tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post1612200399917349711..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: बोन चाईना के बर्तनों का बहिष्कार करें.... गाय-बैल की हड्डियों से बने सामान को त्यागें........!स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-18971660710207982062015-04-11T14:04:38.025+05:302015-04-11T14:04:38.025+05:30जागरूक प्रस्तुति हेतु धन्यवाद!जागरूक प्रस्तुति हेतु धन्यवाद!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-8570278309367342222015-04-10T20:32:21.208+05:302015-04-10T20:32:21.208+05:30बहुत-बहुत शुक्रिया शास्त्री जी !बहुत-बहुत शुक्रिया शास्त्री जी !स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-46665536637917771922015-04-10T19:00:06.953+05:302015-04-10T19:00:06.953+05:30हार्दिक मंगलकामनाओं के आपको सूचित करते हुए हर्ष हो...हार्दिक मंगलकामनाओं के आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल शनिवार (11-04-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.com/%22" rel="nofollow"> "जब पहुँचे मझधार में टूट गयी पतवार" {चर्चा - 1944} </a> पर भी होगी!<br />--<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com