23:01:23.566+05:30@ दिव्या जी...
सबसे पहले..मैंने आप पर कोई लांछन नह...@ दिव्या जी...<br />सबसे पहले..मैंने आप पर कोई लांछन नहीं लगाया है...जो भी आपने अपनी पोस्ट पर लिखा है...मैंने उसे ही पढ़ कर, समझ कर बात कही है.....यह मात्र आपको आपके profession में जो नैतिकता निहित है उसकी बात याद दिलाने के लिए लिखी है...आपको पूरा अधिकार है..इस बात को सार्वजानिक करने का कि किसने आपने प्रेम निवेदन किया और आपको क्या बात पसंद नहीं आई....मुझे इस बात में कोई इंटेरेस्ट नहीं ....लेकिन आपको इस बात का को सार्वजनिक करने का कोई अधिकार नहीं है..कि फलाना व्यक्ति मानसिक रोगी है और वो इतने सालों तक मानसिक चिकित्सालय में भरती हुआ था...अगर आप सचमुच एक चिकित्सक हैं तो आपको इस बात का पूरा अहसास होना चाहिए...और अगर आप विदेश में प्रक्टिस करती हैं और फिर भी आपने ऐसा कदम उठाया है फिर तो संदेह कि सूई आपके डाक्टर होने पर भी टिक सकती है....<br /><br />आप जिन दूसरे व्यक्ति कि बात कर रही हैं...अगर आप उनके स्वास्थ्य सम्बन्धी किसी भी जानकारी को सार्वजनिक करती तो मेरा बिल्कुल यही कदम होता जो अभी हुआ है....<br />मैं 'अमरेन्द्र' व्यक्ति के लिए नहीं लिख रही हूँ...मैं 'अमरेन्द्र' मरीज के लिए लिख रही हूँ....<br />आशा है आप समझ गई होंगी...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-69759095646772501332010-09-01T22:16:58.140+05:302010-09-01T22:16:58.140+05:30एक डाक्टर द्वारा लिखे गए जिस ब्लॉग पर आपने अपनी प्...एक डाक्टर द्वारा लिखे गए जिस ब्लॉग पर आपने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है मैंने उसे नहीं पढ़ा है इसलिए उस सन्दर्भ से बीलकुल अनभिज्ञ हूँ जिसमे वह लिखा गया है और इसलिए उस पर टिपण्णी करना मेरे लिए सही नहीं होगा. हालांकि, एक डाक्टर हूँ और इसलिए आपसे यूँही एक जानकारी बांटना चाह रहा हूँ, जिसका इस मामले को सही या गलत ठहराने से कोई लेना देने नहीं है.<br />आप डाक्टर और मरीज के बिच जिस अनुबंध की बात कर रही हैं, उसे हम भारत में "Professional Secrecy" के नाम से जानते हैं जिसके तहत, "The doctor is obliged to keep secret all that he comes to know concerning the patient in the course of his professional work." मगर इसके कुछ अपवाद भी हमारे कानून में दिए गए हैं, जिन्हें हम "Privileged Communication" के नाम से जानते हैं. इसके बारे में कहाँ गया है, "It is a statement made bonafide upon any subject matter by a doctor to the concerned authority, due to his duty to protect the interests of the community or of the state." उदाहरण के तौर पर अगर मुझे किसी के बारे में पता चले कि उसे AIDS हो गया है तो ये मेरा फ़र्ज़ बनता है कि मैं सरकार की AIDS रोधी संस्था को और उस मरीज के परिवार को इस बात की जानकारी दे दूं ताकि उसका इलाज हो सके और ये बीमारी आगे न फ़ैल सके.<br />जैसा मैंने पहले भी कहाँ है कि मेरी बात को उस ब्लॉग को सही या गलत ठहराने के रूप में न लिया जाए.Aashuhttps://www.blogger.com/profile/01903987800218010521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-65838915784328699142010-09-01T22:16:48.103+05:302010-09-01T22:16:48.103+05:30एक डाक्टर द्वारा लिखे गए जिस ब्लॉग पर आपने अपनी प्...एक डाक्टर द्वारा लिखे गए जिस ब्लॉग पर आपने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है मैंने उसे नहीं पढ़ा है इसलिए उस सन्दर्भ से बीलकुल अनभिज्ञ हूँ जिसमे वह लिखा गया है और इसलिए उस पर टिपण्णी करना मेरे लिए सही नहीं होगा. हालांकि, एक डाक्टर हूँ और इसलिए आपसे यूँही एक जानकारी बांटना चाह रहा हूँ, जिसका इस मामले को सही या गलत ठहराने से कोई लेना देने नहीं है.<br />आप डाक्टर और मरीज के बिच जिस अनुबंध की बात कर रही हैं, उसे हम भारत में "Professional Secrecy" के नाम से जानते हैं जिसके तहत, "The doctor is obliged to keep secret all that he comes to know concerning the patient in the course of his professional work." मगर इसके कुछ अपवाद भी हमारे कानून में दिए गए हैं, जिन्हें हम "Privileged Communication" के नाम से जानते हैं. इसके बारे में कहाँ गया है, "It is a statement made bonafide upon any subject matter by a doctor to the concerned authority, due to his duty to protect the interests of the community or of the state." उदाहरण के तौर पर अगर मुझे किसी के बारे में पता चले कि उसे AIDS हो गया है तो ये मेरा फ़र्ज़ बनता है कि मैं सरकार की AIDS रोधी संस्था को और उस मरीज के परिवार को इस बात की जानकारी दे दूं ताकि उसका इलाज हो सके और ये बीमारी आगे न फ़ैल सके.<br />जैसा मैंने पहले भी कहाँ है कि मेरी बात को उस ब्लॉग को सही या गलत ठहराने के रूप में न लिया जाए.Aashuhttps://www.blogger.com/profile/01903987800218010521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-43766915031820300122010-09-01T22:14:29.058+05:302010-09-01T22:14:29.058+05:30अदा जी नमस्कार,
