tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post2968297227505837051..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: पर तुमको क्यों बताएँ, ??स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-70856152809811736962010-02-09T15:37:04.293+05:302010-02-09T15:37:04.293+05:30टिप्पणी-विकल्प बंद हुआ,खुला - हम दोनों वक़्त अनुपस्...टिप्पणी-विकल्प बंद हुआ,खुला - हम दोनों वक़्त अनुपस्थित थे । कैसे बता पाता मैं कि एक शेर ने भीतर तक छुआ मुझे -<br />"ठोकर तुमको लगती है हम जान नहीं पाए थे<br />पलकें मेरी चुनती थीं वो कितने सारे पत्थर"<br />बहुत खूबसूरत है यह ! आपको खूब आती है नाजु़क-बयानी !Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-89589300839065846462010-02-06T15:52:06.786+05:302010-02-06T15:52:06.786+05:30पत्थर भी बहुत कुछ कहते हैं।
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ये इन्द्रधनुष...पत्थर भी बहुत कुछ कहते हैं।<br />--------<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">ये इन्द्रधनुष होगा नाम तुम्हारे...</a><br /><a href="http://%20ts.samwaad.com/" rel="nofollow">धरती पर ऐलियन का आक्रमण हो गया है।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-68218076138031563732010-02-06T07:33:10.236+05:302010-02-06T07:33:10.236+05:30सूखे तरूवर को पत्थर लगते हमने तो नहीं देखे हैं,
ये...सूखे तरूवर को पत्थर लगते हमने तो नहीं देखे हैं,<br />ये सब पत्थर लगे आप को,पर हमने नहीं फेंके है।<br /><br />सजा हमें क्यों फिर मिली, सोच के देखना आप,<br />इस ब्लाग की संपूर्णता से वंचित न करना आप।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.com