tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post1279161760137804178..comments2024-03-13T13:33:28.274+05:30Comments on काव्य मंजूषा: या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः.स्वप्न मञ्जूषा http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-10494489741238077472013-10-10T17:10:44.431+05:302013-10-10T17:10:44.431+05:30 इस सिंड्रोम से तो आपको भगवान् भी नहीं बचा सकते :)... इस सिंड्रोम से तो आपको भगवान् भी नहीं बचा सकते :)स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-91618834651762405102013-10-10T16:53:01.208+05:302013-10-10T16:53:01.208+05:30ये 'पहले' और हमारे समय' वाले जुमले हमे...ये 'पहले' और हमारे समय' वाले जुमले हमें कुछ जमते नहीं . पता नहीं ये कौनसा सिंड्रोम है .. पर कम्बखत है भयंकर वाला . भगवान् हमें इससे बचाए रखे !Majaalhttps://www.blogger.com/profile/08748183678189221145noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-51970576425713076082013-10-10T07:58:38.635+05:302013-10-10T07:58:38.635+05:30सहजता और सरलता से भी मन का उत्साह व प्रसन्नता व्यक...सहजता और सरलता से भी मन का उत्साह व प्रसन्नता व्यक्त की जा सकती है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-7964472738899660462013-10-10T06:30:56.448+05:302013-10-10T06:30:56.448+05:30 बिहार में रास्ता रोक कर जबरन चन्द वसूलने वालों के... बिहार में रास्ता रोक कर जबरन चन्द वसूलने वालों के अनगिनत किस्से याद है , बच निकलने के फेर में कई दुर्घटनाएं हो जाती है। <br />पूजा पाठ के लिए श्रद्धा और मन की निर्मलता की आवश्यकता है , ना कि दिखावे की। <br />टीवी पर एक कार्यक्रम देखा था करवाचौथ का , एंकर पूछ रही थी कैसी तैयारी चल रही है , जवाब मिला --- नयी ड्रेस तैयार है , कल ब्यूटीपार्लर का समय पहले से ले रखा है , उसने पूजन की सामग्री के लिए पूछा तो याद नहीं आया :)वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-2350294490740628972013-10-09T18:01:57.135+05:302013-10-09T18:01:57.135+05:30थान्कू :):)थान्कू :):)स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-69252892529902252842013-10-09T18:01:12.554+05:302013-10-09T18:01:12.554+05:30आपका हृदय से आभार !आपका हृदय से आभार !स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-7014580891067541332013-10-09T17:32:58.558+05:302013-10-09T17:32:58.558+05:30हमारे हर त्यौहार बाजारवाद की भेंट चढ़ गए -सब अर्थतं...हमारे हर त्यौहार बाजारवाद की भेंट चढ़ गए -सब अर्थतंत्र है ! उनकी शुचिता सहज आनन्द सब गायब !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-30674513115735000682013-10-09T15:34:29.371+05:302013-10-09T15:34:29.371+05:30अच्छी बात है। पर संभलना तो लोगों को ही पड़ेगा। अच्छी बात है। पर संभलना तो लोगों को ही पड़ेगा। Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-48781277397598515892013-10-09T11:34:32.001+05:302013-10-09T11:34:32.001+05:30Behatarin post sankalan yogyBehatarin post sankalan yogyRamakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-47267219198164276642013-10-09T07:40:19.526+05:302013-10-09T07:40:19.526+05:30जो मनुष्य अपनी आमदनी से कम खर्च करता है उसके पास प...जो मनुष्य अपनी आमदनी से कम खर्च करता है उसके पास पारस-पत्थर है ।शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/12432773005239217068noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-51430588698337009282013-10-09T07:08:59.502+05:302013-10-09T07:08:59.502+05:30यह ढ़ोंग ही अब इन पांडालों की और आकर्षित नहीं करता...यह ढ़ोंग ही अब इन पांडालों की और आकर्षित नहीं करता है.. यह गुंडई अब हर जगह फ़ैल चुकी है.. विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-2202787782476827932013-10-09T00:29:59.087+05:302013-10-09T00:29:59.087+05:30आपकी यह रचना कल बुधवार (09-10-2013) को ब्लॉग प्रस...आपकी यह रचना कल बुधवार (09-10-2013) को <a href="http://blogprasaran.blogspot.in/" rel="nofollow">ब्लॉग प्रसारण : 141 </a> पर लिंक की गई है कृपया पधारें.<br />एक नजर मेरे अंगना में ...<br /><a href="http://guzarish.blogspot.in/" rel="nofollow">''गुज़ारिश''</a><br />सादर <br />सरिता भाटिया Guzarishhttps://www.blogger.com/profile/11205127840621066197noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6781060934347160913.post-35959776753324196132013-10-08T23:11:59.765+05:302013-10-08T23:11:59.765+05:30बात तो सही है, दिखावा बढ़ता ही जा रहा है और लोगों म...बात तो सही है, दिखावा बढ़ता ही जा रहा है और लोगों में अब पहले सा उत्साह भी नज़र आता. <br />दुर्गापूजा के साथ साथ अब तो देशभर में डांडिया भी खेले जाने लगे हैं (आज ही रांची से एक कजिन ने फेसबुक पर तस्वीर डाली है , चनिया-चोली और डांडिया वाले जेवरातों में सजी धजी लडकियां बिलकुल किसी गुजरात के शहर की लग रही हैं ) ऐसे ही गणपति पूजा भी अब हर शहर में होने लगी है. दुसरे शहरों के तीज त्यौहार को अपनाना एक अच्छी शुरुआत है पर अफ़सोस है कि यह सिर्फ तड़क-भड़क और दिखावे तक ही सीमित रह जाता है.<br />rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.com