एक डाक्टर द्वारा लिखे गए जिस ब्लॉ...अदा जी नमस्कार,<br /><br />एक डाक्टर द्वारा लिखे गए जिस ब्लॉग पर आपने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है मैंने उसे नहीं पढ़ा है इसलिए उस सन्दर्भ से बीलकुल अनभिज्ञ हूँ जिसमे वह लिखा गया है और इसलिए उस पर टिपण्णी करना मेरे लिए सही नहीं होगा. हालांकि, एक डाक्टर हूँ और इसलिए आपसे यूँही एक जानकारी बांटना चाह रहा हूँ, जिसका इस मामले को सही या गलत ठहराने से कोई लेना देने नहीं है.<br /><br />आप डाक्टर और मरीज के बिच जिस अनुबंध की बात कर रही हैं, उसे हम भारत में "Professional Secrecy" के नाम से जानते हैं जिसके तहत अपने डाक्टरी के दौरान मालूम चले मरीजों की निजी बातों की निजता बनाये रखने के लिए डाक्टर का आभार होता है. अंग्रेजी में, "The doctor is obliged to keep secret all that he comes to know concerning the patient in the course of his professional work." मगर इसके कुछ अपवाद भी हमारे कानून में दिए गए हैं, जिन्हें हम "Privileged Communication" के नाम से जानते हैं. इसके बारे में कहाँ गया है, "It is a statement made bonafide upon any subject matter by a doctor to the concerned authority, due to his duty to protect the interests of the community or of the state." उदाहरण के तौर पर अगर मुझे किसी के बारे में पता चले कि उसे AIDS हो गया है तो ये मेरा फ़र्ज़ बनता है कि मैं सरकार की AIDS रोधी संस्था को और उस मरीज के परिवार को इस बात की जानकारी दे दूं ताकि उसका इलाज हो सके और ये बीमारी आगे न फ़ैल सके.<br /><br />जैसा मैंने पहले भी कहाँ है कि मेरी बात को उस ब्लॉग को सही या गलत ठहराने के रूप में न लिया जाए.Aashuhttps://www.blogger.com/profile/01903987800218010521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-81843164724555472012010-09-01T21:43:42.657+05:302010-09-01T21:43:42.657+05:30क्षमा करें, नामुराद, बेसरम अधूरी टिप्पणी अनायास ही...<i><br />क्षमा करें, नामुराद, बेसरम अधूरी टिप्पणी अनायास ही मेरे हाथों से फिसल गयी ।<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-13824984652546273082010-09-01T21:41:46.120+05:302010-09-01T21:41:46.120+05:30यदि आप वापस आ चुकी हो, तो मैं अपनी टिप्पणी डालूँ ?...<i><br />यदि आप वापस आ चुकी हो, तो मैं अपनी टिप्पणी डालूँ ?<br />ख़्वामख़ाह ही बेचारा आपकी प्रतीक्षा में लटका रहेगा ।<br />क्या ई-मेल से की गयी टिप्पणियाँ स्वीकार की जाती हैं ?<br />सादर आपका - दिवास्वप्नभँगुर<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-27236245904091712492010-09-01T21:36:07.319+05:302010-09-01T21:36:07.319+05:30नैतिकता ही क्यों ? सीमायें तो हर मुद्दे से वाबस्ता...नैतिकता ही क्यों ? सीमायें तो हर मुद्दे से वाबस्ता हैं !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-51404019703025372602010-09-01T20:59:44.402+05:302010-09-01T20:59:44.402+05:30मुस्टण्डों को दूध-मखाने,
बालक भूखों मरते,
जोशी, मु...मुस्टण्डों को दूध-मखाने,<br />बालक भूखों मरते,<br />जोशी, मुल्ला, पीर, नजूमी,<br />दौलत से घर भरते,<br />भोग रहे सुख आजादी का, बेईमान मक्कार।<br />उस कानन में स्वतन्त्रता का नारा है बेकार।।<br />--<br />"कर्मण्ये वाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन्!"<br />--<br />योगीराज श्री कृष्ण जी के जन्म दिवस की बहुत-बहुत बधाई!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-70132514196474321412010-09-01T20:52:20.917+05:302010-09-01T20:52:20.917+05:30समाज में सच और झूठ को अलग करने तथा झूठे को सजा देन...समाज में सच और झूठ को अलग करने तथा झूठे को सजा देने जैसी व्यवस्था लगभग ख़त्म हो चुकी है ,भ्रष्टाचार के गंदे पैसे ने लोगों के दिमाग को गन्दा कर दिया है ,ज्यादातर लोगों की नैतिकता अब कुछ रुपयों में खरीदी जाने वाली चीज बन गयी है ,जीने के लिए लोग रोज सैकरों बार मरने को तैयार रहते हैं और मरते हैं ,झूठी जिन्दगी सच्ची जिन्दगी को बरी बेदर्दी से कुचल रही है ,ऐसे हालात में किसी व्यक्ति में इंसानियत का जिन्दा रहना चमत्कार से कम नहीं ..इसलिए जरूरत है की आज अपने साये की भी जाँच परख कर ही विश्वास करें ...वैसे मानवता के नाते मदद हर किसी की यथासंभव जरूर करें ...honesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.com