tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post3578731840232873737..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: अच्छा हुआ नर्गिस मर गयी .....! स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger30125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-18763817669376941602012-10-06T10:00:24.979+05:302012-10-06T10:00:24.979+05:30(:(:(:
pranam.(:(:(:<br /><br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-13263190852506667252012-10-05T23:28:17.632+05:302012-10-05T23:28:17.632+05:30भाई साहब तो खैर जिन्दगी को भरपूर तरीके से जीने वाल...भाई साहब तो खैर जिन्दगी को भरपूर तरीके से जीने वाले हुये ही, भाभीजी(नई वाली) भी तो कुछ कम जिन्दादिल नहीं। बनी रहे जोड़ी, हम तो यही दुआ करेंगे। <br />हम तो वैसे भी, किसी के फ़टे में टाँग नहीं डालते। हाँ नहीं तो!!संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-69678117520142580032012-10-05T21:48:56.184+05:302012-10-05T21:48:56.184+05:30दीपक जी,
क्षमा चाहती हूँ, मैंने वाकई आपके कमेन्ट क...दीपक जी,<br />क्षमा चाहती हूँ, मैंने वाकई आपके कमेन्ट को ग़लत समझा था...<br />फिर एक बार सॉरी..<br /><br />'अदा'<br />स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-7203029296239566542012-10-05T21:40:26.182+05:302012-10-05T21:40:26.182+05:30आपका बहुत बहुत धन्यवाद राजेश जी..
बहुत जल्द हाज़िर...आपका बहुत बहुत धन्यवाद राजेश जी..<br />बहुत जल्द हाज़िर होती हूँ एक और संस्मरण के साथ..<br />आपका आभार स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-43319373137892021542012-10-05T21:38:50.094+05:302012-10-05T21:38:50.094+05:30धन्यवाद धन्यवाद स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-63489329799690399682012-10-05T21:38:35.467+05:302012-10-05T21:38:35.467+05:30धन्यवाद धन्यवाद स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-29240083764818144462012-10-05T21:37:59.251+05:302012-10-05T21:37:59.251+05:30जी हाँ आपकी बात से सहमत होते हुए कुछ और भी कहना चा...जी हाँ आपकी बात से सहमत होते हुए कुछ और भी कहना चाहूँगी..<br />संस्मरण ने आदमी के ज़मीर और नियत पर सिर्फ़ प्रश्न चिन्ह नहीं लगाया है, विश्वास की नींव पर भी ठोकर मारा है<br />सिर्फ़ एक इन्सान की ऐसी ओछी हरकत कितनो को कटघरे में लाकर खड़ा कर देती है...<br />पत्नियां इस मामले में बहुत सनकी होतीं हैं, दूसरी औरत तो उन्हें मरने के बाद भी मंज़ूर नहीं होता...<br />फिर ये तो असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है..दुश्मन के साथ भी कोई ऐसा नहीं करता, वो कैसा इन्सान होगा जो अपनी मृतक पत्नी की लाश के सामने ऐसा कर सकता है..<br />उसे इन्सान कहना इंसानियत को गाली देना है.. स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-1428108345295544122012-10-05T21:28:00.473+05:302012-10-05T21:28:00.473+05:30जी हाँ इतना जब्बर कि पत्थर, पानी कहलाये..जी हाँ इतना जब्बर कि पत्थर, पानी कहलाये..स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-81316594213438875162012-10-05T21:18:02.186+05:302012-10-05T21:18:02.186+05:30Aapka dhanywaad Ravikar ji..!Aapka dhanywaad Ravikar ji..!स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-90337689257274749592012-10-05T21:17:27.605+05:302012-10-05T21:17:27.605+05:30Khush Raho Baalak :)Khush Raho Baalak :)स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-8984216237355431922012-10-05T21:14:59.516+05:302012-10-05T21:14:59.516+05:30जी प्रवीण जी,
सर्वे भवन्तु सुखीनः सर्वे सन्तु निरा...जी प्रवीण जी,<br />सर्वे भवन्तु सुखीनः सर्वे सन्तु निरामया,<br />सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखमाप्नुयात्स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-42045612056518800642012-10-05T21:12:23.784+05:302012-10-05T21:12:23.784+05:30वीरेन्द्र जी,
आँखें नरगिसी हों या नग्माई, उनको फ़ि...वीरेन्द्र जी,<br />आँखें नरगिसी हों या नग्माई, उनको फ़िरते भी देर नहीं लगती..<br />धन्यवाद स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-20768376122823971772012-10-05T21:11:33.614+05:302012-10-05T21:11:33.614+05:30सच कहा है इस जिन्न ने तो कहना चाहिए खुज्रैल जिन्न ...सच कहा है इस जिन्न ने तो कहना चाहिए खुज्रैल जिन्न ने तो सात घंटे भी नहीं छोड़े कैसे कैसे लोग हैं इस दुनिया में ---बहुत अच्छी लगी पोस्ट अगली का इन्तजार Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-91653434319098020552012-10-05T21:09:27.638+05:302012-10-05T21:09:27.638+05:30jaane hi diya hai, kaun sa....!jaane hi diya hai, kaun sa....!स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-18264598251431434612012-10-05T21:06:51.410+05:302012-10-05T21:06:51.410+05:30मनु जी,
माफ़ कीजियेगा ज़ुबान आज थोड़ी तल्ख़ है मेर...मनु जी,<br />माफ़ कीजियेगा ज़ुबान आज थोड़ी तल्ख़ है मेरी, जी जर गया है एकदम से...<br />जायसवाल के भाईयों की कमी नहीं है यहाँ..बस बहनें पीछे रह जातीं हैं...<br />काहे से कि सभ्यता-संस्कृति का टोकरा जो होता है उनके सर पर...<br />आभार स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-83076823952062186192012-10-05T21:01:24.756+05:302012-10-05T21:01:24.756+05:30ऐसा ही हो...!!
