tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post3375334610271265533..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: एक सदाबहार गीत....स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-12960524911941975282010-12-08T06:12:22.382+05:302010-12-08T06:12:22.382+05:30शुभकामनायें!शुभकामनायें!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-7911132626818552482010-12-08T01:11:36.241+05:302010-12-08T01:11:36.241+05:30दोनों प्रस्तुतियां लाजवाब हैं. बतख वाली पोस्ट ने द...दोनों प्रस्तुतियां लाजवाब हैं. बतख वाली पोस्ट ने दिल देहला दिया. सच इंसान कितन ज़ालिम हैMayur Malharhttps://www.blogger.com/profile/16319558288970409301noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-18117326365924060972010-12-07T23:13:54.179+05:302010-12-07T23:13:54.179+05:30गाना पहली बार देखा है जी हमने, वरना अभी तक तो सुनक...गाना पहली बार देखा है जी हमने, वरना अभी तक तो सुनकर ही पसंद करते रहे थे। आज हम कुंवर कुसुमेश साहब और डा. दराल साहब के समर्थन में हैं। मौके के अनुसार इससे अच्छा गाना शायद कोई दूसरा नहीं हो सकता था लेकिन आपकी आवाज में होता तो कुछ और ही बात होनी थी।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-63641235871784006512010-12-07T20:27:41.062+05:302010-12-07T20:27:41.062+05:30जो पूछने वाली थी , कमेन्ट में जवाब मिल गया ...
विव...जो पूछने वाली थी , कमेन्ट में जवाब मिल गया ...<br />विवाह की वर्षगांठ की बहुत -बहुत बधाई और शुभकामनायें ....!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-24458177140118371712010-12-07T19:45:23.029+05:302010-12-07T19:45:23.029+05:30@ डॉ दराल साहब,
:)@ डॉ दराल साहब,<br />:)स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-49795960275686524832010-12-07T19:09:09.005+05:302010-12-07T19:09:09.005+05:30प्र्क्र्ती ओर उस की चीज़ोँ की सीमाऐँ नहीँ होती हेँ ...प्र्क्र्ती ओर उस की चीज़ोँ की सीमाऐँ नहीँ होती हेँ ......... जेसे कि चान्द कि चान्द्नी सीमा के इस ओर या उस ओर ऐक ही हे .... बारिश कि बूँदेँ सीमा के दोनोँ ओर ऐक जेसी होती हेँ ......... कोऐल की कूक, चड्या की चह्कार, बिज्ली की कड्क, बाद्ल की गरज, माँ कि माम्ता, ब्च्प्न कि यादेँ, सारी दुन्या मेँ ऐक सी हेँ ..........<br /><br />सब् दुख सुख, आँसू , क़ह्क़हे सब ऐक से हेँ ......<br /><br />अल्लाह भग्वान इश्व्र गाड .........<br /><br />नामोँ की तक़्सीम द्रअस्ल ज़बानोँ के फर्क़ की वजह से हे........<br /><br />पानी को आप जल कहेँ या वाट्र ..........<br /><br />वोह अपनी बुन्यदी शक्ल नहीँ बद्ल्ता ........<br /><br />वोह सब की पियास बुझात हे....<br /><br />जो लोग इंसानोँ को तक़्सीम क्र्ते हेँ वोह कभी इंसानोँ का भला न्हीँ चाह्ते हेँ .....<br /><br />अब इंसनोँ को म्ज़ह्ब ओर क़ोमोँ की सीमाओँ से अगे बद कर सिर्फ इंसान बन कर सोच्ना हो गा......Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02476886327445445751noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-27406035084615283712010-12-07T18:36:44.629+05:302010-12-07T18:36:44.629+05:30अदा जी , वैवाहिक वर्षगांठ पर इससे बढ़िया उदगार और...अदा जी , वैवाहिक वर्षगांठ पर इससे बढ़िया उदगार और क्या हो सकते है ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-64421055678384121122010-12-07T18:05:06.656+05:302010-12-07T18:05:06.656+05:30परिणय बंधन के वर्षगांठ पर दम्पत्ति को बधाई।परिणय बंधन के वर्षगांठ पर दम्पत्ति को बधाई।चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-10861616212169548292010-12-07T17:51:20.378+05:302010-12-07T17:51:20.378+05:30आभार गीत सुनवाने का.आभार गीत सुनवाने का.परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-75018031090874093892010-12-07T17:45:37.271+05:302010-12-07T17:45:37.271+05:30आदाब जमील साहब,
बहुत ख़ुशी हुई की पाकिस्तान में हम...आदाब जमील साहब,<br />बहुत ख़ुशी हुई की पाकिस्तान में हमारे भाई बहन हिन्दुस्तानी गाने बहुत पसंद करते हैं...आपका बहुत बहुत शुक्रिया..स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-41004108303663986472010-12-07T17:40:34.814+05:302010-12-07T17:40:34.814+05:30किया बात हे ..... पुराने गीतोँ की .... कित्नी यादो...किया बात हे ..... पुराने गीतोँ की .... कित्नी यादोँ के द्रीचे खुल्ते चले ग्ये ...... ब्च्प्न मेँ ज्ब हम सुने के लिये ब्स्त्र पर जाते तो ऑल इंडिया रेडिओ स्र्विस से इन्ही मधुर गीतोँ अवाज़ेँ लोर्याँ बन कर हमेँ नीन्द की आग़ुश मेँ ले जातीँ थी ..... <br />मेरा ख्याल हे के 80 प्र्तिश्त पाकिस्तानी इंड्यन गीत सुंते हूवे हेँAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02476886327445445751noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-68765003816165012942010-12-07T11:52:18.885+05:302010-12-07T11:52:18.885+05:30बहुत ही सुन्दर ।बहुत ही सुन्दर ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-51027033101643971942010-12-07T10:31:08.859+05:302010-12-07T10:31:08.859+05:30धन्यवाद इतना सुन्दर गीत सुनवाने के लिये।धन्यवाद इतना सुन्दर गीत सुनवाने के लिये।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-83935256826127341802010-12-07T09:25:50.987+05:302010-12-07T09:25:50.987+05:30आभार गीत सुनवाने का.आभार गीत सुनवाने का.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-90860877753957792782010-12-07T08:07:08.618+05:302010-12-07T08:07:08.618+05:30अदा जी,
मैंने समझा रोज़ की तरह आपकी जादुई आवाज में...अदा जी,<br />मैंने समझा रोज़ की तरह आपकी जादुई आवाज में ये गीत भी सुनने को मिलेगा,मगर ये क्या आपने तो original गाना पोस्ट पे लगा दिया वो धीरे धीरे down load होने की प्रक्रिया में ३५-४० मिनट में एक गाना पूरा करता है. आज न मैं आपकी कविता पढ़ पाया न आवाज़ सुन पाया. please दोनों चीज़ों से वंचित न किया करें.<br />मन आज थोड़ा उदास हुआ.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-34029954862063354012010-12-07T08:03:36.204+05:302010-12-07T08:03:36.204+05:30मुझे भी बहुत पसन्द है यह गीत।मुझे भी बहुत पसन्द है यह गीत।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-14252528746280213912010-12-07T07:28:34.736+05:302010-12-07T07:28:34.736+05:30अदा जी
सादर प्रणाम
मुझे भी यह गीत बहुत पसंद है ...अदा जी <br />सादर प्रणाम <br />मुझे भी यह गीत बहुत पसंद है ...बहुत.. बहुत शुक्रियाकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.com