आमीन !
ऐसा ही हो...!!<br />आमीन !<br />स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-2681726996545416642012-10-05T20:02:55.955+05:302012-10-05T20:02:55.955+05:30अरे भाई खुजरैल कुत्तों की तरफ से भी सोचो... इन लोग...अरे भाई खुजरैल कुत्तों की तरफ से भी सोचो... इन लोगों से तुलना करके उनके दिल पर क्या बीतती होगी...<br /><br />शायद में समझा नहीं पाया...दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-70828004288949055842012-10-05T19:50:51.407+05:302012-10-05T19:50:51.407+05:30दीपक जी,
आपको बड़ी तकलीफ हो गई ऐसा लगता है...
ऐसे ...दीपक जी,<br />आपको बड़ी तकलीफ हो गई ऐसा लगता है...<br />ऐसे खुजरैल कुत्ते, धर्म, मर्म और शर्म से ज्यादा कर्म पर यकीन करते हैं....इस कुत्ते ने बिना वक्त गवाएं अपना कर्म कर दिया ...फिर भी आपको ये ख़ामोश नज़र आ रहा है...<br />मैं तो ऐसे-वैसों की तुलना ना जाने कैसों-कैसों से कर देती, शुक्र मनाइए ये ब्लॉग है, वरना.....<br />आपकी सहानुभूति देख कर भौचक हूँ मैं !!!!!!!स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-25260000119087295532012-10-05T18:43:57.091+05:302012-10-05T18:43:57.091+05:30@ ये इंसान है या कोई खुजरैल कुत्ता,
पता नहीं बेच...@ ये इंसान है या कोई खुजरैल कुत्ता,<br /><br /><br />पता नहीं बेचारे कुत्ते कब तक खामोश रहेंगे.... ऐसे वैसे और न जाने कैसे कैसे से उनकी तुलना कर दी जाती है. :)दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-18259741283542143752012-10-05T08:40:04.737+05:302012-10-05T08:40:04.737+05:30बलिहारी जाऊं चने पर, जो मरोड़ देत उठाय
रचना,रेचना...बलिहारी जाऊं चने पर, जो मरोड़ देत उठाय <br />रचना,रेचना और चना विकार से निजात दिलाय <br />:)स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-63998599796882310122012-10-05T07:53:06.157+05:302012-10-05T07:53:06.157+05:30ये संस्मरण नहीं हमारे दौर का एक सच है .इस तरह के क...ये संस्मरण नहीं हमारे दौर का एक सच है .इस तरह के किरदार मैं ने आपने सबने देखे हैं .अच्छा हुआ नरगिश मर गई .नर्गिशी आँखें इसे आज भी पसंद हैं .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-50447865489182184852012-10-05T05:52:43.329+05:302012-10-05T05:52:43.329+05:30बहुत सुंदर लिखा है बहुत सुंदर लिखा है poonamhttps://www.blogger.com/profile/04677328032743055038noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-79611220914748454362012-10-04T18:06:53.084+05:302012-10-04T18:06:53.084+05:30''अच्छा हुआ नर्गिस मर गई '' एक बेह...''अच्छा हुआ नर्गिस मर गई '' एक बेहतरीन कहानी नहीं सच्ची अनुभूति . बाकी बातें बुरी लगती हैं या नहीं लेकिन बेशर्मी ने सभी सही गलत को गलत ठहरा दिया . संस्मरण ने आदमी के ज़मीर और नियत पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया ?Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-85892963916512136472012-10-04T16:34:04.793+05:302012-10-04T16:34:04.793+05:30वाकई जब्बर कलेजा पाया है बन्दे नेवाकई जब्बर कलेजा पाया है बन्दे नेKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-49983569556876263162012-10-04T15:01:49.677+05:302012-10-04T15:01:49.677+05:30jaane dijiye naa....!!jaane dijiye naa....!!manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.com